नॉर्थ-ईस्ट में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। असम, मिजोरम, अरुणाचल और मणिपुर में 25 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत-बचाव अभियान तेज।
Floods and Landslides: नॉर्थ-ईस्ट भारत के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। असम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आई हैं। अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग संकट में हैं। अधिकारियों ने पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है और राहत व बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं।
असम में बारिश और लैंडस्लाइड ने ली कई जिंदगियां
असम में हालात सबसे ज्यादा गंभीर हैं। राजधानी गुवाहाटी में लैंडस्लाइड की चपेट में कई घर आ गए, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें एक ही परिवार के तीन सदस्य भी शामिल थे। गोलाघाट जिले में दो और लखीमपुर में एक व्यक्ति की बाढ़ में डूबकर मौत हो गई। लगातार बारिश के चलते पहाड़ियों की मिट्टी कमजोर हो गई है, जिससे लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ी हैं। प्रशासन ने गुवाहाटी और अन्य प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ और हादसे में 9 की मौत
अरुणाचल प्रदेश में भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं। चीन सीमा से सटे इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। एक वाहन बाढ़ की चपेट में आ गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई। एक अन्य घटना में दो लोग डूब गए। राज्य में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और प्रभावित परिवारों को सहायता देने के प्रयास कर रहा है।
मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय में भी नुकसान
मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय में पिछले 24 घंटों में 8 लोगों की जान चली गई है। इन इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते अचानक बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं। जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। लोग घरों में कैद हो गए हैं और कई जगहों पर संपर्क साधन भी बाधित हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
मणिपुर में इम्फाल में जलभराव से जनजीवन ठप
मणिपुर की राजधानी इम्फाल में लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है। शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने इम्फाल नदी के किनारे बसे लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को कहा है। बाढ़ की चेतावनी के चलते लोग डरे हुए हैं और प्रशासन से राहत की मांग कर रहे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। असम के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बाकी राज्यों में भी ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के सक्रिय होने के चलते बारिश और बाढ़ की स्थिति और बिगड़ सकती है।
असम में 17 जिले प्रभावित, 78,000 से ज्यादा लोग संकट में
असम में बाढ़ और लैंडस्लाइड से 17 जिले प्रभावित हुए हैं। 78,000 से ज्यादा लोग इस आपदा की चपेट में हैं। लखीमपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 41,600 लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। सिक्किम के चुंगथांग में भी तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है।
राहत और बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), पुलिस और अग्निशमन सेवाएं मिलकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हैं। कई इलाकों में नावों की मदद से लोगों को निकाला जा रहा है। असम के 5 राहत शिविरों में 1,200 से ज्यादा लोगों को शरण दी गई है।
स्कूल बंद और उड़ानों पर असर
बारिश की वजह से असम के दो जिलों में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। गुवाहाटी एयरपोर्ट पर भी शुक्रवार को तेज हवाओं और बारिश के चलते उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए कंट्रोल रूम भी सक्रिय किया है।
अरुणाचल में भी राहत कार्य जारी
अरुणाचल प्रदेश में भी राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग मिलकर प्रभावित परिवारों को सहायता पहुंचा रहे हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और प्रभावित इलाकों में जरूरी सामग्री पहुंचाई जा रही है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें: प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। अगर आप बाढ़ या लैंडस्लाइड संभावित इलाकों में रहते हैं, तो जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। अपने परिवार और पड़ोसियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।