भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक बढ़े सैन्य तनाव के बीच केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय रणनीतिक बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज एक महत्वपूर्ण आपात समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) भी शामिल होंगे।
India-Pakistan Conflict: पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने इस हमले को पूरी तरह नाकाम कर दिया। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने लड़ाकू विमानों, ड्रोन, रॉकेट और मिसाइलों के जरिए जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, कपूरथला, जालंधर और जैसलमेर के सैन्य ठिकानों को टारगेट करने की कोशिश की थी।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद के हालातों को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे। देश की सुरक्षा स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पाकिस्तानी हमले की कोशिश नाकाम, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
गुरुवार की रात पाकिस्तान ने भारत के छह प्रमुख सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की दुस्साहसी कोशिश की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने ड्रोन, मिसाइल, रॉकेट और लड़ाकू विमानों के जरिए जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, कपूरथला, जालंधर और जैसलमेर के सैन्य बेस पर हमला करने की योजना बनाई थी। लेकिन भारतीय सेना और वायुसेना की सतर्कता और तैयारियों के चलते पाकिस्तान की यह पूरी साजिश नाकाम हो गई।
भारत की वायुसेना ने न सिर्फ दुश्मन के ड्रोन और मिसाइल को रास्ते में ही नष्ट कर दिया, बल्कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमानों को भी मार गिराया। इनमें दो अमेरिकी F-16 और दो चीनी JF-17 शामिल थे।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी सीमा में छिपे आतंकियों के खिलाफ एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन में भारत ने सीमा पार आतंकी लॉन्च पैड्स और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल है। उसी बौखलाहट में पाकिस्तान ने भारत पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने उनकी हर चाल को विफल कर दिया।
आपातकालीन बैठक में होंगे अहम निर्णय
राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई इस समीक्षा बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की जा सकती है:
- पाकिस्तान की सैन्य हरकतों का विश्लेषण और खुफिया इनपुट की समीक्षा
- भारत की जवाबी सैन्य रणनीति और भविष्य की तैयारियां
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करना
- नागरिक क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त प्रबंध
- भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक प्रतिक्रिया
- रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में लद्दाख और पंजाब सेक्टर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती पर भी विचार हो सकता है। साथ ही, भारत के सभी वायु रक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
जनता और जवान – दोनों की सुरक्षा सर्वोपरि
भारत सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि वह किसी भी प्रकार की आक्रामक हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगी और हर कीमत पर देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। सेना को फुल कमांड दे दी गई है कि वो मौके की जरूरत के हिसाब से उचित जवाब दे। भारत ने पाकिस्तान की इन कार्रवाइयों की जानकारी संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस और अन्य मित्र देशों को दी है। विदेश मंत्रालय पाकिस्तान की हरकतों को सीमा पार आतंकवाद का नया उदाहरण बताकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने ला रहा है।