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बिहार को बड़ी सौगात: गया-अयोध्या के बीच दौड़ेगी तेज़ रफ्तार 'नमो भारत रैपिड रेल'

बिहार को बड़ी सौगात: गया-अयोध्या के बीच दौड़ेगी तेज़ रफ्तार 'नमो भारत रैपिड रेल'

रेल मंत्रालय ने गयाजी और अयोध्या के बीच 'नमो भारत रैपिड ट्रेन' सेवा शुरू करने की घोषणा की है। यह ट्रेन न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी सौगात है, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी एक नई रफ्तार देने जा रही है।

पटना: बिहार को केंद्र सरकार की ओर से एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। गया और अयोध्या के बीच जल्द ही 'नमो भारत रैपिड रेल' सेवा शुरू की जाएगी, जो धार्मिक यात्रियों और आम यात्रियों दोनों के लिए यात्रा का स्वरूप पूरी तरह बदलने वाली है। यह सेवा राज्य को मिलने वाली दूसरी रैपिड रेल सेवा होगी, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

408 किलोमीटर की इस दूरी को मात्र छह घंटे में तय करने वाली इस हाई-स्पीड ट्रेन के जरिए बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच एक नया और सशक्त संपर्क स्थापित होगा। रेल मंत्रालय ने इस सेवा को पर्यावरण के अनुकूल और आम लोगों के लिए किफायती बनाने की दिशा में विशेष ध्यान दिया है।

आस्था और आधुनिकता का मिलन

यह रैपिड रेल गया और अयोध्या जैसे दो प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ती है। एक ओर गया में भगवान विष्णु से जुड़ा पौराणिक महत्व है, तो दूसरी ओर अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि के रूप में श्रद्धा का केंद्र है। ऐसे में दोनों शहरों को जोड़ने वाली यह सेवा धार्मिक आस्थावानों के लिए एक वरदान साबित होगी।ग्रैंड कार्ड पैसेंजर एसोसिएशन के अध्यक्ष डीके जैन ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारी वर्षों पुरानी मांग थी। गया, काशी और अयोध्या जैसे तीर्थस्थलों के बीच सीधा और तेज़ रेल संपर्क न केवल तीर्थयात्रियों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।

प्रचंड रफ्तार, अधिक सुविधा

'नमो भारत रैपिड रेल' सप्ताह में छह दिन चलेगी (रविवार को छोड़कर)। यह गया जंक्शन से सुबह 5 बजे रवाना होकर दोपहर 11 बजे तक अयोध्या पहुंचेगी। वापसी की ट्रेन अयोध्या से शाम 5 बजे छूटेगी और रात 11 बजे तक गया लौटेगी। कुल यात्रा समय मात्र 6 घंटे होगा, जो मौजूदा सेवाओं की तुलना में लगभग आधा है।

इस ट्रेन में कुल 16 वातानुकूलित कोच होंगे, जो पूरी तरह अनारक्षित होंगे। इससे यह सेवा उन यात्रियों के लिए भी सुविधाजनक होगी जो अग्रिम आरक्षण नहीं करा पाते। साथ ही, एसी कोच होने के कारण गर्मी और उमस में यात्रा भी सुखद रहेगी।

किन-किन स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन?

इस रैपिड रेल सेवा का ठहराव कई प्रमुख स्टेशनों पर होगा, जिनमें रफीगंज, सासाराम, डीडीयू जंक्शन (मुगलसराय), काशी, वाराणसी, जौनपुर, शाहगंज, अकबरपुर और गोशाईगंज शामिल हैं। इन स्टेशनों पर ठहराव से अन्य क्षेत्रों के यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। रेल मंत्रालय के शुरुआती आकलन के अनुसार, इस एसी अनारक्षित सेवा का किराया 500 रुपए के आसपास होगा। यह दर इतनी रखी गई है कि आम यात्री से लेकर तीर्थयात्री तक इसका उपयोग कर सकें। यह सेवा तेज़, सुलभ और किफायती यात्रा का नया विकल्प बनेगी।

यह गौर करने वाली बात है कि यह बिहार को मिलने वाली दूसरी नमो भारत रैपिड रेल सेवा होगी। इससे पहले जयनगर-पटना के बीच चल रही रैपिड सेवा ने काफी लोकप्रियता हासिल की है। नई सेवा गया को सीधे भगवान श्रीराम की जन्मभूमि से जोड़ देगी, जिससे राज्य के धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन विकास को नई गति मिलेगी।

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