फिलीपीन कार्डिनल टैगले अगले पोप बनने के दावेदार हैं। चर्च में बदलाव, सादगी और गरीबों के प्रति करुणा जैसे मूल्यों के साथ फ्रांसिस की राह पर हैं।
Filipino: फिलीपींस के कार्डिनल लुइस एंटोनियो टैगले, जिन्हें स्नेहपूर्वक 'एशियन फ्रांसिस' कहा जाता है, दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक पद – पोप – के प्रमुख दावेदारों में माने जा रहे हैं। 67 वर्षीय टैगले, अपनी सहज मुस्कान, करिश्माई व्यक्तित्व और गरीबों के प्रति गहरी संवेदना के लिए प्रसिद्ध हैं। अगर वे वेटिकन के अगले पोप चुने जाते हैं, तो यह संकेत होगा कि चर्च फ्रांसिस की सोच को आगे बढ़ाना चाहता है — एक ऐसा चर्च जो आधुनिक दुनिया से जुड़े, प्रगतिशील हो और बदलाव को अपनाने वाला हो।
फ्रांसिस की राह पर टैगले
कार्डिनल टैगले का पोप फ्रांसिस से गहरा वैचारिक जुड़ाव रहा है। उनकी सादगी, गरीबों के लिए सेवा, और चर्च को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने का नजरिया उन्हें वर्तमान पोप के स्वाभाविक उत्तराधिकारी की श्रेणी में रखता है। चर्च से जुड़े जानकारों का कहना है कि अगर कार्डिनल्स एक ऐसे नेता की तलाश में हैं जो फ्रांसिस के रुख को आगे बढ़ाए, तो टैगले सबसे प्रासंगिक नाम हैं।
चुनाव की प्रक्रिया और टैगले की भूमिका
अगर गुप्त कॉन्क्लेव (चयन प्रक्रिया) में टैगले को चुना जाता है, तो यह दुनिया के 1.4 अरब कैथोलिकों के लिए एक बड़ा संकेत होगा कि चर्च अपने सुधारवादी दृष्टिकोण पर कायम है। यह भी दर्शाएगा कि कार्डिनल्स टैगले की नेतृत्व क्षमताओं में विश्वास रखते हैं, भले ही उन पर मैनेजमेंट से जुड़ी कुछ आलोचनाएं भी रही हों।
पूर्व अनुभव और वैश्विक पहचान
टैगले, जो खुद को ‘चिटो’ कहलाना पसंद करते हैं, वर्तमान में वेटिकन के इवेंजलाइजेशन विभाग के प्रमुख हैं। यह भूमिका उन्हें दुनिया के विकासशील देशों से जोड़ती है, जिससे उनका वैश्विक प्रभाव बढ़ा है। मनीला के आर्कबिशप और फिलीपींस के इमस शहर में बिशप के रूप में उन्होंने स्थानीय स्तर पर धर्म को नई दिशा देने का कार्य किया है। 2014 में जब पोप फ्रांसिस ने फिलीपींस का दौरा किया था, टैगले ने उनकी मेजबानी की थी और इस दौरे में 70 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया था — जो अब तक का एक ऐतिहासिक आंकड़ा है।