Chicago

IPL 2025: 43 की उम्र में धोनी का धमाका, नाबाद शतकों के बने ‘राजा’

भारतीय क्रिकेट के सबसे शांत और चतुर कप्तानों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र महज एक संख्या है। 43 साल की उम्र में जब अधिकतर खिलाड़ी क्रिकेट से संन्यास ले चुके होते हैं या कोचिंग भूमिका में होते हैं, तब माही मैदान पर नए-नए कीर्तिमान रच रहे हैं। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: 43 वर्ष की उम्र में भी एमएस धोनी का जलवा कायम है और उन्होंने एक ऐसा कीर्तिमान रचा है जिसे तोड़ना आने वाले वर्षों में किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद कठिन होगा। आईपीएल 2025 के 57वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेलते हुए धोनी ने आईपीएल इतिहास में 100 बार नाबाद रहने वाले पहले खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया। इस मैच में उन्होंने 18 गेंदों पर एक छक्के की मदद से 17 रन की नाबाद पारी खेली।

धोनी की यह पारी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बेहद अहम साबित हुई, जिसने दो गेंदें शेष रहते कोलकाता को दो विकेट से हराकर अपनी हार की लकीर तोड़ी। यह सीएसके की 12 मैचों में तीसरी जीत थी, हालांकि टीम पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। 

ऐतिहासिक पारी, ऐतिहासिक आंकड़ा

कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को 180 रनों का लक्ष्य मिला था। जब मैच एक नाजुक मोड़ पर था, धोनी अंत के ओवरों में क्रीज पर आए और 18 गेंदों में 1 छक्के की मदद से 17 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनकी यह शांत लेकिन जिम्मेदार पारी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए निर्णायक रही और टीम ने 19.4 ओवर में आठ विकेट खोकर यह मुकाबला जीत लिया। यह सीएसके की इस सीजन में 12 मैचों में तीसरी जीत रही, हालांकि टीम पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है।

नाबाद शतकों के ‘राजा’

धोनी के इस ऐतिहासिक आंकड़े को समझने के लिए नज़र डालें आईपीएल में सबसे ज्यादा बार नाबाद रहने वाले खिलाड़ियों की सूची पर:

  • एमएस धोनी - 100*
  • रवींद्र जडेजा - 80
  • किरोन पोलार्ड - 52
  • दिनेश कार्तिक - 50
  • डेविड मिलर - 49

फिनिशर की भूमिका में धोनी का दबदबा

धोनी का करियर फिनिशर के रूप में एक मिसाल रहा है। उन्होंने कई बार भारत और सीएसके को अंतिम ओवरों में मुश्किल परिस्थितियों से निकालकर जीत दिलाई है। इस मैच में भी कुछ वैसा ही देखने को मिला। हालांकि उन्होंने कोई विस्फोटक पारी नहीं खेली, लेकिन उनकी मौजूदगी और शांतचित्त अंदाज ने कोलकाता नाइटराइडर्स पर दबाव बनाए रखा। यह केवल रन बनाने की नहीं, बल्कि दबाव को संभालने और साथी बल्लेबाजों को गाइड करने की कला है, जो धोनी को महान बनाती है।

सीएसके ने तोड़ी हार की लकीर

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह जीत काफी अहम रही। लगातार हार झेलने के बाद टीम को एक बड़ी जीत की तलाश थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए केकेआर ने 6 विकेट पर 179 रन बनाए थे। जवाब में सीएसके की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन मध्यक्रम और अंत में धोनी की पारी ने जीत सुनिश्चित की। टीम के लिए अफगानी स्पिनर नूर अहमद ने 4 ओवर में 31 रन देकर 4 विकेट चटकाए और 'प्लेयर ऑफ द मैच' बने।

हालांकि यह माना जा रहा है कि आईपीएल 2025 धोनी का आखिरी सीजन हो सकता है, लेकिन उनके प्रदर्शन में कोई कमी नहीं दिख रही। वह अब भी विकेट के पीछे चुस्त हैं और जब-जब टीम को जरूरत होती है, वह बल्ले से भी योगदान दे रहे हैं। 

Leave a comment