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Indonesia Open 2025: पीवी सिंधु की चुनौती खत्म, थाई शटलर के हाथों प्री-क्वार्टर में मिली करारी हार

Indonesia Open 2025: पीवी सिंधु की चुनौती खत्म, थाई शटलर के हाथों प्री-क्वार्टर में मिली करारी हार

भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु का खराब फॉर्म एक बार फिर चर्चा में है। इंडोनेशिया ओपन 2025 में भी सिंधु अपनी लय में नजर नहीं आईं और प्री-क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से सीधे गेम में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों के लिए इंडोनेशिया ओपन 2025 का प्री-क्वार्टर फाइनल दिन मायूसी लेकर आया, जब देश की स्टार शटलर पीवी सिंधु टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। उन्हें थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग के खिलाफ तीन गेमों तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ सिंधु की इंडोनेशिया ओपन 2025 की चुनौती समाप्त हो गई है।

मैच की शुरुआत धमाकेदार, लेकिन अंत निराशाजनक

सिंधु ने मैच की शुरुआत आत्मविश्वास से की और पहला गेम 22-20 से जीत लिया। उन्होंने कोर्ट पर अपनी गति, अनुभव और ताकत का प्रभावी प्रदर्शन किया और चोचुवोंग को बैकफुट पर ला दिया। इस गेम में सिंधु ने रैली के दौरान कई शानदार स्मैश और डिफेंस दिखाए, जिससे दर्शकों को उम्मीद जगी कि वह लंबे समय बाद किसी टूर्नामेंट में आगे तक जाएंगी।

पहले गेम के बाद चोचुवोंग ने अपनी रणनीति बदली और तेज गति से हमला किया। सिंधु के खेल में ढील दिखने लगी और इसका फायदा उठाते हुए थाई शटलर ने 21-10 से दूसरा गेम आसानी से अपने नाम कर लिया। इस सेट में सिंधु का फुटवर्क धीमा नजर आया और उन्होंने कई अनफोर्स्ड एरर किए, जिसका सीधा फायदा विरोधी खिलाड़ी ने उठाया।

तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक चुकी थीं। स्कोर एक समय 17-17 पर बराबरी पर था, लेकिन वहीं से सिंधु ने कुछ गलत शॉट्स खेले और चोचुवोंग ने मौका भुनाकर 21-18 से गेम और मैच दोनों जीत लिए। सिंधु की हार की बड़ी वजह निर्णायक क्षणों में की गई चूकें रहीं। उन्होंने दो बार सर्विस फॉल्ट किया और तीन बार नेट पर शटल मार दी, जिससे दबाव और बढ़ गया।

पहले राउंड में दिखाई थी लय

इंडोनेशिया ओपन के पहले राउंड में सिंधु ने जापान की दिग्गज खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा को हराकर शानदार जीत दर्ज की थी। यह मुकाबला भी तीन गेमों का रहा था, जिसमें सिंधु ने 22-20, 21-23, 21-15 से जीत दर्ज की थी। उस समय उम्मीद थी कि वह टूर्नामेंट में गहराई तक जाएंगी, लेकिन उनका प्रदर्शन प्री-क्वार्टर फाइनल में अस्थिर रहा।

पिछले कुछ महीनों से सिंधु के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी देखी जा रही है। वह ना केवल सुपर सीरीज टूर्नामेंट्स में जल्दी बाहर हो रही हैं, बल्कि बड़े टूर्नामेंट्स में पहले की तरह दबदबा नहीं बना पा रही हैं। चोट से वापसी के बाद उनका आत्मविश्वास कमजोर दिखता है, और मैच के अहम पलों में उनका फोकस टूट जाता है।

ओलंपिक की तैयारी पर पड़ा असर

2024 पेरिस ओलंपिक के बाद से सिंधु के प्रदर्शन में गिरावट देखी जा रही है। भले ही वह ओलंपिक में भारत के लिए दो पदक जीत चुकी हों – रियो 2016 में सिल्वर और टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज – लेकिन उनकी हालिया फॉर्म को देखकर चिंता जताई जा रही है कि क्या वह आने वाले टूर्नामेंट्स में वापसी कर पाएंगी।हालांकि सिंधु की हार से भारत को झटका जरूर लगा है, लेकिन टूर्नामेंट में भारत का सफर खत्म नहीं हुआ है। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी, और महिला डबल्स में ट्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद पर अब देश की उम्मीदें टिकी हैं।

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