AAP ने देशभर में संगठन विस्तार के लिए नए प्रभारियों और सह-प्रभारियों की नियुक्ति की है। ASAP छात्र इकाई भी DU समेत कई कॉलेजों में सक्रिय हुई है। केजरीवाल की टीम अब राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार के मूड में है।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) ने देशभर में संगठन को मज़बूती देने के मकसद से 22 मई को एक बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया है। पार्टी ने कई राज्यों के लिए नए प्रभारी और सह-प्रभारी (Co-incharge) नियुक्त किए हैं। यह कदम खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए पार्टी के विस्तार की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने खुद यह सूची शेयर करते हुए सभी नियुक्त नेताओं को नई ज़िम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
कौन-कौन बने प्रभारी?
AAP की ओर से जारी लिस्ट के मुताबिक, कई अहम चेहरों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं:
- दिलीप पांडेय को प्रवासी समन्वयक (NRI Coordinator) बनाया गया है।
- जितेंद्र सिंह तोमर को मध्य प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
- ऋतुराज गोविंद को हिमाचल प्रदेश की कमान सौंपी गई है।
- महेंद्र यादव को उत्तराखंड का प्रभारी बनाया गया है।
- धीरज टोकस को राजस्थान की ज़िम्मेदारी दी गई है।
- प्रकाश जरवाल को महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
ये सभी नेता पार्टी के पुराने और जमीनी कार्यकर्ता हैं, जिन्हें अब नए राज्यों में AAP का संगठन मज़बूत करने की ज़िम्मेदारी दी गई है।
सह-प्रभारी भी घोषित
मुख्य प्रभारियों के साथ-साथ पार्टी ने कई राज्यों में सह-प्रभारी भी नियुक्त किए हैं, ताकि संगठनात्मक कामकाज तेज़ी से आगे बढ़ सके:
- उत्तर प्रदेश के लिए दिलीप पांडेय के साथ विशेष रवि, अनिल झा, और सुरेंद्र कुमार को सह-प्रभारी बनाया गया है।
- उत्तराखंड में घनेंद्र भारद्वाज को यह ज़िम्मेदारी दी गई है।
- हिमाचल प्रदेश के लिए विजय फुलारा को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।
- पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह नियुक्तियां केवल चुनावी रणनीति के तहत नहीं बल्कि AAP की विचारधारा को देशभर में फैलाने की दिशा में भी एक अहम कदम हैं।
आतिशी ने दी बधाई, कहा – “नई ज़िम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं”
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने AAP के आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिस्ट शेयर करते हुए सभी नवनियुक्त नेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा "आप सभी साथियों को नई ज़िम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं। अब वक्त है बदलाव को और मज़बूती देने का।"
उनके इस संदेश से साफ है कि पार्टी इन नेताओं पर पूरी उम्मीद लगाए बैठी है कि वे आने वाले समय में AAP को न सिर्फ अपने राज्यों में मज़बूत करेंगे, बल्कि जमीनी मुद्दों को भी जोरदार तरीके से उठाएंगे।
छात्र राजनीति में भी सक्रिय AAP, ASAP का विस्तार जारी
सिर्फ मुख्यधारा की राजनीति ही नहीं, AAP अब छात्र राजनीति में भी अपने पांव पसार रही है। पार्टी की छात्र इकाई ASAP (Association of Students for Alternative Politics) ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) समेत कई कॉलेजों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।
ASAP के संयुक्त सचिव दीपक बंसल ने जानकारी दी कि जल्द ही एक Help-line नंबर लॉन्च किया जाएगा, जिससे छात्र अपनी समस्याओं को सीधे पार्टी तक पहुंचा सकें। इसके अलावा ASAP की ओर से दिल्ली के हर जिले में 12वीं कक्षा के टॉपर्स को सम्मानित करने की योजना भी बनाई गई है।
पार्टी का फोकस – राष्ट्रीय स्तर पर संगठन विस्तार
AAP का ये पूरा संगठनात्मक फेरबदल इस ओर संकेत करता है कि पार्टी अब खुद को राष्ट्रीय राजनीतिक विकल्प के तौर पर पेश करना चाहती है। खासकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल जैसे राज्यों में प्रभारी नियुक्त कर पार्टी ने अपनी चुनावी और संगठनात्मक तैयारी तेज कर दी है।