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कोलकाता अग्निकांड: होटल 'ऋतुराज' में भड़की आग, 15 की मौत, लापरवाही पर उठे सवाल

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पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मेचुआपट्टी इलाके में मंगलवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां एक होटल में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोगों में दहशत फैल गई।

पश्चिम बंगाल: मंगलवार रात कोलकाता के भीड़भाड़ वाले मेचुआपट्टी इलाके में स्थित 'ऋतुराज होटल' में अचानक आग लगने की घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। रात करीब 8:15 बजे शुरू हुई इस भयावह आग में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग चीख-पुकार करते हुए इधर-उधर भागते नजर आए।

दमकल विभाग की 10 गाड़ियों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। राहत-बचाव कार्य अभी भी जारी है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने होटल में फंसे कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन कई लोग जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदने की कोशिश करते हुए घायल हो गए।

आग का कारण बना शॉर्ट सर्किट?

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा के अनुसार, आग की वजह शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि होटल में पर्याप्त अग्निशमन व्यवस्था नहीं थी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। होटल का स्ट्रक्चर पुराना और संकरा था, जिससे आग तेजी से फैली और लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो गया।

पुलिस के मुताबिक, मरने वालों में एक महिला और दो बच्चे भी शामिल हैं। कई घायल अभी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे के वक्त होटल में करीब 80-90 लोग ठहरे हुए थे। कुछ लोगों को चौथी मंजिल से नीचे कूदते हुए देखा गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और प्रशासनिक विफलता

घटना के बाद कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और पुलिस आयुक्त घटनास्थल पर पहुंचे। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर शोक जताते हुए कहा, यह दुखद और दिल दहला देने वाली घटना है। राज्य सरकार को तत्काल अग्नि सुरक्षा उपायों की समीक्षा करनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने कोलकाता नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, इस होटल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। निगम की निगरानी व्यवस्था पूरी तरह विफल रही है।

घटना बुर्राबाजार इलाके में हुई, जो पूर्वी भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार है। यहां की संकरी गलियों और भारी भीड़ के कारण दमकल विभाग की गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इससे आग बुझाने में देरी हुई, जो नुकसान का मुख्य कारण बनी। पुलिस ने होटल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और एक विशेष जांच टीम गठित कर दी गई है।

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