आगरा के मंटोला समेत मुस्लिम इलाकों में वक्फ बिल के विरोध में रात 9 बजे 15 मिनट का ब्लैकआउट किया गया, सुप्रीम कोर्ट में 5 मई को सुनवाई होगी।
Black Out Prstote: उत्तर प्रदेश के आगरा में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज कराते हुए 15 मिनट का ब्लैकआउट किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की अपील पर बुधवार रात 9 बजे शहर के मंटोला, लोहामंडी, शाहगंज, ताजगंज और सैयदपाड़ा जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में लोगों ने अपने घरों और दुकानों की लाइटें बंद कर दीं।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले लोगों ने जताया विरोध
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ संशोधन बिल अब कानून बन चुका है। इस कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिस पर 5 मई को सुनवाई होनी है। AIMPLB ने इस कानून को मुस्लिम समाज के अधिकारों का हनन बताया है और इसे संविधान विरोधी करार दिया है।
दिल्ली में हुई थी AIMPLB की बैठक
इससे पहले दिल्ली में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने उलेमाओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुस्लिम समुदाय को इस कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करना चाहिए। इसी कड़ी में बोर्ड ने देशभर के मुसलमानों से अपील की कि वे 1 मई की रात 9 बजे 15 मिनट के लिए घरों और दुकानों की लाइटें बंद करें। इस अपील पर आगरा में व्यापक स्तर पर प्रतिक्रिया देखने को मिली।
इन इलाकों में दिखा विरोध, पुलिस रही सतर्क
ब्लैकआउट के दौरान मंटोला, नाई की मंडी, बेसन बस्ती, शाहगंज का आजमपाड़ा, सदर का शहीद नगर, और ताजगंज जैसे क्षेत्रों में अंधेरा छा गया। अचानक लाइट बंद होने से पुलिस भी सतर्क हो गई और मंटोला समेत कई इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई। हालांकि, विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।
समाजिक संगठनों ने बताया शांतिपूर्ण कदम
हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष डॉ. सिराज कुरैशी और मंटोला बाजार कमेटी के अध्यक्ष अदनान कुरैशी ने बताया कि यह विरोध AIMPLB की अपील पर किया गया और इसका उद्देश्य सरकार तक समुदाय की चिंताओं को पहुंचाना था। उन्होंने कहा कि यह विरोध किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि अपने धार्मिक और सामाजिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए था।