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पेरिस सेंट-जर्मेन ने रचा इतिहास: इंटर मिलान को 5-0 से हराकर पहली बार जीता UEFA चैंपियंस लीग का खिताब

पेरिस सेंट-जर्मेन ने रचा इतिहास: इंटर मिलान को 5-0 से हराकर पहली बार जीता UEFA चैंपियंस लीग का खिताब
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पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) ने इतिहास रच दिया है और पहली बार चैंपियंस लीग का खिताब जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में इंटर मिलान को जोरदार अंदाज में 5-0 से हराया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) ने फुटबॉल के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट UEFA चैंपियंस लीग के फाइनल में इंटर मिलान को 5-0 से रौंद कर अपना पहला खिताब अपने नाम कर लिया। यह मुकाबला न केवल पीएसजी की जीत के लिहाज से यादगार रहा, बल्कि 1956 में इस टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद से फाइनल में किसी भी टीम द्वारा मिली सबसे बड़ी जीत भी बनी। 

इस ऐतिहासिक मुकाबले में डेजायर डोऊ ने दो गोल किए जबकि अशरफ हकीमी, खविचा क्वारत्सखेलिया और सेनी मयुलु ने एक-एक गोल कर पीएसजी की जीत को परफेक्ट बनाया।

पीएसजी का दबदबा, इंटर मिलान पर एकतरफा कब्जा

मैच की शुरुआत से ही पेरिस सेंट-जर्मेन ने इंटर मिलान पर पूरी तरह नियंत्रण बनाए रखा। लुइस एनरिक की अगुवाई में पीएसजी की युवा और गतिशील टीम ने हर विभाग में शानदार प्रदर्शन किया। खासकर मिडफील्ड की विटिन्हा, ओउस्माने डेम्बेले और डेजायर डोऊ की तिकड़ी ने इंटर मिलान के डिफेंस को बार-बार भेदने में कामयाबी हासिल की। 

वहीं इंटर मिलान की टीम, जिसे सिमोन इंजाघी ने तैयार किया था, इस बड़े फाइनल के दबाव में कहीं कमजोर नजर आई और जीत के सपनों को साकार नहीं कर पाई।

अशरफ हकीमी ने किया पहला गोल

पीएसजी के लिए पहला गोल इंटर मिलान के पूर्व खिलाड़ी अशरफ हकीमी ने किया। उन्होंने मैच की शुरुआत में ही अपनी अनुभवी फॉर्म दिखाई और बॉक्स में जाकर शॉट भेद दिया। हकीमी ने अपने पुराने क्लब के खिलाफ सम्मान दिखाते हुए गोल का जश्न नहीं मनाया, जो उनकी खेल भावना का परिचायक था। इस गोल ने पीएसजी को शुरुआती बढ़त दी और टीम को आत्मविश्वास से भर दिया।

डेजायर डोऊ ने किया डबल, मैच पर किया कब्जा

20वें मिनट में डोऊ ने एक जबरदस्त शॉट मारा, जो इंटर मिलान के डिफेंडर से टकराकर गोल में बदल गया। इसके बाद 63वें मिनट में उन्होंने फिर से गोल कर पीएसजी को 3-0 की बड़ी बढ़त दिला दी। डोऊ की यह भूमिका बेहद अहम रही, जिसने पीएसजी को मैच में पूरी तरह से जीत की ओर ले जाकर उनकी पहली चैंपियंस लीग जीत सुनिश्चित की।

डोज़ियर डोऊ के अलावा खविचा क्वारत्सखेलिया ने 73वें मिनट में चौथा गोल कर पेरिस टीम को मैच में निर्णायक बढ़त दिलाई। उनके इस गोल ने इंटर मिलान के आत्मविश्वास को पूरी तरह तोड़ दिया। इसके बाद सब्स्टीट्यूट सेनी मयुलु ने मैच के अंतिम क्षणों में शानदार फिनिश करते हुए पांचवां गोल दागा और टीम को 5-0 की जीत से नवाजा। यह स्कोर चैंपियंस लीग फाइनल के इतिहास में सबसे बड़ा अंतर साबित हुआ।

इंटर मिलान की कोशिशें और पीएसजी की मजबूती

इंटर मिलान ने भी मैच में वापसी की कोशिश की लेकिन पीएसजी के मिडफील्ड और डिफेंस ने हर प्रयास को नाकाम कर दिया। फ्रांसेस्को एसरबी का हेडर गोल पोस्ट के ऊपर चला गया जबकि डिफेंडर निकोला जालेव्स्की और यान ऑरेल बिस्सेक के उतरने के बाद भी टीम के संघर्ष का कोई नतीजा नहीं निकला। मैच में पूरी तरह से पीएसजी का दबदबा कायम रहा और उन्होंने हर विभाग में श्रेष्ठता दिखाई।

पेरिस सेंट-जर्मेन के लिए यह केवल पहला चैंपियंस लीग खिताब ही नहीं, बल्कि फ्रांस के क्लब फुटबॉल के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले फ्रांसीसी क्लब मार्सिले ने ही 1993 में चैंपियंस लीग खिताब जीता था। पीएसजी ने इस सीजन में पहले ही फ्रेंच लीग और कप जीत रखे थे, और अब चैंपियंस लीग जीतकर अपनी ताकत का पूरा प्रदर्शन किया है।

पीएसजी की इस ऐतिहासिक जीत में कोच लुइस एनरिक की रणनीति और नेतृत्व का बड़ा योगदान है। एनरिक ने युवा खिलाड़ियों को आत्मविश्वास और सही दिशा दी, जिससे टीम ने एकजुट होकर एक बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनका संयम और समझदारी इस जीत की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है।

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