आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में अब एक नई क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। अमेरिका में एआई के भविष्य को नई ऊंचाई देने के लिए ओरेकल, ओपनएआई और एनवीडिया मिलकर इतिहास रचने जा रहे हैं। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ओरेकल करीब 40 बिलियन डॉलर की लागत से एनवीडिया की अत्याधुनिक जीबी200 चिप्स खरीदने जा रही है। इस महाविनियोजन का उद्देश्य ओपनएआई के लिए एक विशाल और शक्तिशाली डेटा सेंटर तैयार करना है, जो टेक्सास के एबिलीन शहर में स्थापित किया जाएगा।
यह परियोजना केवल एक डेटा सेंटर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह 'यूएस स्टारगेट' नाम की एक बड़े स्तर की रणनीतिक योजना का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य है अमेरिका को वैश्विक एआई रेस में शीर्ष स्थान पर बनाए रखना।
400,000 से ज्यादा सुपरचिप्स का ऑर्डर
रिपोर्ट के मुताबिक, ओरेकल एनवीडिया की लगभग 400,000 जीबी200 चिप्स खरीदेगी। ये चिप्स एनवीडिया की अब तक की सबसे शक्तिशाली एआई प्रोसेसिंग यूनिट मानी जा रही हैं। इनके जरिए ओरेकल ओपनएआई को एक बेहद ताकतवर कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगा, जिससे चैटजीपीटी जैसी सेवाएं पहले से कहीं ज्यादा तेज, स्मार्ट और बड़े पैमाने पर काम कर सकेंगी।
इन चिप्स से तैयार हो रही कंप्यूटिंग पावर को लीज मॉडल पर ओपनएआई को उपलब्ध कराया जाएगा, यानी ओरेकल खुद यह इंफ्रास्ट्रक्चर बनाएगा और ओपनएआई इसका किराया देकर इस्तेमाल करेगा।
माइक्रोसॉफ्ट से स्वतंत्रता की ओर बढ़ता ओपनएआई
अब तक ओपनएआई की अधिकांश क्लाउड कंप्यूटिंग जरूरतें माइक्रोसॉफ्ट के जरिए पूरी की जाती रही हैं, लेकिन जैसे-जैसे चैटजीपीटी की लोकप्रियता और डिमांड बढ़ी है, वैसे-वैसे इसकी ऊर्जा और कंप्यूटिंग जरूरतें भी तेजी से बढ़ी हैं। अब यह मांग माइक्रोसॉफ्ट की आपूर्ति से अधिक हो चुकी है।
ऐसे में यह नया डेटा सेंटर ओपनएआई को माइक्रोसॉफ्ट पर पूरी तरह निर्भर रहने से मुक्ति दिला सकता है। यह कदम न केवल तकनीकी स्वतंत्रता देगा, बल्कि क्लाउड सर्विस के मामले में अधिक लचीलापन और नियंत्रण भी प्रदान करेगा।
15 साल के लिए ली गई ज़मीन
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ओरेकल ने टेक्सास के एबिलीन में इस डेटा सेंटर के लिए 15 साल के लिए लीज एग्रीमेंट साइन किया है। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए जेपी मॉर्गन ने 9.6 बिलियन डॉलर के दो बड़े ऋण प्रदान किए हैं। वहीं साइट के मालिक क्रूसो और ब्लू आउल कैपिटल जैसे अमेरिकी निवेशक लगभग 5 बिलियन डॉलर का नकद निवेश कर रहे हैं।
यह निवेश और सहयोग न केवल अमेरिकी तकनीकी जगत में विश्वास दिखाता है, बल्कि इस बात का संकेत भी है कि एआई का अगला युद्ध 'डाटा और पावर' पर केंद्रित होने वाला है।
ओरेकल के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है स्टारगेट
ओरेकल लंबे समय से क्लाउड कंप्यूटिंग की दौड़ में अमेज़न, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट से पीछे रहा है। लेकिन यह नया डेटा सेंटर प्रोजेक्ट कंपनी के लिए टर्निंग पॉइंट बन सकता है।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ओरेकल अपनी क्लाउड क्षमताओं को नई ऊंचाई पर ले जा सकता है, जो उसे उद्योग के अग्रणी खिलाड़ियों की बराबरी में खड़ा कर सकता है। साथ ही, इस पहल से ओरेकल को ग्लोबल स्तर पर भी नई पहचान मिलेगी।
मध्य पूर्व में भी होगा स्टारगेट का विस्तार
यह बात भी सामने आई है कि ओरेकल, ओपनएआई और एनवीडिया मध्य पूर्व में भी इसी तरह का डेटा सेंटर बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) में एक विशाल एआई हब तैयार किया जाएगा, जहां एक लाख से अधिक एनवीडिया चिप्स का इस्तेमाल किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट का पहला चरण 2026 में चालू किया जाएगा, जो इस बात का संकेत है कि अमेरिका के साथ-साथ एआई की जड़ें अब खाड़ी देशों में भी गहरी होने वाली हैं।
अमेरिका की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मजबूती के लिए नया कदम
अमेरिका की 'स्टारगेट' परियोजना सिर्फ एक तकनीकी काम नहीं है, बल्कि यह देश की बड़ी एआई रणनीति का अहम हिस्सा है। आज जब चीन जैसे देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तब अमेरिका यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वह इस रेस में सबसे आगे बना रहे। टेक्सास में बन रहा यह मेगा डेटा सेंटर, अमेरिका की इसी कोशिश का हिस्सा है, जिससे वह एआई के क्षेत्र में दुनिया की सबसे ताकतवर ताकत बन सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस डेटा सेंटर के बनने से अमेरिका को एआई रिसर्च, तकनीकी विकास और बड़े स्तर पर एआई एप्लिकेशन को लागू करने में बहुत मदद मिलेगी। इससे अमेरिका न केवल नई तकनीकें तैयार कर पाएगा, बल्कि उन्हें दुनिया भर में तेजी से फैलाकर वैश्विक नेतृत्व भी हासिल कर सकेगा। यह कदम एआई के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में अमेरिका की सबसे बड़ी पहल माना जा रहा है।