राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने अपनी मौजूदगी का अहसास कराया है। बीते 24 घंटे में कुल 8 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिनमें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के एक रेजिडेंट डॉक्टर, एक मेडिकल छात्र, और एक दिल की बीमारी से ग्रसित बुजुर्ग मरीज शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दी है। बीते 24 घंटे में शहर में कोविड-19 के 8 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ गई है। ताजा मामलों में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के एक रेजिडेंट डॉक्टर और एक मेडिकल छात्र के पॉजिटिव पाए जाने से चिकित्सा संस्थानों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
इसके अलावा एक संक्रमित मरीज दिल की गंभीर बीमारी से ग्रसित बुजुर्ग हैं, जो पहले से अस्पताल में भर्ती थे। इनके संपर्क में आने वाले लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग शुरू कर दी गई है।
संक्रमण की वर्तमान स्थित
Health department के ताजा आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ में बुधवार तक कुल 8 नए कोविड-19 संक्रमित मिले हैं। इनमें 3 केस KGMU से, 2 केस एक निजी लैब के टेक्नीशियन और उसके परिजन से जुड़े हैं, और 3 केस अलग-अलग क्षेत्रों से आए हैं। इन सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
KGMU प्रशासन ने जानकारी दी है कि रेजिडेंट डॉक्टर को हल्का बुखार और गले में खराश की शिकायत थी, जिसके बाद उसने जांच कराई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मेडिकल छात्र भी उसी विभाग से जुड़ा हुआ था और दोनों की ट्रैवल हिस्ट्री फिलहाल स्थानीय ही बताई गई है।
बुजुर्ग मरीज की रिपोर्ट ने बढ़ाई चिंता
एक 72 वर्षीय बुजुर्ग, जो हार्ट ब्लॉकेज की समस्या के चलते KGMU के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती थे, उनकी रिपोर्ट भी कोविड पॉजिटिव आई है। उन्हें हल्की खांसी और सांस में परेशानी के लक्षण थे। डॉक्टरों के मुताबिक, उनका इलाज जारी है और ऑक्सीजन लेवल नियंत्रण में है। बुजुर्ग की स्थिति को देखते हुए उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।
जैसे ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई, KGMU प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत एक्टिव कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू की। अब तक कुल 38 लोगों की पहचान की गई है, जो इन मरीजों के सीधे संपर्क में थे। इन सभी के सैंपल लिए जा रहे हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। अस्पताल परिसर में भी सैनिटाइजेशन अभियान चलाया गया है, और जिस वार्ड में संक्रमित मरीज भर्ती थे, उसे अस्थायी रूप से बंद किया गया है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
डॉ. आर.के. वर्मा (वायरोलॉजिस्ट, KGMU) का कहना है, भले ही ये मामूली संख्या हो, लेकिन ये संकेत है कि वायरस अभी गया नहीं है। बदलते मौसम, भीड़-भाड़ और ढील बरतने से संक्रमण फिर से सिर उठा सकता है। लोगों को मास्क, हाथ धोना और भीड़ से दूरी जैसे नियमों को नहीं भूलना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने शहर के सभी बड़े अस्पतालों को अलर्ट जारी कर दिया है।
साथ ही RT-PCR टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। KGMU समेत अन्य मेडिकल संस्थानों को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। लोगों से अपील की गई है कि यदि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, या सांस की परेशानी हो तो तुरंत जांच कराएं और खुद को आइसोलेट करें।