भारतीय शेयर बाजार में एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है, क्योंकि सौर ऊर्जा और पंप निर्माण में अग्रणी कंपनी ओसवाल पंप्स लिमिटेड अपना आईपीओ लाने जा रही है। यह आईपीओ 13 जून 2025 को खुलेगा और 17 जून 2025 को बंद होगा। यह निवेशकों के लिए सौर ऊर्जा और पर्यावरण-अनुकूल तकनीक में निवेश का एक सुनहरा मौका है। आइए, इस आईपीओ की खास बातें और कंपनी की ताकत को आसान और अनोखे अंदाज में समझते हैं।
आईपीओ की मुख्य बातें
- आकार और संरचना: यह आईपीओ 890 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयरों और प्रमोटर विवेक गुप्ता (जिनकी कंपनी में 25.17% हिस्सेदारी है) द्वारा 81 लाख शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) को शामिल करता है।
- प्राइस बैंड: प्रति शेयर 584 से 614 रुपये।
- लॉट साइज: प्रत्येक लॉट में 24 शेयर, यानी खुदरा निवेशकों को कम से कम 14,736 रुपये का निवेश करना होगा।
- समय-सीमा:एंकर बुक: 12 जून 2025
- आवंटन: 18 जून 2025
- रिफंड/शेयर क्रेडिट: 19 जून 2025
- लिस्टिंग: 20 जून 2025 को NSE SME प्लेटफॉर्म पर।
- रजिस्ट्रार: MUFG इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड।
कंपनी क्या करती है?
ओसवाल पंप्स सौर-संचालित और ग्रिड-कनेक्टेड पंप (सबमर्सिबल, मोनोब्लॉक), इलेक्ट्रिक मोटर्स, और सोलर मॉड्यूल बनाती है। अपने ‘ओसवाल’ ब्रांड के साथ, कंपनी 22 साल से इंजीनियरिंग, डिजाइन, और उत्पाद परीक्षण में उत्कृष्टता हासिल कर चुकी है। यह भारत सरकार की पीएम कुसुम योजना के तहत हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और महाराष्ट्र में 38,132 सोलर पंपिंग सिस्टम की आपूर्ति कर चुकी है, जो किसानों को सस्ती और स्वच्छ बिजली प्रदान करते हैं।
आईपीओ से मिली राशि का उपयोग
कंपनी ने धनराशि के इस्तेमाल की स्मार्ट योजना बनाई है:
- 89.86 करोड़ रुपये: पूंजीगत खर्च (कैपेक्स)।
- 273 करोड़ रुपये: हरियाणा में नई मैन्युफैक्चरिंग इकाई के लिए (ओसवाल सोलर में निवेश)।
- 280 करोड़ रुपये: कर्ज चुकाने के लिए।
- 31 करोड़ रुपये: सहायक कंपनी ओसवाल सोलर का कर्ज चुकाने के लिए।
- बाकी राशि: सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए।
यह योजना कंपनी को उत्पादन बढ़ाने, कर्ज कम करने, और सौर ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद करेगी।
कंपनी की वित्तीय ताकत
ओसवाल पंप्स का वित्तीय प्रदर्शन शानदार रहा है:
- वित्त वर्ष 2023: राजस्व 387 करोड़ रुपये, शुद्ध लाभ 34.2 करोड़ रुपये।
- वित्त वर्ष 2024: राजस्व 761.2 करोड़ रुपये, शुद्ध लाभ 97.7 करोड़ रुपये।
- 2025 (पहले 9 महीने): राजस्व 1,067.3 करोड़ रुपये, शुद्ध लाभ 216.7 करोड़ रुपये।
- यह आंकड़े कंपनी की तेजी से बढ़ती मांग और मजबूत कारोबारी स्थिति को दर्शाते हैं।
निवेश क्यों करें?
- सौर ऊर्जा का बढ़ता बाजार: भारत सरकार की पीएम कुसुम जैसी योजनाएं सौर ऊर्जा की मांग को बढ़ा रही हैं, जो कंपनी के लिए फायदेमंद है।
- मजबूत वित्तीय स्थिति: लगातार बढ़ता राजस्व और मुनाफा निवेशकों का भरोसा बढ़ाता है।
- टिकाऊ भविष्य: सौर ऊर्जा और पर्यावरण-अनुकूल तकनीक में निवेश लंबे समय में फायदेमंद हो सकता है।
जोखिम क्या हैं?
- बाजार में प्रतिस्पर्धा: सौर ऊर्जा क्षेत्र में कई कंपनियां सक्रिय हैं, जो चुनौती पेश कर सकती हैं।
- कच्चे माल की कीमतें: कीमतों में उतार-चढ़ाव मुनाफे को प्रभावित कर सकता है।
- बाजार की स्थिति: आईपीओ की सफलता शेयर बाजार के माहौल पर भी निर्भर करेगी।
क्यों है यह अनोखा अवसर?
ओसवाल पंप्स का आईपीओ उन निवेशकों के लिए खास है, जो स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ भविष्य में विश्वास रखते हैं। कंपनी का सरकारी योजनाओं से जुड़ाव, मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, और सौर ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती मांग इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है। अगर आप सौर ऊर्जा के उभरते बाजार में हिस्सेदारी चाहते हैं, तो यह आईपीओ आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है।