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प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे विदेश से लौटे सांसद, पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक स्ट्राइक पर होगी चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे विदेश से लौटे सांसद, पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक स्ट्राइक पर होगी चर्चा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद सात ऑल पार्टी डेलिगेशन 33 देशों में भारत का संदेश लेकर लौटे। पीएम मोदी आज डिनर पर इन सांसदों से मुलाकात कर आतंकवाद पर वैश्विक प्रतिक्रिया पर फीडबैक लेंगे।

PM Modi Meeting: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने न सिर्फ सैन्य मोर्चे पर बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को घेरने के लिए बड़ा कदम उठाया। इस हमले के जवाब में भारतीय सेनाओं ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पंजाब प्रांत में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इसके बाद भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कूटनीतिक रणनीति को मजबूत करते हुए एक बहुपक्षीय अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की सात सर्वदलीय टीमें दुनिया के 33 देशों में भेजी गईं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद कूटनीतिक पहल

ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं था, बल्कि यह भारत की व्यापक रणनीति का एक हिस्सा था, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करना भी शामिल था। ऑपरेशन के तुरंत बाद सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि विश्व के प्रमुख देशों को भारत की स्थिति स्पष्ट रूप से बताई जाए और पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाया जाए।

सात टीमें, 33 देश, व्यापक अभियान

सरकार ने सात टीमों का गठन किया, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के वरिष्ठ सांसद शामिल थे। इन टीमों ने यूरोप, अमेरिका, खाड़ी देशों, अफ्रीका और एशिया की प्रमुख राजधानियों का दौरा किया। इन दौरों का उद्देश्य सिर्फ भारत की बात रखना नहीं था, बल्कि भारत की छवि को वैश्विक मंच पर एक निर्णायक और निर्णायक कार्रवाई करने वाले राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत करना भी था।

पीएम मोदी लेंगे फीडबैक, डिनर पर बुलाया सांसदों को

अब जबकि छह टीमें वापस लौट चुकी हैं और सातवीं टीम (शशि थरूर की अगुवाई में) 10 जून को लौट रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन प्रतिनिधिमंडलों को अपने आवास पर डिनर के लिए आमंत्रित किया है। यह मुलाकात 10 जून की शाम 7.30 बजे निर्धारित है, जिसमें पीएम मोदी सभी सांसदों से उनके विदेश दौरों के अनुभव और प्रतिक्रियाओं पर विस्तृत जानकारी लेंगे।

सत्ता और विपक्ष एक मंच पर

इस विशेष मिशन की सबसे बड़ी बात यह रही कि इसमें सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों की भी भागीदारी रही। एनडीए की ओर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, बैजयंत जय पांडा, जेडीयू के संजय कुमार झा और शिवसेना (शिंदे गुट) के श्रीकांत शिंदे शामिल थे। वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के शशि थरूर, डीएमके की कनिमोझी और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले ने अपनी-अपनी टीमों का नेतृत्व किया। यह पहल राजनीतिक समन्वय और राष्ट्रीय हितों के लिए एकजुटता की मिसाल बनी।

विदेश मंत्री ने ली जानकारी

विदेश से लौटने के बाद रविशंकर प्रसाद, कनिमोझी, सुप्रिया सुले और अन्य नेताओं ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात कर अपनी यात्रा की विस्तृत जानकारी दी थी। यह जानकारी न केवल भारत की रणनीति के मूल्यांकन के लिए उपयोगी है, बल्कि इससे यह भी पता चलता है कि किन देशों में भारत के प्रयासों को किस तरह की प्रतिक्रिया मिली।

शशि थरूर की टीम की वापसी

अमेरिका और कैरेबियाई देशों की यात्रा पर गए शशि थरूर के नेतृत्व वाले डेलिगेशन की वापसी 10 जून की दोपहर को होनी है। इसके बाद वे भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे और अपनी यात्रा के अनुभव साझा करेंगे।

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