अगर आप हर सुबह उठते ही जब बिस्तर से पहला कदम रखते हैं तो तलवों में तेज़ चुभन या दर्द महसूस करते हैं, तो ये किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। आमतौर पर लोग इसे थकान, उम्र या भारी चलने-फिरने का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन असल में यह आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी की चेतावनी भी हो सकती है। खासतौर पर अगर यह समस्या रोज हो रही है, तो इसे हल्के में लेना खतरे से खाली नहीं है।
यह लेख आपको बताएगा कि सुबह-सुबह पैरों के तलवों में दर्द क्यों होता है, इसके पीछे कौन-कौन सी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है और आप इससे कैसे बच सकते हैं।
सुबह-सुबह तलवों में दर्द के संभावित कारण
1. विटामिन D की कमी
विटामिन D शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और हड्डियों-मांसपेशियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और मांसपेशियों में अकड़न आने लगती है। यह स्थिति पैरों के तलवों में दर्द के रूप में सामने आती है, खासकर सुबह के समय जब शरीर आराम की स्थिति से बाहर आता है।
2. कैल्शियम की कमी
कैल्शियम हड्डियों का मुख्य निर्माण तत्व है। इसकी कमी से हड्डियों में सूजन, जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। सुबह जब आप उठते हैं, और शरीर का दबाव तलवों पर पड़ता है, तब दर्द और असहजता महसूस होती है।
3. मैग्नीशियम की कमी
मैग्नीशियम मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के लिए जरूरी मिनरल है। इसकी कमी से मांसपेशियों में ऐंठन, जलन और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आते हैं। कई बार यह समस्या रातभर शरीर के आराम करने के बाद सुबह तेज़ दर्द के रूप में उभरती है।
4. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)
रातभर शरीर पानी नहीं लेता, जिससे सुबह डिहाइड्रेशन हो सकता है। इससे नसों और मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जो पैरों के सुन्न होने या दर्द का कारण बन सकता है।
किन बातों का रखें ध्यान?
- सूरज की रोशनी लें: विटामिन D का सबसे सस्ता और प्राकृतिक स्रोत सूरज की रोशनी है। हर दिन कम से कम 15–20 मिनट सुबह की धूप में बैठें। यह शरीर को नेचुरल तरीके से विटामिन D देने में मदद करेगा और हड्डियों की सेहत बेहतर बनाएगा।
- संतुलित और पोषक आहार लें: अपने भोजन में दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडा, मशरूम, बादाम और तिल जैसी चीजें शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ विटामिन D, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखते हैं।
- सुबह स्ट्रेचिंग करें: बिस्तर से उठने से पहले थोड़ा पैरों को हिलाएं-डुलाएं, एड़ी और पंजों को घुमाएं। हल्की स्ट्रेचिंग से मांसपेशियां एक्टिव होती हैं और अचानक खिंचाव या दर्द की संभावना कम हो जाती है।
- गुनगुने पानी से सिकाई करें: अगर आपके पैरों के तलवे बार-बार दर्द करते हैं तो सुबह-सुबह गुनगुने पानी में पैर भिगोना फायदेमंद होता है। आप गर्म पानी की बोतल से हल्का सेकाई भी कर सकते हैं। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और खून का बहाव बेहतर होता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है।
- मैग्नीशियम सप्लीमेंट का सेवन: अगर आपकी डाइट से मैग्नीशियम पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से मैग्नीशियम सप्लीमेंट लिया जा सकता है। इसके लिए खुद से दवा न लें, बल्कि किसी विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।
कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
- अगर दर्द हर रोज़ हो रहा है और हफ्तों तक ठीक नहीं हो रहा।
- अगर पैरों में सूजन, जलन या सुन्नता भी महसूस होती है।
- अगर नींद से जागते ही चलना मुश्किल हो रहा है।
तो ऐसे में विशेषज्ञ से मिलकर ब्लड टेस्ट कराएं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कौन सा पोषक तत्व कम है।