मार्च तिमाही में शेयर बाजार की उथल-पुथल ने दिग्गज निवेशकों को सतर्क कर दिया, जिससे टॉप 6 में से पांच के पोर्टफोलियो की वैल्यू में गिरावट आई, जबकि सिर्फ डॉली खन्ना ने इस दौर में बढ़त बनाई।
नई दिल्ली: मार्च तिमाही में शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के बीच अधिकांश टॉप निवेशकों ने सतर्कता बरती और बड़े दांव लगाने से बचा। इस दौरान दिवंगत राकेश झुनझुनवाला के परिवार का इक्विटी पोर्टफोलियो सबसे अधिक प्रभावित हुआ। मार्च 2025 के अंत तक झुनझुनवाला फैमिली के पोर्टफोलियो की कीमत 57,594 करोड़ रुपये रह गई, जो दिसंबर 2024 के 68,285 करोड़ रुपये से काफी कम है।
इसी तरह, मुकुल अग्रवाल, आशीष कचोलिया, विजय केडिया और अनिल गोयल के निवेश भी घाटे में रहे। इस गिरावट के बीच सिर्फ डॉली खन्ना का पोर्टफोलियो मार्च तिमाही में बढ़त दर्ज करने में सफल रहा।
झुनझुनवाला परिवार का शेयरहोल्डिंग अपडेट
मार्च 2025 के शेयरहोल्डिंग डेटा से पता चलता है कि राकेश झुनझुनवाला परिवार के पास 26 लिस्टेड कंपनियों में 1% से अधिक हिस्सेदारी है। खासतौर पर टाइटन, केनरा बैंक, फेडरल बैंक और सनड्रॉप ब्रांड्स में परिवार ने हिस्सेदारी बढ़ाई है।
टाइटन: परिवार की हिस्सेदारी की वैल्यू 14,028 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जिसमें 80,000 नए शेयर खरीदे गए, जिससे हिस्सेदारी 5.15% हो गई।
केनरा बैंक और फेडरल बैंक: क्रमशः 3.75 मिलियन और 1.5 मिलियन शेयरों में वृद्धि हुई। माइनस मूव: परिवार ने बाजार स्टाइल रिटेल में 1.9 लाख शेयर कम किए और सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च से पूरी तरह बाहर हो गया।
मुकुल अग्रवाल
मुकुल अग्रवाल के 48-स्टॉक वाले पोर्टफोलियो की समीक्षा से साफ होता है कि मार्च तिमाही में उन्होंने अपने निवेश को संकुचित किया है। छह कंपनियों — एथोस, ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन, क्विक हील टेक्नोलॉजीज, सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स, ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स और CEAT Ltd. — से वे पूरी तरह बाहर हो गए या उनकी हिस्सेदारी 1% से नीचे आ गई। इसके अलावा, BSE में 2 लाख और पर्ल ग्लोबल में 3 लाख शेयर घटाए गए।
मुकुल अग्रवाल ने Onesource Speciality Pharma और Jagsonpal Pharma में नए निवेश किए, साथ ही Zota Healthcare और Surya Roshni के शेयर भी खरीदे, जिससे उनके पोर्टफोलियो का पुनर्संतुलन हुआ।
अनिल गोयल
अनिल गोयल के मार्च माह के निवेश कदमों से उनकी चीनी उद्योग के प्रति रुचि स्पष्ट नजर आती है। उनके 23 स्टॉक्स में 15 में हिस्सेदारी बढ़ाई गई, जबकि L.G. Balakrishnan को पूरी तरह से बेच दिया गया। TCPL Packaging और नाहर ग्रुप के शेयरों में थोड़ी कटौती की गई, लेकिन त्रिवेणी, डालमिया शुगर, अवध और उत्तम शुगर में नए निवेश किए गए।
उन्होंने सरला परफॉर्मेंस फाइबर्स के 1.15 मिलियन शेयर खरीदे, जिससे उनकी हिस्सेदारी में 1.38% की वृद्धि हुई। टेक्सटाइल सेक्टर से DCM Nouvelle उनके नए स्टॉक्स में शामिल हुआ। कुल मिलाकर, अनिल गोयल अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करते हुए कम लेकिन रणनीतिक बदलाव कर रहे हैं।
आशीष कचोलिया
मार्च 2025 में आशीष कचोलिया ने अपने निवेश पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण बदलाव किए। उन्होंने Awfis में भारी हिस्सेदारी घटाई, साथ ही Ami Organics और Balu Forge में भी अपनी हिस्सेदारी कम की।
दूसरी ओर, Zaggle Prepaid Ocean Services में उन्हें अच्छा लाभ मिला और उन्होंने यहां अपनी होल्डिंग को 1,00,000 शेयर तक बढ़ा दिया। इसके अलावा, Aeroflex Industries और Jyoti Structures के शेयरों की खरीदारी करके उन्होंने अपने पोर्टफोलियो को और मजबूत किया।
उनके कुछ पसंदीदा स्टॉक्स जैसे Shaily Engineering, Safari Industries और NIIT Learning Systems में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी स्थिर बनाए रखी, जिससे उनके निवेश में संतुलन बना रहा।
विजय केडिया, स्थिर पोर्टफोलियो में रणनीतिक समायोजन
मार्च 2025 में विजय केडिया ने अपने 13 स्टॉक्स के पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव से बचते हुए केवल कुछ प्रमुख होल्डिंग्स में समायोजन किया। उन्होंने कोई नया स्टॉक नहीं जोड़ा, लेकिन कुछ हिस्सेदारियों में महत्वपूर्ण कटौती की।
Tejas Networks: 5 लाख शेयर घटाए, जिससे हिस्सेदारी 1.31% से घटकर 1.02% हुई।
Precision Camshafts: करीब 9.95 लाख शेयर कम किए, हिस्सेदारी 3.15% से घटकर 2.10% पर आ गई।
Global Vectra Helicorp: 30,000 शेयरों की कटौती, हिस्सेदारी 5.07% से घटकर 4.86% रही।
विजय केडिया की सबसे बड़ी होल्डिंग्स में Atul Auto, Neuland Labs, Elecon Engineering और Sudarshan Chemical शामिल हैं, जिनमें उन्होंने स्थिरता बनाए रखी।
डॉली खन्ना
मार्च 2025 की तिमाही में डॉली खन्ना ने अपने निवेश पोर्टफोलियो में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। उनके पास कुल 15 स्टॉक्स थे, जिनमें से उन्होंने SOM Distillerie, Prakash Industries और Mangalore Chemicals में बड़ी मात्रा में शेयर खरीदे। खासकर मैन्युफैक्चरिंग और शराब क्षेत्र में उनका निवेश बढ़ा है, जिससे उनकी होल्डिंग 9 स्टॉक्स तक बढ़ गई।
इसके अलावा, उन्होंने 20 Microns, Prakash Pipes, और Stove Kraft जैसे स्टॉक्स में भी छोटे पैमाने पर खरीदारी की। Polyplex Corp उनके नए निवेश में शामिल है। वहीं, मेटल्स और एनर्जी सेक्टर से उनका नजरिया बदला दिखा, उन्होंने Selan Exploration और Indian Metals & Ferro Alloys को पूरी तरह बेच दिया। इसके साथ ही Rajshree Group के स्टॉक्स में भी उन्होंने कुछ कटौती की।