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India Pakistan Tension: धोनी को मिल सकती है बॉर्डर पर तैनाती? रक्षा मंत्रालय का नोटिफिकेशन जारी

एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और मानद उपाधि प्राप्त हैं। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आर्मी को तैयार रहने को कहा गया है, जिससे धोनी को भी मदद करनी होगी।

India Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, रक्षा मंत्रालय ने एक अहम निर्णय लिया है, जिससे भारतीय सेना और टेरिटोरियल आर्मी के बीच सहयोग को लेकर नई दिशा स्पष्ट हुई है। इस नोटिफिकेशन के तहत, अब रेगुलर आर्मी टेरिटोरियल आर्मी की मदद ले सकती है, जिसका मतलब है कि युद्ध की स्थिति में टेरिटोरियल आर्मी के सैनिकों को सक्रिय रूप से शामिल किया जा सकता है। यह निर्णय खासतौर पर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा हैं, और एक सवाल जो इस समय देशभर में उठ रहा है वह है - "क्या एमएस धोनी, जो टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, जंग में शामिल होंगे?"

क्या है टेरिटोरियल आर्मी और एमएस धोनी की भूमिका?

टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व सैन्य बल है, जिसे युद्ध के समय में सक्रिय किया जाता है। यह सेना के नियमित संचालन से बाहर रहता है, लेकिन किसी भी संकट या युद्ध की स्थिति में इसे तुरंत मोर्चे पर भेजा जा सकता है। टेरिटोरियल आर्मी के सदस्य नियमित सेना के साथ सहयोग करते हैं और आंतरिक सुरक्षा जैसे कार्यों में मदद करते हैं।

एमएस धोनी, जो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैं और भारत के सबसे सफल क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल हैं, टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। उन्होंने अपनी आर्मी की ट्रेनिंग भी पूरी की है, और यह खबर अब चर्चा का विषय बन गई है कि क्या बढ़ते तनाव के बीच धोनी को भी अपनी आर्मी की भूमिका निभानी होगी।

धोनी का रिटायरमेंट और अब की स्थिति

धोनी ने 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया था, और हाल ही में आईपीएल 2023 के बाद से वह पूरी तरह से क्रिकेट से दूर हो गए हैं। इस समय उनका अधिकांश समय खाली है, और चूंकि वह एक प्रशिक्षित आर्मी अधिकारी हैं, इस समय उनके पास अपनी सेवाएं देने का अच्छा अवसर हो सकता है।

यदि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ता है और युद्ध की स्थिति बनती है, तो धोनी के लिए यह समय अपनी आर्मी सेवाओं को देश की सेवा में अर्पित करने का हो सकता है।

रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सेना प्रमुख के पास अब यह अधिकार होगा कि वह टेरिटोरियल आर्मी के सदस्य को युद्ध या अन्य सैन्य कार्रवाई में शामिल कर सकें। इससे यह भी संकेत मिलता है कि अगर स्थिति और बढ़ती है, तो एमएस धोनी सहित अन्य टेरिटोरियल आर्मी के अधिकारी सेना के साथ मिलकर काम करेंगे।

टेरिटोरियल आर्मी की ट्रेनिंग और कार्यक्षेत्र

टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती होने वाले सभी सैनिकों को नियमित सेना की तरह ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि संकट की घड़ी में वे किसी भी प्रकार की सैन्य सहायता प्रदान कर सकें। इन सैनिकों का मुख्य काम होता है सेना को विभिन्न कार्यों में सहायता देना, जैसे कि आंतरिक सुरक्षा, काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन, और जरूरत पड़ने पर युद्ध में शामिल होना।

एमएस धोनी की सैन्य सेवाएं

धोनी के पास एक आर्मी अधिकारी के रूप में प्रशिक्षण है, और वह पहले ही अपनी कड़ी ट्रेनिंग के जरिए इस दिशा में काफी अनुभव प्राप्त कर चुके हैं। टेरिटोरियल आर्मी के मानद लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में धोनी ने पहले ही अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है, और अगर जरूरत पड़ी, तो वह अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार रहेंगे।

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