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UP Politics: बसपा में सियासी हलचल, आकाश आनंद को मिली बड़ी जिम्मेदारी

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राजनीति में एक बार फिर अहम मोड़ आया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (Chief National Coordinator) नियुक्त करते हुए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। 

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने रविवार को एक महत्वपूर्ण नेशनल बैठक आयोजित की, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने इस बैठक के दौरान अपने भतीजे आकाश आनंद को बसपा का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (नेशनल कोऑर्डिनेटर) नियुक्त किया। उन्हें पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। 

बैठक में मायावती ने कार्यकर्ताओं को सावधानी से काम करने और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की सलाह दी, ताकि आने वाले चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके।

नई भूमिका में आकाश आनंद

रविवार को लखनऊ में आयोजित बसपा की राष्ट्रीय बैठक में मायावती ने आकाश आनंद को औपचारिक रूप से नई जिम्मेदारी दी। इसके तहत अब वे पार्टी के प्रमुख आयोजनों, राज्य स्तरीय कार्यक्रमों और राष्ट्रीय स्तर की रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आकाश को यह जिम्मेदारी ऐसे समय दी गई है जब 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद विपक्षी राजनीति में भारी उथल-पुथल है और दलित वोट बैंक को लेकर खासी सियासी जंग छिड़ी हुई है।

आकाश को जिम्मेदारी सौंपते हुए मायावती ने सख्त लहजे में सलाह दी कि वे पार्टी की नीतियों के प्रति प्रतिबद्ध रहें और किसी भी प्रकार की जल्दबाजी से बचें। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी की विचारधारा खासकर बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और गौतम बुद्ध के आदर्शों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए आकाश को हर प्रकार की सावधानी और राजनीतिक परिपक्वता का परिचय देना होगा।

बीवीएफ को फिर से सक्रिय करने का निर्णय

बैठक में मायावती ने बहुजन वालंटियर फोर्स (BVF) को फिर से मजबूत और संगठित करने पर जोर दिया। उनका मानना है कि यह संगठनात्मक इकाई जमीनी स्तर पर पार्टी की उपस्थिति को सशक्त बना सकती है। उन्होंने निर्देश दिया कि देशभर में बीवीएफ के माध्यम से जनजागरण, सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों के लिए अभियान चलाया जाए।

बैठक के दौरान मायावती ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को परमाणु धमकी नहीं सहने की चेतावनी को सही कदम बताया और कहा कि इस तरह की सख्ती जरूरी है ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर मामले में अमेरिका या किसी तीसरे देश की मध्यस्थता को खारिज करते हुए आत्मनिर्भरता पर बल दिया।

मूर्ति अनादर और सामाजिक सौहार्द पर चिंता

मायावती ने कहा कि बाबा साहेब और गौतम बुद्ध की प्रतिमाओं का अपमान समाज को बांटने की कोशिश है और राज्य सरकारों को इस पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि ऐसी घटनाएं देश के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा सकती हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आकाश आनंद की नियुक्ति से बसपा युवाओं को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है। 

मायावती अब संगठन में अनुभव और युवा जोश का संतुलन बिठाना चाहती हैं। आकाश की सक्रियता से जहां पार्टी को एक नई ऊर्जा मिलने की संभावना है, वहीं उन्हें खुद को पार्टी के सिद्धांतों का अनुशासित प्रतिनिधि भी सिद्ध करना होगा।

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