महाराष्ट्र में समय से पहले मानसून पहुंच गया है। मुंबई में भी जल्द बारिश की संभावना है। कोंकण के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है।
IMD Alert: मानसून 2024 को लेकर देशभर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इस साल समय से पहले महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को घोषणा की कि मानसून महाराष्ट्र पहुंच चुका है। इसके साथ ही मुंबई में भी जल्द मानसून के आगमन की उम्मीद जताई जा रही है।
इस बार मानसून ने रिकॉर्ड समय पर एंट्री मारी है। केरल में मानसून का आगमन इस बार 8 दिन पहले हुआ, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी आया हुआ मानसून है। आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस साल यह 25 मई को ही पहुंच गया। IMD के अनुसार, यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
आइए जानते हैं कब तक मुंबई में मानसून पहुंचेगा, किस-किस इलाके में भारी बारिश की चेतावनी है और आम लोगों के लिए क्या अलर्ट जारी किए गए हैं।
मानसून की मुंबई में एंट्री: कब होगी शुरुआत?
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों में मानसून मुंबई पहुंच सकता है। यानी 28 मई के आसपास मुंबई में मानसून की दस्तक हो सकती है। मुंबई में रविवार रात से ही तेज बारिश शुरू हो गई है और आसमान में काले बादलों ने डेरा डाल दिया है। यह संकेत है कि मानसून का सिस्टम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।
आमतौर पर मुंबई में मानसून 10 जून के आसपास आता है, लेकिन इस बार यह 12-13 दिन पहले ही पहुंचने की संभावना है। IMD की मुंबई स्थित प्रमुख अधिकारी डॉ. शुभांगी भूटे ने बताया कि मौसम की परिस्थितियां मानसून के आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह अनुकूल हैं।
महाराष्ट्र में कहां-कहां अलर्ट जारी?
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
कोंकण क्षेत्र (Ratnagiri, Sindhudurg): रेड अलर्ट जारी। यहां भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
सातारा और कोल्हापुर के घाट क्षेत्र: कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
रायगढ़ जिला: ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मुंबई और आसपास के इलाके: येलो अलर्ट जारी है, यहां आंधी-तूफान और भारी बारिश का अनुमान जताया गया है।
IMD ने मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की सलाह दी है क्योंकि समुद्र में ऊंची लहरें उठने और मौसम खराब होने की आशंका है।
मानसून की समय-सीमा और इससे जुड़ी अहम बातें
- भारत में मानसून का आगमन और वापसी एक निर्धारित चक्र के तहत होता है।
- आमतौर पर 1 जून तक मानसून केरल में पहुंचता है।
- इसके बाद धीरे-धीरे 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है।
- मानसून की वापसी 17 सितंबर से उत्तर-पश्चिम भारत से शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक पूरा देश मानसून से विदा ले लेता है।
पिछले कुछ वर्षों में मानसून का आगमन कुछ इस तरह रहा:
2023: 8 जून
2022: 29 मई
2021: 3 जून
2020: 1 जून
2019: 8 जून
2009: 23 मई (सबसे जल्दी मानसून)
केरल में सबसे जल्दी मानसून पहुंचा
IMD के अनुसार, इस बार मानसून ने 25 मई को केरल, कर्नाटक और मिजोरम के कुछ हिस्सों में एक साथ दस्तक दी। यह 2009 के बाद सबसे जल्दी मानसून का आगमन है। 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था। IMD ने बताया कि इस साल मानसून के सीजन में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है, जो किसानों और आम जनता के लिए राहत की खबर है।
मुंबई में मानसून से पहले की बारिश से राहत
रविवार रात से ही मुंबई में कई इलाकों में तेज बारिश हुई, जिससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। हालांकि, इस बारिश के बाद मुंबई के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली, जिससे ट्रैफिक पर असर पड़ा।