सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस सलमान के नेतृत्व में 5 बड़े बदलाव: महिलाओं को ड्राइविंग की आजादी, डिप्लोमैट्स को शराब की इजाजत, मजहबी पुलिस की शक्तियों में कटौती, मनोरंजन क्रांति और विजन 2030 के तहत आर्थिक सुधार।
Saudi Arabia: कभी सऊदी अरब को एक ऐसा देश माना जाता था, जहां परंपराएं ही सबकुछ थीं और बदलाव की गुंजाइश बेहद कम थी। लेकिन अब, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के नेतृत्व में सऊदी अरब धीरे-धीरे एक मॉडर्न समाज की ओर बढ़ रहा है। उनका विजन 2030 देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना में बड़ा बदलाव लाने का प्रयास है। आइए जानते हैं कि कैसे प्रिंस सलमान के पांच बड़े फैसलों ने सऊदी अरब को एक नई पहचान दी है।
1. महिलाओं को ड्राइविंग की आज़ादी
सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग करने की अनुमति देना शायद प्रिंस सलमान का सबसे क्रांतिकारी फैसला था। साल 2018 में महिलाओं पर से दशकों पुराना ड्राइविंग बैन हटाया गया। यह कदम सिर्फ कार चलाने की आज़ादी नहीं था, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत संदेश था।
आज सऊदी की सड़कों पर महिलाएं भी पुरुषों की तरह गाड़ियों में फर्राटा भरती नज़र आती हैं। इस फैसले के बाद महिलाओं की वर्कफोर्स में भागीदारी भी बढ़ी। IMF की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 तक सऊदी अरब में वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी 36% तक पहुंच गई है, जबकि MBS का लक्ष्य 30% था, जिसे समय से पहले ही हासिल कर लिया गया।
महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति मिलने के बाद वे ज्यादा आत्मनिर्भर बन पाईं, ऑफिस जाना, बच्चों को स्कूल छोड़ना या शॉपिंग करने जैसी जरूरतें अब उनके लिए आसान हो गई हैं। यह बदलाव सऊदी अरब की बदलती सोच और भविष्य की दिशा को दर्शाता है।
2. डिप्लोमैट्स को शराब की आज़ादी
सऊदी अरब लंबे समय से अपनी सख्त इस्लामी परंपराओं के लिए जाना जाता था, जहां शराब पर सख्त पाबंदी थी। लेकिन 2024 की शुरुआत में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला, जब रियाद में पहली बार एक सरकारी लाइसेंस वाला बार खोला गया।
हालांकि, यह बार अभी सिर्फ गैर-मुस्लिम डिप्लोमैट्स के लिए है, लेकिन यह कदम दिखाता है कि सऊदी अरब अब धीरे-धीरे अपने नियमों को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स के अनुसार ढाल रहा है। सरकार का मकसद यह है कि देश में अवैध शराब के कारोबार पर लगाम लगाई जा सके।
भविष्य में उम्मीद जताई जा रही है कि 2030 तक सऊदी अरब अपने टूरिस्ट स्पॉट्स पर गैर-मुस्लिम पर्यटकों को शराब पीने की अनुमति दे सकता है। इससे न केवल विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी नई संभावनाएं जुड़ेंगी।
3. मजहबी पुलिस पर लगाम
सऊदी अरब में कभी मजहबी पुलिस, जिसे मुतावा कहा जाता था, का लोगों की ज़िंदगी पर बहुत नियंत्रण था। यह पुलिस तय करती थी कि लोग क्या पहनेंगे, किससे मिल सकते हैं और सार्वजनिक स्थानों पर किस तरह का व्यवहार करेंगे। लेकिन MBS के आने के बाद इस व्यवस्था में भी बड़ा बदलाव आया।
अब मुतावा को किसी को गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। दुकानों को नमाज के वक्त बंद करने की अनिवार्यता भी हटा दी गई है। इससे सऊदी नागरिकों और पर्यटकों को एक ज्यादा खुला और लिबरल माहौल मिल पाया है, जहां वे अपनी मर्जी से जीवन जी सकते हैं।
4. मनोरंजन और संस्कृति में क्रांति
कुछ साल पहले तक सऊदी अरब में न तो म्यूज़िक फेस्टिवल होते थे, न ही बड़े-बड़े इंटरनेशनल कलाकार परफॉर्म करने आते थे। लेकिन प्रिंस सलमान के विजन 2030 ने इस माहौल को पूरी तरह से बदल दिया है।
अब रियाद जैसे शहरों में Jennifer Lopez और Hel Berry जैसी ग्लोबल स्टार्स के प्रोग्राम हो रहे हैं। फैशन शो, नाइट इवेंट्स और लाइव म्यूजिक परफॉर्मेंस अब सऊदी की पहचान का हिस्सा बन चुके हैं। यह सब सऊदी युवाओं के लिए एक नया अनुभव है, और देश के बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी एक बड़ी आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
5. विजन 2030 और आर्थिक विविधीकरण
क्राउन प्रिंस सलमान का सबसे बड़ा मिशन है सऊदी की इकोनॉमी को तेल पर कम निर्भर बनाना। इसके लिए उन्होंने "विजन 2030" लॉन्च किया है, जिसका मकसद है - टूरिज्म, टेक्नोलॉजी, और रिन्युएबल एनर्जी जैसे सेक्टर्स को बढ़ावा देना।
सऊदी अरब में Neom जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जो एक फ्यूचरिस्टिक सिटी होगी। यहां स्मार्ट सिटी, लग्जरी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज और टेक्नोलॉजी हब बनाए जा रहे हैं। इसका मकसद है सऊदी को एक इंटरनेशनल बिजनेस और टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाना।