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CDS 2024: जम्मू की मृगु सांबियल ने पाई ऑल इंडिया दूसरी रैंक, बनेंगी सेना की अधिकारी

CDS 2024: जम्मू की मृगु सांबियल ने पाई ऑल इंडिया दूसरी रैंक, बनेंगी सेना की अधिकारी

जम्मू की धरती ने एक बार फिर अपनी बहादुर बेटी के जरिए देश सेवा की मिसाल कायम की है। मृगु सांबियल, जिन्होंने हाल ही में घोषित संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया रैंक 2 प्राप्त की है, अब भारतीय सेना में अधिकारी बनेंगी। 

एजुकेशन: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा 2024 का परिणाम हाल ही में घोषित किया गया, जिसमें कुल 574 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की है। इन सफल उम्मीदवारों में सबसे खास नाम रहा जम्मू की मृगु सांबियल, जिन्होंने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है।

देशसेवा की परंपरा से प्रेरित

मृगु सांबियल का बचपन से ही सैन्य वातावरण में पालन-पोषण हुआ है। वह जम्मू की सैनिक कॉलोनी की निवासी हैं और उनके परिवार का देशसेवा से गहरा जुड़ाव रहा है। उनके पिता जतिंदर सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं। उनके दादा भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं, जबकि परदादा महाराजा हरि सिंह की रिसाला फोर्स का हिस्सा थे।

यानी मृगु के रक्त में ही देशभक्ति और अनुशासन की भावना समाहित है। यह कोई आश्चर्य नहीं कि उन्होंने बचपन से ही सेना में जाने का सपना देखा और उसे साकार करने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ती रहीं।

CDS परीक्षा में अनुकरणीय प्रदर्शन

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित CDS परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस वर्ष कुल 574 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की, जिनमें मृगु सांबियल ने दूसरी रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया। यह परीक्षा तीनों सेनाओं थलसेना, वायुसेना और नौसेना में अधिकारियों की नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है। इसमें लिखित परीक्षा के साथ-साथ एसएसबी इंटरव्यू और मेडिकल फिटनेस जैसी कठिन प्रक्रियाएं शामिल होती हैं।

कठिन परिश्रम और अनुशासन बना सफलता की कुंजी

मृगु ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित पढ़ाई, आत्म-अनुशासन और फोकस को दिया। उन्होंने कहा, मेरे परिवार का सैन्य और पुलिस बैकग्राउंड मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा। मैंने हर दिन एक निर्धारित समय पर अध्ययन किया, अपनी कमजोरियों को पहचाना और लगातार उन्हें सुधारने का प्रयास किया। मैंने केवल परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि एक आदर्श अधिकारी बनने के लिए तैयारी की थी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया से दूरी, मोबाइल का सीमित उपयोग और मॉक टेस्ट की नियमित प्रैक्टिस ने उन्हें फोकस बनाए रखने में मदद की।

माता-पिता की आंखों में गर्व

मृगु की इस ऐतिहासिक सफलता से पूरा परिवार खुशी से झूम उठा है। उनके पिता जतिंदर सिंह ने कहा, मृगु ने हमारे परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया है। एक पिता के रूप में मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं कि मेरी बेटी अब भारतीय सेना की अधिकारी बनने जा रही है। उनकी मां अनीता सांबियल ने भावुक होकर कहा, मृगु की मेहनत और समर्पण ने उसे आज इस मुकाम तक पहुंचाया है। वह बचपन से ही अनुशासित और लक्ष्य को लेकर गंभीर थी। हमें विश्वास था कि वह एक दिन कुछ बड़ा जरूर करेगी।

जम्मू-कश्मीर को मिली नई प्रेरणा

मृगु सांबियल की इस उपलब्धि ने जम्मू-कश्मीर राज्य को गौरवान्वित किया है। प्रदेश के कई प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षकों, युवाओं और स्थानीय लोगों ने उन्हें बधाई दी है। सोशल मीडिया पर भी मृगु को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उनकी सफलता खासतौर पर उन बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है, जो सेना में जाना चाहती हैं।

क्या है CDS परीक्षा?

संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा UPSC द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। यह परीक्षा भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), नौसेना अकादमी (INA), वायुसेना अकादमी (AFA) और ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में अधिकारियों की भर्ती के लिए होती है। CDS परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना आवश्यक होता है। 

चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा के बाद Service Selection Board (SSB) इंटरव्यू होता है, जिसमें मानसिक, शारीरिक और नेतृत्व क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है।

CDS में सफलता हासिल करने के बाद मृगु अब अपनी ट्रेनिंग के लिए संबंधित सैन्य अकादमी में शामिल होंगी। वहां उन्हें फिजिकल, टेक्निकल, और नेतृत्व प्रशिक्षण मिलेगा। एक बार ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह एक कमीशंड अधिकारी के रूप में सेना में सेवा देंगी।

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