अगर आप Google Chrome ब्राउज़र का इस्तेमाल अपने डेस्कटॉप या लैपटॉप में करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Chrome यूज़र्स को एक अहम चेतावनी दी है। एजेंसी के मुताबिक, Google Chrome के डेस्कटॉप वर्जन में एक खतरनाक खामी पाई गई है, जिससे साइबर हमलों का खतरा काफी बढ़ गया है।
CERT-In की इस एडवाइजरी में बताया गया है कि Chrome ब्राउज़र में एक गंभीर सिक्योरिटी बग की पहचान हुई है, जिसे हैकर्स इस्तेमाल कर आपके सिस्टम पर कंट्रोल हासिल कर सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए एजेंसी ने Chrome यूज़र्स से तुरंत अपना ब्राउज़र अपडेट करने की अपील की है।
CERT-In की चेतावनी: Google Chrome में गंभीर सुरक्षा कमजोरी
16 मई 2025 को CERT-In ने Google Chrome के पुराने वर्जन को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की थी। इसमें बताया गया कि Chrome ब्राउज़र में एक गंभीर सुरक्षा कमजोरियां मिली है, जिसे "आर्बिटरी कोड एग्जीक्यूशन" कहा जाता है। आसान भाषा में इसका मतलब है कि अगर आपका ब्राउज़र इस बग से प्रभावित है, तो हैकर्स आपके कंप्यूटर पर अनचाहे प्रोग्राम या कोड चला सकते हैं।
इस खामी के कारण हैकर्स आपके सिस्टम को पूरी तरह कंट्रोल कर सकते हैं। वे आपकी निजी फाइलें देख सकते हैं, आपके कंप्यूटर का कैमरा और माइक्रोफोन भी इस्तेमाल कर सकते हैं, और आपके पर्सनल डेटा को चुरा सकते हैं। इससे आपकी प्राइवेसी और बैंकिंग जैसी वित्तीय जानकारियों को भारी खतरा हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपना Chrome ब्राउज़र तुरंत अपडेट करें।
Google Chrome के पुराने वर्जन में सुरक्षा खतरा
सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक, Google Chrome ब्राउज़र में जो समस्या आई है, वह उन वर्जन में पाई गई है जो 136.0.7103.113 से पुराने हैं। अगर आपका Chrome ब्राउज़र इसका पुराना वर्जन इस्तेमाल कर रहा है, तो आपका कंप्यूटर हैकर्स के खतरे में आ सकता है। यह बग सिस्टम की सुरक्षा को कमजोर कर देता है, जिससे अनजान लोग आपके कंप्यूटर को कंट्रोल कर सकते हैं।
हालांकि, Google ने इस सुरक्षा खतरे को जल्दी ही फिक्स कर दिया है। अब Chrome के वर्जन 136.0.7103.113 या उससे नए वर्जन में यह समस्या नहीं है। इसलिए, अगर आपने अभी तक अपने ब्राउज़र को अपडेट नहीं किया है, तो जल्द से जल्द इसे नया वर्जन डाउनलोड और इंस्टॉल कर लें, ताकि आपका सिस्टम सुरक्षित रहे।
कैसे करें Google Chrome को अपडेट?
सबसे पहले अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में Chrome ब्राउज़र खोलें और ऊपर दाईं ओर दिए गए तीन डॉट्स (⋮) पर क्लिक करें। इसके बाद "Settings" में जाएं और फिर बाईं ओर नीचे स्क्रॉल करके "About Chrome" विकल्प पर क्लिक करें। इस विकल्प पर क्लिक करते ही Chrome अपने आप अपडेट के लिए चेक करेगा। अगर कोई नया वर्जन उपलब्ध होगा, तो वह अपने आप डाउनलोड और इंस्टॉल हो जाएगा। इसके बाद आपको Chrome को एक बार बंद करके फिर से खोलना (री-लॉन्च करना) होगा, जिससे अपडेट पूरी तरह से लागू हो जाए।
क्यों जरूरी है यह अपडेट?
आज के डिजिटल जमाने में हम अपनी बैंकिंग, सोशल मीडिया, ऑफिस और निजी जानकारियों के लिए इंटरनेट पर बहुत ज्यादा निर्भर हो गए हैं। ऐसे में हमारा ब्राउज़र, जैसे Google Chrome, हमारे डेटा और प्राइवेसी का पहला सुरक्षा कवच होता है। अगर ब्राउज़र में कोई सुरक्षा कमजोरी हो, तो हैकर्स आपके महत्वपूर्ण डेटा तक आसानी से पहुंच सकते हैं और इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने ब्राउज़र को हमेशा अपडेट रखें। नए अपडेट में न सिर्फ बग्स और कमजोरियों को ठीक किया जाता है, बल्कि सुरक्षा के नए फीचर्स भी जोड़े जाते हैं। अगर आपने अभी तक Google Chrome का नया वर्जन इंस्टॉल नहीं किया है, तो तुरंत अपडेट करें ताकि आपकी ऑनलाइन सुरक्षा बनी रहे और आप बेफिक्र होकर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकें।
CERT-In की भूमिका और क्यों मानी जाती है यह चेतावनी गंभीर?
CERT-In, यानी Indian Computer Emergency Response Team, भारत सरकार के आईटी मंत्रालय के तहत काम करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है। इसका मुख्य काम देश में साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरों पर नजर रखना और उन्हें रोकना है। जब भी कोई नया साइबर हमला या तकनीकी कमजोरी सामने आती है, CERT-In तुरंत उसकी जांच करती है और लोगों को इसके बारे में सावधान करती है।
CERT-In की चेतावनियां इसलिए गंभीर मानी जाती हैं क्योंकि ये संस्था साइबर सुरक्षा के उच्च अंतरराष्ट्रीय मानकों और नियमों का पालन करती है। टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के विशेषज्ञ भी इनके द्वारा दी गई एडवाइजरी को पूरी गंभीरता से लेते हैं, ताकि यूजर्स और कंपनियां समय रहते अपने सिस्टम को सुरक्षित रख सकें।
यूज़र्स को क्या करना चाहिए?
- सबसे पहले Chrome ब्राउज़र का वर्जन चेक करें: अगर आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में Google Chrome का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सबसे पहले उसका वर्जन जरूर चेक करें। अगर ब्राउज़र का वर्जन 136.0.7103.113 से नीचे है, तो तुरंत नया वर्जन अपडेट करें। ऐसा करने से आप हैकिंग और अन्य ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रह सकते हैं।
- सेफ ब्राउज़िंग मोड को ऑन करें: Google Chrome की सेटिंग्स में जाकर "Safe Browsing" फीचर को ऑन करें। यह फीचर आपको फिशिंग वेबसाइट्स, मालवेयर और अन्य ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने में मदद करता है। इससे आप ज्यादा सुरक्षित तरीके से इंटरनेट ब्राउज़ कर सकते हैं।
- अनावश्यक एक्सटेंशन और प्लगइन्स को हटाएं: ब्राउज़र में ऐसे कई एक्सटेंशन या प्लगइन्स होते हैं जिन्हें हम डाउनलोड तो कर लेते हैं लेकिन इस्तेमाल नहीं करते। ये कई बार सुरक्षा में कमजोरी ला सकते हैं। इसलिए जो एक्सटेंशन काम के नहीं हैं, उन्हें डिलीट कर दें।
- कैश और कुकीज समय-समय पर साफ करें: आपके ब्राउज़र में जमा हुआ कैश और कुकीज आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री को स्टोर करता है। समय-समय पर इन्हें क्लियर करते रहना जरूरी है, ताकि ब्राउज़र बेहतर तरीके से काम करे और आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहे। साथ ही, किसी अनजान या संदिग्ध वेबसाइट पर क्लिक करने से भी बचें।
Google Chrome आज के समय में सबसे लोकप्रिय वेब ब्राउज़रों में से एक है। लेकिन जितनी लोकप्रियता, उतनी ही जिम्मेदारी भी यूज़र्स की होती है कि वो समय-समय पर अपने ब्राउज़र और अन्य एप्लिकेशन को अपडेट करते रहें। सरकार की इस चेतावनी को हल्के में न लें, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही आपके पूरे सिस्टम की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है।