25 मई 2025 रविवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास है। इस दिन ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के साथ-साथ मासिक शिवरात्रि व्रत भी मनाया जाएगा, जो भक्तों के लिए पुण्य का अवसर लेकर आता है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, 25 मई को शुभ योगों का संयोग भी बन रहा है, जिससे यह दिन हर प्रकार के कार्यों के लिए अत्यंत फलदायी होगा। आइए विस्तार से जानते हैं इस दिन का पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
25 मई 2025 का पंचांग और तिथियां
25 मई 2025 को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी, जो दोपहर बाद 3 बजकर 52 मिनट तक प्रभाव में रहेगी। त्रयोदशी तिथि का विशेष महत्व धार्मिक अनुष्ठानों और व्रत-त्योहारों में होता है। इस तिथि पर लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं क्योंकि यह तिथि शिव पूजा के लिए बेहद शुभ मानी जाती है।
सौभाग्य योग और शोभन योग का शुभ संगम
25 मई के दिन दोपहर पहले 11 बजकर 6 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा, जो भाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। इस योग के दौरान किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावनाएं अधिक होती हैं। इसके तुरंत बाद शोभन योग प्रारंभ होगा, जो सौंदर्य, सम्मान और खुशी का योग माना जाता है। शोभन योग में भी सभी प्रकार के शुभ कार्य प्रारंभ करना लाभकारी रहता है। इस प्रकार, रविवार को दो विशेष शुभ योगों का संगम हुआ है, जो इस दिन को बेहद शुभ बनाते हैं।
नक्षत्र का प्रभाव: अश्विनी नक्षत्र
25 मई 2025 को दोपहर पहले 11 बजकर 12 मिनट तक अश्विनी नक्षत्र रहेगा। अश्विनी नक्षत्र को वज्र और तेजस्विता का नक्षत्र माना जाता है। यह नक्षत्र नई शुरुआत करने और ऊर्जा प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जाता है। इस नक्षत्र के प्रभाव में किए गए कार्य जल्दी फलदायी होते हैं और स्वास्थ्य तथा समृद्धि के लिए लाभकारी होते हैं।
धार्मिक महत्व: मासिक शिवरात्रि व्रत
इस दिन मासिक शिवरात्रि व्रत भी मनाया जाएगा। मासिक शिवरात्रि हर माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आती है और भगवान शिव को समर्पित होती है। यह व्रत न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि भक्तों के मन और जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
राहुकाल का समय: कार्यों में सावधानी बरतें
25 मई को विभिन्न शहरों में राहुकाल का समय अलग-अलग रहेगा। राहुकाल को अशुभ माना जाता है, इसलिए इस समय में शुभ कार्यों को टालना चाहिए। जानिए प्रमुख शहरों का राहुकाल समय:
- दिल्ली: शाम 05:27 से 07:10 बजे तक
- मुंबई: शाम 05:31 से 07:09 बजे तक
- चंडीगढ़: शाम 05:32 से 07:16 बजे तक
- लखनऊ: शाम 05:10 से 06:52 बजे तक
- भोपाल: शाम 05:18 से 06:59 बजे तक
- कोलकाता: शाम 04:34 से 06:14 बजे तक
- अहमदाबाद: शाम 05:37 से 07:17 बजे तक
- चेन्नई: शाम 04:54 से 06:29 बजे तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
25 मई 2025 को सूर्योदय और सूर्यास्त का समय भी पंचांग में महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि कई धार्मिक क्रियाकलाप और पूजा इसी समय पर आरंभ या समाप्त होते हैं।
- सूर्योदय का समय: सुबह 5:25 बजे
- सूर्यास्त का समय: शाम 7:10 बजे
सुबह का यह समय पूजा, ध्यान, योग और नए कार्य प्रारंभ करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। वहीं सूर्यास्त के बाद का समय विश्राम और आध्यात्मिक क्रियाओं के लिए उपयुक्त होता है।
25 मई 2025: कुल मिलाकर कैसा रहेगा दिन?
25 मई का दिन अपने आप में खुशहाली, शुभता और आध्यात्मिकता का मेल लेकर आ रहा है। रविवार का दिन स्वाभाविक रूप से उत्साह और ऊर्जा से भरपूर होता है, जबकि इस दिन बने सौभाग्य और शोभन योग इसे और भी ज्यादा फलदायी बना देते हैं। मासिक शिवरात्रि व्रत इस दिन की आध्यात्मिक महत्ता को बढ़ाता है, जिससे भक्तगण भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, अश्विनी नक्षत्र और त्रयोदशी तिथि के योग से जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मक बदलाव संभव हैं।
इस दिन क्या करें और क्या न करें?
क्या करें
- सुबह सूर्योदय से पहले उठकर ध्यान और योग करें।
- शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना करें, विशेषकर भगवान शिव की पूजा।
- मासिक शिवरात्रि व्रत रखें और भगवान शिव को व्रत की कथा सुनें।
- नए कार्य शुरू करने के लिए दोपहर के पहले सौभाग्य योग का लाभ उठाएं।
क्या न करें
- राहुकाल के समय कोई नया कार्य शुरू न करें।
- किसी भी प्रकार के विवाद या अनावश्यक बहस से बचें।
- अधूरे कार्यों को इस दिन पूरे करने की जल्दबाजी न करें, क्योंकि योग के समाप्ति के बाद समय अनुकूल नहीं रहेगा।
25 मई 2025 का दिन अपने आप में बहुत शुभ और फलदायी है। यह रविवार सौभाग्य योग और शोभन योग के संयोग के साथ आया है, जो इसे सभी शुभ कार्यों के लिए अनुकूल बनाता है। साथ ही मासिक शिवरात्रि व्रत के कारण यह दिन धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। राहुकाल के समय से सावधानी बरतते हुए दिन के शुभ मुहूर्तों का सही उपयोग करें तो यह दिन आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आएगा।