दूध को आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों में सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D, विटामिन B12 जैसे जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हड्डियों, दिमाग और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूध का गलत समय पर सेवन या कुछ विशेष स्थितियों में इसका सेवन करना सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है?
खासकर रात को सोने से पहले दूध पीना भारत में आम आदत मानी जाती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह आदत नुकसानदायक साबित हो सकती है। आइए जानें कि किन 5 तरह के लोगों को रात के समय दूध पीने से बचना चाहिए और क्यों।
एसिडिटी और अपच की समस्या वालों के लिए नहीं है रात का दूध फायदेमंद
अगर आपको अक्सर एसिडिटी, गैस या पेट में भारीपन की शिकायत रहती है, तो रात में दूध पीना आपके लिए सही नहीं है। दूध पचाने में थोड़ा समय लगता है क्योंकि यह भारी होता है। इसलिए रात को दूध पीने से आपके पेट में सूजन हो सकती है और सीने में जलन भी हो सकती है। साथ ही सुबह उठने पर आपको पेट भारी या फूलने जैसा महसूस हो सकता है।
क्या करें:
अगर आपको दूध पीना जरूरी लगे, तो उसे गुनगुना करके हल्दी मिलाकर पिएं। इससे दूध हल्का होता है और पचाने में आसानी रहती है। साथ ही कोशिश करें कि दूध रात के बजाय सुबह या शाम के समय ही पीएं। और ध्यान रखें कि खाना खाने के तुरंत बाद दूध न पिएं क्योंकि इससे पाचन में दिक्कत हो सकती है।
मोटापा कम करना चाहते हैं तो रात के दूध से रहें दूर
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो रात को दूध पीने से बचना चाहिए। दूध में फैट और कैलोरी होती है, जो बिना शारीरिक गतिविधि के शरीर में जमा हो सकती है। खासकर सोने से पहले कैलोरी युक्त चीजें खाने-पीने से वजन बढ़ना आसान हो जाता है। इसलिए रात को दूध पीना मोटापे को बढ़ावा दे सकता है।
क्या करें:
अगर आप डाइट पर हैं, तो फुल क्रीम दूध के बजाय टोंड या स्किम्ड दूध का सेवन करें। साथ ही, दूध के साथ मीठा या ड्राई फ्रूट्स खाने से बचें, क्योंकि इससे कैलोरी की मात्रा और बढ़ सकती है। दूध को दिन के समय पीना बेहतर रहता है ताकि आपका शरीर उसे अच्छे से पचा सके।
कफ, साइनस और एलर्जी वालों के लिए नुकसानदेह हो सकता है दूध
अगर आपको बार-बार सर्दी, जुकाम, कफ, साइनस या एलर्जी की समस्या रहती है, तो रात को दूध पीना आपके लिए ठीक नहीं है। दूध शरीर में म्यूकस यानी बलगम बढ़ा देता है, जिससे आपकी नाक बंद हो सकती है और गले में खराश या भारीपन महसूस हो सकता है। खासकर सुबह उठते वक्त ये परेशानी ज्यादा महसूस होती है।
क्या करें:
अगर आपको दूध पीना जरूरी हो, तो उसमें थोड़ा अदरक, काली मिर्च या हल्दी मिलाकर लें। ये सामग्री दूध के बलगम बनाने वाले असर को कम करती हैं और आपको राहत देती हैं। साथ ही, कोशिश करें कि दूध दिन के समय ही पिएं ताकि आपकी एलर्जी या साइनस की समस्या बढ़े नहीं।
डायबिटीज के मरीज रखें खास ख्याल
डायबिटीज के मरीजों को रात में दूध पीते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि दूध में लैक्टोज नाम का एक प्राकृतिक शुगर होता है, जो शरीर में ग्लूकोज में बदल जाता है और इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। खासकर अगर रात में आप कोई शारीरिक गतिविधि नहीं करते, तो दूध पीना आपकी सेहत के लिए खतरा बन सकता है।
क्या करें:
डायबिटीज वाले मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के रात में दूध पीने से बचें। अगर डॉक्टर ने अनुमति दी हो, तो कम फैट वाला दूध ही सीमित मात्रा में लें। इसके अलावा, शुगर लेवल पर ध्यान रखें और समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराते रहें ताकि सेहत बनी रहे।
लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोगों के लिए तो बिल्कुल भी नहीं है दूध
लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोगों के लिए दूध पीना बिल्कुल सही नहीं होता। इस स्थिति में शरीर दूध में मौजूद लैक्टोज नामक शुगर को पचा नहीं पाता है। इसके कारण दूध पीने के बाद पेट दर्द, गैस, अपच, डायरिया और उल्टी जैसी तकलीफें हो सकती हैं। ऐसे लोग चाहे दिन हो या रात, कभी भी दूध पीने से बचें ताकि ये समस्याएं न हों।
क्या करें:
लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोग लैक्टोज-फ्री दूध का सेवन कर सकते हैं या फिर सोया, बादाम, ओट जैसे पौधों से बने दूध (प्लांट-बेस्ड मिल्क) का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अलावा, अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही दूध या दूध के विकल्प का सेवन करें ताकि सेहत बनी रहे।
दूध पिने का सही समय और तरीका क्या हो सकता है?
दूध पीने का सही समय और तरीका हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकता है, क्योंकि हर किसी की बॉडी का पाचन सिस्टम अलग होता है। अगर आपको एसिडिटी, डायबिटीज, एलर्जी जैसी कोई समस्या नहीं है, तो आप रात में दूध पी सकते हैं, लेकिन कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी हैं:
- दूध हमेशा गुनगुना करके पिएं, ठंडा दूध शरीर को हजम करने में मुश्किल हो सकता है।
- दूध में हल्दी, इलायची या अदरक मिलाकर पीना फायदेमंद रहता है, इससे दूध के पोषण के साथ-साथ उसका असर भी बेहतर होता है।
- दूध पीने के बाद तुरंत सोने से बचें, थोड़ी देर टहलना या हल्की फिजिकल एक्टिविटी करना अच्छा रहता है।
- रात के खाने और दूध पीने के बीच कम से कम एक घंटे का अंतर रखें, ताकि आपका पाचन ठीक से हो सके और दूध अच्छे से पचे।
दूध को संपूर्ण आहार कहा गया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सभी लोग इसे किसी भी समय पी सकते हैं। अगर आपकी हेल्थ प्रोफाइल ऊपर बताई गई किसी भी श्रेणी में आती है, तो आपको डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही दूध का सेवन करना चाहिए। गलत समय या स्थिति में दूध पीना लाभ की बजाय हानि भी पहुंचा सकता है।