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बिहार में रेलवे कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 6 नई परियोजनाएं प्रस्तावित, राज्य सरकार ने केंद्र से मांगा सहयोग

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बिहार सरकार ने रेलवे बोर्ड को छह बड़ी रेल परियोजनाओं का प्रस्ताव भेजा है। इनमें बौद्ध सर्किट, उपनगरीय नेटवर्क, नए पुल और अतिरिक्त रेल लाइनों का निर्माण शामिल है। इससे बिहार का रेलवे नेटवर्क सुधरेगा।

Bihar News: बिहार में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने और राज्य के आर्थिक विकास को गति देने के लिए सरकार ने केंद्र को छह बड़ी रेल परियोजनाओं का प्रस्ताव भेजा है। मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने रेलवे बोर्ड को यह प्रस्ताव भेजते हुए इन परियोजनाओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन सभी परियोजनाओं के कार्यान्वयन में हर संभव मदद देगी। इन प्रस्तावों का मकसद बिहार में यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाना, शहरों का विकास करना और बढ़ती जनसंख्या की जरूरतों को पूरा करना है।

बिहार में रेल नेटवर्क का महत्व

मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने अपने पत्र में बिहार के रेल परिवहन के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि रेलवे न केवल यात्रियों और माल के परिवहन का जरिया है, बल्कि यह राज्य के आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने बिहार के उच्च जनसंख्या घनत्व (1388 प्रति वर्ग किलोमीटर) की बात करते हुए बताया कि यहां रेलवे ट्रैक की उपलब्धता राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। बिहार में प्रति लाख जनसंख्या पर रेलवे ट्रैक की लंबाई 5.31 किलोमीटर है, जबकि राष्ट्रीय औसत 9.81 किलोमीटर है। इसलिए राज्य को रेलवे के क्षेत्र में बड़ा सुधार करने की जरूरत है।

प्रस्तावित छह प्रमुख रेल परियोजनाएं

बिहार सरकार ने रेलवे बोर्ड को छह मुख्य परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया है, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने और यातायात सुविधा बढ़ाने में मदद करेंगी। आइए इन प्रस्तावों पर एक-एक करके नजर डालते हैं।

1. बुद्ध सर्किट रेल कॉरिडोर: दोहरीकरण और नई ट्रेन सेवा

बौद्ध सर्किट रेल कॉरिडोर को पटना-गया-तिलैया-राजगीर-फतुहा मार्ग पर दोहरीकरण करने की मांग की गई है। इस सर्किट पर एक नई सर्कुलर ट्रेन सेवा शुरू की जा सकती है, जिससे बोधगया और राजगीर जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का बेहतर कनेक्शन होगा। यह सेवा पटना, जहानाबाद, गया, नवादा और नालंदा जिलों के निवासियों के लिए काफी उपयोगी होगी। इस परियोजना से बिहार के बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा।

2. दक्षिण बिहार उपनगरीय परिवहन नेटवर्क: अतिरिक्त रेल लाइन की जरूरत

दक्षिण बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, भागलपुर, जमुई और बांका जिलों को राजधानी पटना से जोड़ने के लिए एक मजबूत उपनगरीय रेल नेटवर्क विकसित करने की जरूरत है। इस क्षेत्र में मुंबई की तरह लोकल ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए तीसरी और चौथी रेल लाइनों के निर्माण की मांग की गई है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी और ट्रैफिक का दबाव कम होगा।

3. उत्तर बिहार उपनगरीय नेटवर्क: नई रेल लाइनों की मांग

उत्तर बिहार के सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और दरभंगा जिलों को पटना से जोड़ने के लिए एक उपनगरीय रेल नेटवर्क विकसित करने की जरूरत बताई गई है। सीवान-छपरा-हाजीपुर-मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर-दरभंगा खंड पर अतिरिक्त रेल लाइनों का निर्माण आवश्यक है। इसी तरह, सीवान-छपरा-हाजीपुर-बरौनी-कटिहार खंड में यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण तीसरी और चौथी रेल लाइन की भी मांग की गई है।

4. पटना क्षेत्रीय परिवहन नेटवर्क: फतुहा-बिदुपुर के बीच नया रेल पुल

पटना क्षेत्र में फतुहा और बिदुपुर के बीच एक नया रेल पुल बनाना भी प्रस्तावित है। यह पुल फतुहा स्टेशन के डाउनसाइड में बनाया जा सकता है। इस परियोजना से पटना-पटना साहिब-फतुहा-बिदुपुर-हाजीपुर-सोनपुर-पाटलिपुत्र-पटना मार्ग पर बेहतर क्षेत्रीय परिवहन नेटवर्क तैयार होगा। यह परियोजना मेगा कोचिंग टर्मिनल और आधुनिक गुड्स शेड के सफल क्रियान्वयन के लिए भी आवश्यक है। इसके अलावा, पटना के आसपास सैटेलाइट टाउन के विकास में यह रेल नेटवर्क सहायक साबित होगा।

5. उच्च घनत्व वाले नेटवर्क में अतिरिक्त रेलवे लाइन

डीडीयू-बक्सर-आरा-पटना-किउल खंड पर यात्री संख्या बढ़ने के कारण तीसरी और चौथी रेलवे लाइन की मंजूरी जल्द देने की जरूरत है। राज्य सरकार ने इस दिशा में डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही, गुलजारबाग-पटना सिटी जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में भूमि अधिग्रहण के लिए भी राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी।

6. आरा-छपरा के बीच नया रेल पुल

गंगा नदी पर आरा और छपरा के बीच नया रेल पुल बनाने की मांग की गई है। मौजूदा जेपी सेतु, राजेंद्र सेतु, और मुंगेर घाट पुल के अलावा एक और पुल बनने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। इससे शाहाबाद और सारण के बीच यातायात में भी सुधार होगा और यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

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