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दुनियाभर में बढ़ रहा NB.1.8.1 वैरिएंट का खतरा, WHO ने जारी किया अलर्ट

दुनियाभर में बढ़ रहा NB.1.8.1 वैरिएंट का खतरा, WHO ने जारी किया अलर्ट
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WHO के आंकड़ों के मुताबिक कोविड टेस्ट में पॉजिटिविटी रेट 11% तक पहुंच गई है, जो जुलाई 2024 के बाद सबसे ज्यादा है। WHO ने NB.1.8.1 वैरिएंट को निगरानी में रखा गया वैरिएंट घोषित किया था और इसे कम जोखिम वाला माना गया था। 

नई दिल्ली: दुनियाभर में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं और इसका प्रमुख कारण बना नया वैरिएंट NB.1.8.1। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वैरिएंट को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है। WHO के ताजा आंकड़ों के अनुसार, कोविड टेस्ट में पॉजिटिविटी रेट जुलाई 2024 के बाद सबसे अधिक 11% तक पहुंच गया है। 

यह संकेत है कि संक्रमण की गति बढ़ रही है और नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। इस बीच, NB.1.8.1 वैरिएंट का प्रकोप खासतौर पर चीन और आस-पास के देशों में तेजी से फैल रहा है, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय सतर्क हो गया है।

NB.1.8.1 वैरिएंट क्या है और इसके लक्षण

NB.1.8.1 कोविड वायरस का एक नया रूप है, जो SARS-CoV-2 का उभरता हुआ स्ट्रेन है। इसे WHO ने पहले निगरानी में रखा गया वैरिएंट घोषित किया था और इसके जोखिम को कम आंका गया था। लेकिन हाल के महीनों में इस वैरिएंट की तीव्रता और प्रसार ने चिंता बढ़ा दी है। चीन के रोग नियंत्रण केंद्र के अनुसार, NB.1.8.1 अब देश में प्रमुख स्ट्रेन बन चुका है। 

इस वैरिएंट के नए लक्षणों में गले में तेज जलन, हल्का बुखार, और थकान जैसे सामान्य कोविड लक्षण शामिल हैं, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह अधिक गंभीर है या नहीं।

WHO ने क्यों जारी किया अलर्ट?

WHO ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि चीन, कंबोडिया, हांगकांग, सिंगापुर समेत पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के कई देशों में NB.1.8.1 की वजह से कोविड संक्रमण के मामले बढ़े हैं। WHO के महानिदेशक ने कहा है कि यह वैरिएंट अभी तक अधिक घातक नहीं माना गया, लेकिन इसके तेजी से फैलने की वजह से इसे निगरानी में रखना जरूरी है। उन्होंने सभी देशों को कोविड प्रबंधन के लिए सावधानी बरतने और वैक्सीनेशन अभियान जारी रखने की सलाह दी है।

अमेरिका में NB.1.8.1 का पहला केस और CDC की प्रतिक्रिया

अमेरिका में भी NB.1.8.1 वैरिएंट का पता चला है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने माना है कि अभी तक अमेरिका में इस वैरिएंट के मामले बहुत कम हैं और कुल 20 से भी कम सीक्वेंस सामने आए हैं। CDC ने कहा है कि वे SARS-CoV-2 के सभी संस्करणों की सतत निगरानी कर रहे हैं और यदि यह वैरिएंट अधिक फैलता है तो उसे कोविड डेटा ट्रैकर डैशबोर्ड में शामिल किया जाएगा। अमेरिका के प्रमुख हवाई अड्डों पर भी संक्रमित यात्रियों की जांच में इस वैरिएंट की उपस्थिति मिली है।

WHO के मुताबिक, दुनियाभर में कोविड टेस्ट में पॉजिटिविटी रेट जुलाई 2024 के बाद सबसे अधिक 11% दर्ज किया गया है। यह आंकड़ा बताता है कि संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है। खासतौर पर चीन और आस-पास के देशों में नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। WHO ने चीन सहित पश्चिमी प्रशांत देशों से अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में वृद्धि की सूचना दी है, जो चिंता का विषय है।

WHO के सुझाव और दिशा-निर्देश

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से आग्रह किया है कि वे कोविड प्रबंधन के लिए जोखिम आधारित और समेकित रणनीति अपनाएं। WHO के महानिदेशक ने खास तौर पर निम्न बातों पर जोर दिया है:

  • वैक्सीनेशन अभियान को किसी भी हाल में बंद न किया जाए।
  • उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे बुजुर्गों, रोगग्रस्तों और स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर वैक्सीन लगाई जाए।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए, जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचना।
  • स्वास्थ्य प्रणालियों को सतर्क और तैयार रखा जाए ताकि अचानक बढ़ने वाले मामलों का प्रभाव कम किया जा सके।

NB.1.8.1 वैरिएंट का वैश्विक असर

WHO ने एक बार फिर से बताया कि वैक्सीन कोविड-19 से गंभीर बीमारी और मौत को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है। नए वैरिएंट के सामने आने के बावजूद, वैक्सीन की प्रभावशीलता बनी हुई है। इसलिए सभी देशों को चाहिए कि वे अपने वैक्सीनेशन प्रोग्राम को मजबूत करें और टीकाकरण की गति तेज करें।

NB.1.8.1 वैरिएंट के प्रसार से वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय चिंतित है। चीन में इसके प्रमुख स्ट्रेन बनने के बाद यह साउथ-ईस्ट एशिया, वेस्टर्न पैसिफिक और भूमध्य सागर के आसपास के देशों में तेजी से फैल रहा है। WHO ने बताया कि यह वैरिएंट अभी तक अन्य वेरिएंट की तुलना में ज्यादा घातक नहीं है, लेकिन इसके संक्रमण की गति और फैलाव की तीव्रता को देखते हुए इसे लेकर सतर्कता जरूरी है।

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