मेरठ को CM योगी का बड़ा तोहफा, 15,000 करोड़ की लागत से 93 परियोजनाएं शुरू होंगी। स्मार्ट रोड, रिंग रोड, ज्वेलरी हब और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाएंगे।
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ शहर के संपूर्ण विकास के लिए 15,000 करोड़ रुपये की लागत वाली "इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान" का खाका पेश किया है। उन्होंने कहा कि मेरठ सिर्फ एक ऐतिहासिक या औद्योगिक शहर नहीं है, बल्कि इसे खेल, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार का प्रेरणास्रोत बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
क्या है इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान?
इस योजना के अंतर्गत 93 विकास परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिनमें से 6 पर काम शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने इस प्लान को मेरठ के सर्वांगीण विकास की दिशा में “मील का पत्थर” बताया है। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि हर योजना पारदर्शी, समयबद्ध और गुणवत्ता मानकों के अनुसार पूरी होनी चाहिए।
सांस्कृतिक पहचान के साथ होगी आधुनिकता की झलक
CM योगी ने कहा कि मेरठ की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए, इसे एक स्मार्ट और आधुनिक शहर में बदला जाएगा। मेरठ की पहचान जैसे सूरजकुंड, विक्टोरिया पार्क, तालाब, और संजय वन जैसे सांस्कृतिक व विरासती स्थलों का पुनरुद्धार किया जाएगा। “मेरठ मंडपम” को सांस्कृतिक आयोजनों के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
स्मार्ट मेरठ: डिजिटल इंडिया का मजबूत हिस्सा
सीएम योगी की योजना के अनुसार, शहर में केवल डिजिटल होर्डिंग लगाने की अनुमति होगी। साथ ही, पूरे नगर को CCTV नेटवर्क से जोड़ा जाएगा ताकि सुरक्षा और निगरानी मजबूत की जा सके। ट्रैफिक कंट्रोल, अपराध पर नजर और जन सुरक्षा में यह टेक्नोलॉजी अहम भूमिका निभाएगी।
स्वच्छता और पर्यावरण की ओर खास ध्यान
मुख्यमंत्री ने डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन, नदियों के पुनर्जीवन, और स्वच्छता अभियानों को तेज़ी से लागू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मेरठ को इको-फ्रेंडली शहर के रूप में विकसित करने की योजना है। इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देना, सीवरेज और ड्रेनेज को भविष्य की जरूरतों के अनुसार बनाना इस योजना का हिस्सा है।
स्मार्ट रोड और रिंग रोड से कम होगी ट्रैफिक की भीड़
“सीएम ग्रिड मेरठ” योजना के तहत शहर की प्रमुख सड़कों को स्मार्ट रोड के रूप में बदला जाएगा। इसमें अंडरग्राउंड यूटिलिटी डक्ट, LED लाइट्स, फुटपाथ, और संकेत व्यवस्था जैसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होंगे। साथ ही वेस्टर्न रिंग रोड (52 किमी) और इनर रिंग रोड के निर्माण से शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
ज्वेलरी हब बनेगा मेरठ
मेरठ की पारंपरिक ज्वेलरी कला को बढ़ावा देने के लिए इसे ज्वेलरी हब के रूप में विकसित किया जाएगा। कारीगरों को साझा कार्यस्थल, आधुनिक उपकरण, और मार्केटिंग सपोर्ट मिलेगा। इससे रोजगार भी बढ़ेगा और शहर की एक खास पहचान बनेगी।
जनसहभागिता से होगा शहर का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं में हैकाथॉन 2.0 के सुझावों को शामिल किया गया है। आगे भी आम जनता और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से ही मेरठ का भविष्य तय किया जाएगा। उन्होंने नगर निगम, विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद और अन्य विभागों को आपसी तालमेल के साथ काम करने का निर्देश दिया।
मेरठ बन सकता है प्रदेश का मॉडल सिटी
CM योगी ने “इंटीग्रेटेड डिविजनल ऑफिस” की योजना को जनता से सीधे जुड़ी बताते हुए कहा कि इसका बाहरी स्वरूप मेरठ की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाए। उन्होंने यह भी कहा कि जनसंख्या और प्रति व्यक्ति आय में संभावित वृद्धि को देखते हुए बुनियादी ढांचे को समय रहते मजबूत करना जरूरी है।