Chicago

सिख दंगों पर राहुल गांधी का बयान, 'मैं नहीं था, फिर भी जवाबदेह'

🎧 Listen in Audio
0:00

राहुल गांधी ने सिख दंगों पर कहा कि वह उस समय मौजूद नहीं थे, लेकिन जो हुआ वह गलत था और वह कांग्रेस की गलतियों की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 1984 के सिख दंगों को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में एक संवाद के दौरान, एक सिख छात्र द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि वह दंगों के समय वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन कांग्रेस की ऐतिहासिक गलतियों की जिम्मेदारी लेने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा, “80 के दशक में जो हुआ, वह गलत था।”

राहुल गांधी का जवाब: “मुझे जिम्मेदारी लेने में खुशी होगी”

कार्यक्रम के दौरान सिख समुदाय के एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि वह सिखों के साथ सामंजस्य कैसे स्थापित करना चाहते हैं, विशेष रूप से जब कांग्रेस 1984 के दंगों से जुड़ी रही है। इस पर राहुल ने कहा:

"कांग्रेस की कई गलतियां उस समय हुईं जब मैं राजनीति में नहीं था, लेकिन मैं उन सबकी जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं।"

उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्होंने हमेशा इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि 1984 में जो कुछ हुआ, वह न सिर्फ दुखद बल्कि पूरी तरह से गलत था।

“सिखों को डरने की जरूरत नहीं..-राहुल

राहुल गांधी ने छात्र के एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं माना कि भारत में सिखों को डरने की जरूरत है। उनका बयान था:

“मेरा सवाल यह था कि क्या हम ऐसा भारत चाहते हैं जहां कोई अपने धर्म को व्यक्त करने में असहज महसूस करे? मैं नहीं मानता कि सिखों को डरने की जरूरत है। भारत एक ऐसा देश होना चाहिए जहां हर किसी को अपने धर्म, संस्कृति और पहचान पर गर्व हो।”

“सिख समुदाय के साथ है प्रेमपूर्ण रिश्ता”

राहुल गांधी ने आगे बताया कि उन्होंने कई बार स्वर्ण मंदिर की यात्रा की है और उनका सिख समुदाय के साथ गहरा और प्रेमपूर्ण रिश्ता है। उन्होंने कहा कि सिखों ने भारत के निर्माण और रक्षा में जो योगदान दिया है, वह अद्वितीय है और वह खुद को उनके बहुत करीब महसूस करते हैं।

Leave a comment