स्वीडिश थिंक टैंक SIPRI की रिपोर्ट में खुलासा, 2024 में भारत का सैन्य खर्च पाकिस्तान से 9 गुना अधिक रहा। भारत का सैन्य व्यय बढ़कर 86.1 अरब डॉलर हुआ।
SIPRI Report: स्वीडिश थिंक टैंक SIPRI (Stockholm International Peace Research Institute) द्वारा जारी की गई एक नई रिपोर्ट ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का सैन्य खर्च 2024 में पाकिस्तान से करीब नौ गुना ज्यादा था। इस रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया कि भारत का सैन्य खर्च 86.1 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जबकि पाकिस्तान का सैन्य खर्च केवल 10.2 अरब डॉलर था।
भारत का सैन्य खर्च – बढ़ता हुआ सामर्थ्य
भारत का सैन्य खर्च 1.6% बढ़कर 86.1 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया के सैन्य खर्च के पांचवें सबसे बड़े देश के रूप में उभरा है। SIPRI के आंकड़ों से यह भी पता चला कि चीन और अमेरिका के बाद भारत का सैन्य खर्च दुनिया में सबसे अधिक बढ़ रहा है।
पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका
भारत का सैन्य खर्च पाकिस्तान से लगभग नौ गुना ज्यादा होने से पाकिस्तान के लिए यह एक गंभीर संकेत है। पाकिस्तान का सैन्य खर्च 10.2 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो भारतीय खर्च के मुकाबले काफी कम है। इस अंतर से यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत ने अपनी रक्षा नीति और सैन्य मजबूती पर गंभीर ध्यान दिया है। यह भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत और सुरक्षा रणनीतियों को भी दर्शाता है।
सैन्य खर्च में वैश्विक वृद्धि
SIPRI की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि दुनिया के पांच सबसे बड़े सैन्य खर्च करने वाले देश — अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी और भारत — ने वैश्विक सैन्य खर्च का 60% हिस्सा लिया। इन देशों का संयुक्त सैन्य खर्च 1635 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब रहा।
चीन ने 7.0% बढ़ोतरी के साथ अपना सैन्य खर्च 314 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया है। वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण यूरोप का सैन्य खर्च 17% बढ़कर 693 अरब डॉलर हो गया है। यूरोपीय देशों में जर्मनी ने अपने सैन्य खर्च में 28% की वृद्धि की है, जिससे वह मध्य और पश्चिमी यूरोप का सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया है।
यूक्रेन युद्ध का असर
यूक्रेन युद्ध के चलते यूरोप में सैन्य खर्च में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के तीसरे वर्ष में पहुंचने के कारण यूरोपीय देशों ने अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सैन्य खर्च बढ़ाया है। यूरोपीय देशों ने इस खर्च में वृद्धि कर शीत युद्ध के अंत के बाद अपने सैन्य बजट को फिर से बढ़ा दिया है।
पोलैंड ने भी बढ़ाया सैन्य खर्च
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि पोलैंड ने 31% की वृद्धि के साथ 38 अरब डॉलर का सैन्य खर्च किया है। यह पोलैंड के सकल घरेलू उत्पाद का 4.2% है। इस वृद्धि का मुख्य कारण रूस से संभावित खतरा है, जिससे पोलैंड ने अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
क्या है SIPRI रिपोर्ट?
SIPRI की रिपोर्ट यह दिखाती है कि वैश्विक सैन्य खर्च में वृद्धि एक नई सामान्य स्थिति बन चुकी है, खासकर चीन, रूस, और यूरोपीय देशों में। इसके साथ ही भारत के सैन्य खर्च में वृद्धि उसकी रक्षा नीति और सैन्य आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ते कदमों को दिखाती है। भारत की बढ़ती सैन्य ताकत वैश्विक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में है।