भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने 12 मई 2025 को सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए टेस्ट क्रिकेट से आधिकारिक रूप से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
Virat Kohli Retirement 2025: भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक, विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। उनके इस फैसले ने न केवल उनके प्रशंसकों को भावुक किया है, बल्कि क्रिकेट की दुनिया में भी एक बड़ा खालीपन पैदा कर दिया है। रोहित शर्मा के संन्यास के बाद अब विराट कोहली का यह कदम भारतीय टेस्ट टीम के लिए युगांतकारी साबित हो सकता है।
14 साल के यादगार सफर का अंत
विराट कोहली ने सोमवार, 12 मई 2025 को सुबह 11:43 बजे अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट के जरिए टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने बैगी ब्लू टेस्ट जर्सी में अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। यह फॉर्मेट मुझे एक ऐसी यात्रा पर ले गया जिसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी।
कोहली ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि, मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीदों से कहीं ज्यादा लौटाया है। वाइट जर्सी में खेलना मेरे लिए एक गहरा, व्यक्तिगत अनुभव था, शांत संघर्ष, लंबी मेहनत, और वो छोटे-छोटे पल जो शायद किसी की नजरों में न आएं, लेकिन हमेशा मेरे दिल में रहेंगे।
डेब्यू से विदाई तक का सफर
विराट कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। उस मैच में उन्होंने पहली पारी में 4 और दूसरी में 15 रन बनाए थे। उनके करियर की अंतिम टेस्ट पारी जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई थी, जो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां टेस्ट था। उस मैच में कोहली ने 17 और 6 रन की पारियां खेलीं।
विराट कोहली ने 14 वर्षों के टेस्ट करियर में 123 टेस्ट मैच खेले, जिनकी 210 पारियों में उन्होंने कुल 9230 रन बनाए। उनका उच्चतम स्कोर 254* रन है, जो उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े हैं, जो उन्हें आधुनिक दौर के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक बनाते हैं।
कप्तानी में भी चमके विराट
विराट कोहली का नाम केवल एक बल्लेबाज के रूप में नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक कप्तान के रूप में भी लिया जाएगा। उन्होंने भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 तक पहुंचाया और ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने। उन्होंने आक्रामकता, जुनून और अनुशासन के साथ टीम इंडिया को एक नई पहचान दी।
बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, बोर्ड विराट कोहली के इस फैसले से हैरान है और उन्हें मनाने की कोशिश भी की जा रही है। माना जा रहा है कि एक सीनियर खिलाड़ी को कोहली से बात करने के लिए भेजा जाएगा, ताकि वह इस फैसले पर पुनर्विचार करें। हालांकि, कोहली के पोस्ट के भाव को देखते हुए लगता है कि उन्होंने मन बना लिया है।