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ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा बयान, कहा- PoK में तीसरे देश की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं

ऑपरेशन सिंदूर में आतंकवादी ढांचे को नष्ट किया गया। भारत ने पाकिस्तान को आगाह किया था, लेकिन पाकिस्तान ने हमला किया। भारत ने जवाबी कार्रवाई की, जबकि सेना को हस्तक्षेप न करने का विकल्प दिया गया था।

S. Jaishankar: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) पर तीसरे देश के हस्तक्षेप को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि कश्मीर का मसला भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय विषय है। उन्होंने चीन को भी लताड़ा और कहा कि सैटलाइट तस्वीरें इस बात की सच्चाई बयां कर रही हैं कि भारत ने पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा, जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर और हाल की सैन्य कार्रवाइयों पर विस्तार से बातचीत की।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया

जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए बताया कि इस ऑपरेशन के तहत आतंकवादी ढांचे को नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को पहले ही सूचित कर दिया था कि यह हमला आतंकवादी ठिकानों पर होगा, सेना पर नहीं। भारत ने पाकिस्तान को इस बात की भी सलाह दी कि वह इस ऑपरेशन में हस्तक्षेप न करे, लेकिन पाकिस्तान ने इस सलाह को नकार दिया और भारत पर हमला कर दिया। इसके जवाब में भारत ने सटीक जवाबी कार्रवाई की।

जयशंकर ने यह भी कहा कि सैटलाइट तस्वीरें साफ तौर पर दिखा रही हैं कि भारत ने पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचाया और पाकिस्तान ने कितना कम नुकसान उठाया। उन्होंने कहा, “दुनिया ने देखा कि पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में घुसपैठ के लिए चीनी ड्रोन का भी इस्तेमाल किया।”

पहलगाम आतंकी हमले के बाद UNSC में TRF पर बैन की मांग

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में टीआरएफ (टीपरा रेजिस्टेंस फोर्स) नामक आतंकी संगठन के खिलाफ सबूत पेश करने का निर्णय लिया है। भारत चाहता है कि इस आतंकी संगठन पर तुरंत बैन लगाया जाए। जयशंकर ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है और कई देशों ने पहलगाम हमले के दोषियों को सख्त सजा देने की बात कही है।

कश्मीर मसला द्विपक्षीय, तीसरे देशों का हस्तक्षेप अस्वीकार्य

विदेश मंत्री ने अमेरिका को स्पष्ट संकेत दिए कि कश्मीर का मसला भारत और पाकिस्तान के बीच का विषय है। उन्होंने कहा, “किसी भी तीसरे देश का इसमें दखल मंजूर नहीं है।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब कश्मीर मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत केवल तभी कश्मीर पर चर्चा करेगा जब पाकिस्तान अवैध कब्जा छोड़ेगा।

पाकिस्तान को गुलाम कश्मीर लौटाना होगा: जयशंकर

जयशंकर ने स्पष्ट किया कि कश्मीर पर केवल एक ही चर्चा संभव है और वह है पाकिस्तान द्वारा कब्जे वाले क्षेत्रों से भारतीय भूमि को खाली कराना। उन्होंने कहा, “हम इस चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन केवल तभी जब पाकिस्तान अवैध कब्जा खत्म करे।”

उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसी कारण से भारत ने सिंधु जल समझौते को भी स्थगित कर दिया है। जयशंकर ने कहा, “जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह से नहीं रोकेगा, तब तक सिंधु जल समझौता स्थगित रहेगा।”

भारत-पाक सैन्य कार्रवाई पर विदेश मंत्री का बयान

जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से सैटलाइट तस्वीरें और घटनाक्रम साफ दिखाते हैं कि कौन सी तरफ से गोलीबारी बंद करने का इरादा था। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने हमला किया, लेकिन हमारी सेना ने इसका करारा जवाब दिया और आतंकवादी ढांचे को नष्ट किया।”

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