पटना में शनिवार की रात बिजली की खपत 785 मेगावाट तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष 2023 सबसे ज्यादा बिजली खपत का रिकार्ड 30 जून को दर्ज किया गया था। परेशानी की बात यह है कि जून-जुलाई का महीना अभी बाकी है और मई माह में ही बिजली खपत के सभी रिकॉर्ड टूट चुके हैं।
पटना: देश में पड़ रही असहनीय गर्मी के बीच बिजली खपत के मामले में पटना वासियों ने पिछले वर्ष के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। रविवार (२६ मई) की रात से अब तक सबसे अधिक बिजली खपत 785 मेगावाट दर्ज की गई है। बताया कि सबसे अधिक बिजली खपत का रिकार्ड 774 मेगावाट का था। पटना में शनिवार की रात 774 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत पहुंच गई थी। पिछले वर्ष सबसे ज्यादा बिजली खपत का रिकार्ड 30 जून को दर्ज किया गया था।
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया की इस समय परेशानी की बात यह है कि जून-जुलाई का महीना अभी बाकी है, लेकिन मई माह में ही बिजली खपत ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। 800 मेगावाट पहुंचने में महज 15 मेगावाट ही शेष रह गया है। सोमवार को भी भीषण गर्मी का अलर्ट जारी किया गया. ऐसे में घरों, कार्यालयों, व्यवसायिक संस्थानों में सुबह से ही एसी, कूलर पंखा चलना शुरू हो गया हैं।
अभी 600 मेगावाट की खपत
अधिकारी ने बताया कि 600 मेगावाट बिजली की खपत पीकआवर माना जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं रहा है। विद्युत यंत्रो पर 600 मेगावाट के आसपास बिजली रहने पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। बताया कि रात 9.10 बजे से पीकआवर की शुरुआत हो रही है और रात दो बजे तक बना रहता हैं। रविवार की रात दो बजे तक 705 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग किया गया और सुबह पांच बजे तक करीब 600 मेगावाट बिजली की खपत हो चुकी थी। दिन के समय 11.05 बजे से शाम पांच बजे तक पटनावासी 640 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग कर रहे हैं। जबकि शाम छह बजे से रात 9.00 बजे तक न्यूनतम 537 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हुई। बताया कि सुबह नौ बजे के बाद बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही हैं।