'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद विदेशों में पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश करने वाले डेलिगेशन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को मुलाकात करेंगे। यह डेलिगेशन हाल ही में विदेश दौरे से लौटकर भारत आया है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान की सरजमीं पर सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ भारत की सर्जिकल रणनीति 'ऑपरेशन सिंदूर' ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी दस्तक दे दी है। इस ऑपरेशन के बाद भारत से गया एक उच्चस्तरीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल हाल ही में यूरोप और मलेशिया जैसे देशों के दौरे से लौटा है।
इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहीं शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत ने वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया है।
'पाकिस्तान का झूठा प्रचार अब नहीं चलेगा' - प्रियंका चतुर्वेदी
भारत लौटने के बाद इंडिया टीवी से खास बातचीत में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, हमने यूरोपीय देशों के सांसदों, मंत्रियों और नीति-निर्माताओं से सीधा संवाद किया और उन्हें बताया कि पाकिस्तान की जमीन पर आतंकी शिविर कैसे फल-फूल रहे हैं। हमने तथ्यों और प्रमाणों के साथ ये साबित किया कि भारत कई दशकों से सीमापार आतंकवाद का शिकार रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत अब सिर्फ रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई की नीति अपना चुका है। ऑपरेशन सिंदूर इसका स्पष्ट उदाहरण है कि भारत अब आतंकवादियों को उनकी मांद में घुसकर खत्म करेगा।
सलमान खुर्शीद का दो टूक संदेश: 'अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'
पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, हमने दुनियाभर के नेताओं से साफ शब्दों में कहा कि आतंकियों को समर्थन देने वाला देश अब वैश्विक जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि अब यह रणनीति नहीं चलेगी। खुर्शीद ने कहा कि बातचीत के दौरान मलेशिया जैसे देशों ने भारत की स्थिति को गंभीरता से सुना और वहां के लोगों ने भी सहानुभूतिपूर्वक विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति मजबूत हुई है और भारत अब न केवल कूटनीतिक रूप से बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी सजग और मुखर है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद पर बदलती नीति का प्रतीक
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत द्वारा हाल ही में सीमा पार आतंकी ठिकानों पर की गई विशेष कार्रवाई है, जिसने पाकिस्तान को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कटघरे में खड़ा कर दिया। इस अभियान ने यह भी दर्शाया कि भारत अब अपने आंतरिक सुरक्षा ढांचे और विदेश नीति दोनों को आतंकवाद के विरुद्ध सामंजस्यपूर्ण रूप से प्रयोग में ला रहा है।
इस प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट और अनुभवों को साझा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में भारत की भविष्य की कूटनीतिक दिशा और आतंकवाद के खिलाफ रणनीतिक विकल्पों पर विचार किया जाएगा।
दुनियाभर में भारत की मजबूत होती स्थिति
प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि उन्होंने यूरोप में भारत के खिलाफ चल रहे पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को भी सामने लाकर नष्ट किया। हमने यूरोपीय नेताओं को बताया कि आतंकवाद कोई देश विशेष की समस्या नहीं है बल्कि यह वैश्विक खतरा है। यदि इसे अनदेखा किया गया तो यह कल उनके दरवाजे तक भी पहुंच सकता है।
गौर करने वाली बात यह रही कि यह प्रतिनिधिमंडल विभिन्न दलों के नेताओं से मिलकर बना था, जो इस बात को दर्शाता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत में एकता है। प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना (यूबीटी) से हैं और सलमान खुर्शीद कांग्रेस से, फिर भी दोनों ने मिलकर भारत की बात मजबूती से रखी।