ब्रिटिश कर्नल रिचर्ड केम्प ने चेतावनी दी है कि रूस यूक्रेन पर न्यूक्लियर हमला कर सकता है। यह कदम युद्ध को और भी खतरनाक बना सकता है और वैश्विक शांति के लिए बड़ा खतरा है।
Defence News: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में हाल ही में एक गंभीर खतरा सामने आया है। ब्रिटिश सेना के कर्नल रिचर्ड केम्प ने चेतावनी दी है कि रूस अपने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में यूक्रेन पर न्यूक्लियर हमला कर सकता है। यह बयान तब आया है जब दोनों देशों के बीच संघर्ष तेज होता जा रहा है। अगर ऐसा हुआ, तो न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
ब्रिटिश कर्नल रिचर्ड केम्प की चेतावनी
कर्नल रिचर्ड केम्प ने कहा है कि रूस टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है, खासकर यूक्रेन के एयरफील्ड्स और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर। उनका मानना है कि पुतिन इस कदम से अपने विरोधियों को डराना चाहते हैं और युद्ध में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं। केम्प ने यह भी कहा कि दुनिया के कई नेताओं की ओर से इस बात पर कोई सख्त प्रतिक्रिया नहीं आ सकती, क्योंकि वे न्यूक्लियर हथियारों के खतरे को लेकर सतर्क हैं लेकिन सीधे हस्तक्षेप नहीं कर पा रहे हैं।
रूस और यूक्रेन की जंग का हाल
रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला शुरू किया था, जिसके बाद से यह संघर्ष जारी है। इस जंग में हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों बेघर हो गए हैं। हाल के महीनों में यूक्रेन ने अमेरिका से मिली लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करते हुए रूस के कई ठिकानों पर हमले किए हैं। इस वजह से रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
रूस के पास न्यूक्लियर हथियारों का भंडार
रूस के पास दुनिया का सबसे बड़ा न्यूक्लियर हथियारों का भंडार है। इसके तहत लगभग 5,889 न्यूक्लियर वारहेड्स हैं, जिनमें से करीब 1,674 तैनात हैं। अमेरिका के पास करीब 5,244 वारहेड्स हैं, जबकि ब्रिटेन के पास 225 वारहेड्स हैं। नवंबर 2024 में रूस ने अपनी न्यूक्लियर नीति में बदलाव किया, जिसमें यह साफ किया गया कि अगर कोई गैर-न्यूक्लियर देश (जैसे यूक्रेन) किसी न्यूक्लियर देश (जैसे अमेरिका) के समर्थन से रूस पर हमला करता है, तो रूस न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।
पहले भी हो चुकी हैं न्यूक्लियर धमकियां
पिछले कुछ सालों में रूस ने कई बार न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी है। 2022 में रूस के टीवी चैनलों ने यूरोपीय शहरों जैसे लंदन, पेरिस और बर्लिन पर न्यूक्लियर हमले की बातें की थीं। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने भी 2023 में चेतावनी दी थी कि अगर पश्चिमी देश यूक्रेन को न्यूक्लियर हथियार देते हैं, तो रूस जवाबी कार्रवाई करेगा। पश्चिमी देशों ने हालांकि इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि अभी तक न्यूक्लियर हमले की कोई ठोस तैयारी सामने नहीं आई है।
न्यूक्लियर हमला होने की संभावना
कर्नल केम्प का मानना है कि पुतिन केवल अपनी ताकत दिखाने के लिए न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं, भले ही इससे सैन्य फायदे कम हों। एक न्यूक्लियर हमले से न केवल यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान होगा, बल्कि आसपास की जमीन और लोगों को भी गंभीर खतरा होगा। इससे रूस के अपने सैनिकों को भी नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा, अगर रूस ने ऐसा कदम उठाया, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव और बढ़ सकता है, और कई अन्य देश भी जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं।