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UPI Payment: गलत अकाउंट में चला गया पैसा? अब मिनटों में वापस मिल सकता है, जानिए पूरा डिजिटल तरीका

UPI Payment: गलत अकाउंट में चला गया पैसा? अब मिनटों में वापस मिल सकता है, जानिए पूरा डिजिटल तरीका

गलत UPI पेमेंट से घबराएं नहीं, सही प्रोसेस अपनाकर बैंक और NPCI की मदद से पैसा वापस पाया जा सकता है।

UPI Payment: डिजिटल इंडिया के इस दौर में UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) ने लोगों की जिंदगी बेहद आसान बना दी है। अब पैसों के लेनदेन के लिए न तो एटीएम की जरूरत है, न ही बैंक जाने की। केवल एक स्मार्टफोन और कुछ टैप में पैसा एक अकाउंट से दूसरे में ट्रांसफर हो जाता है। लेकिन कई बार इसी तेजी में बड़ी गलती हो जाती है – गलत अकाउंट या मोबाइल नंबर पर पैसे भेज देना। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल होता है – क्या हमारे पैसे वापस मिल सकते हैं? जवाब है – हां, बिल्कुल मिल सकते हैं, बस आपको कुछ जरूरी स्टेप्स फॉलो करने होंगे।

गलती से भेजा गया UPI पेमेंट? सबसे पहले ये करें

अगर आपने UPI से किसी गलत नंबर या अकाउंट में पैसे भेज दिए हैं, तो सबसे पहले घबराएं नहीं। आपके पास अब भी पैसे वापस पाने का मौका है, बशर्ते आप समय रहते सही प्रक्रिया अपनाएं। यहां जानिए सबसे जरूरी कदम:

1. तुरंत बैंक से संपर्क करें

सबसे पहले उस बैंक की कस्टमर केयर या नजदीकी ब्रांच से संपर्क करें, जिससे आपने पैसे ट्रांसफर किए हैं। वहां जाकर अपनी पूरी डिटेल्स दें:

  • ट्रांजैक्शन आईडी
  • तारीख और समय
  • भेजी गई राशि
  • रिसीवर का नंबर या अकाउंट डिटेल (जिस पर गलती से भेजा गया)

2. शिकायत नंबर लें

बैंक आपको एक कंप्लेंट नंबर या रिक्वेस्ट नंबर देगा। इसके जरिए आप अपने केस को ट्रैक कर सकते हैं। आप चाहें तो ये जानकारी बैंक को ईमेल से भी भेज सकते हैं।

3. RBI गाइडलाइंस का लें सहारा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की गाइडलाइंस के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति आपके पैसे को लौटाने से मना करता है, तो वह नियमों का उल्लंघन कर रहा है। ऐसे मामलों में आप बैंक से कह सकते हैं कि वे उस रिसीवर से बात करें और राशि वापस ट्रांसफर करवाएं।

अगर रिसीवर पैसे लौटाने से मना करे?

कई बार ऐसा होता है कि जिस व्यक्ति के खाते में पैसा गया है, वह उसे वापस करने से इनकार कर देता है। ऐसी स्थिति में आपके पास कानूनी विकल्प भी हैं:

  • आप उस व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
  • बैंक से उसकी डिटेल लेकर साइबर सेल में रिपोर्ट कर सकते हैं।
  • कोर्ट के जरिए रिकवरी का भी विकल्प मौजूद है।

याद रखें, कानूनन किसी गलती से आए पैसे को रखना अपराध है, चाहे वह जानबूझकर किया गया हो या नहीं। इसे वैसे ही माना जाता है जैसे सड़क पर गिरा पैसा उठाकर उसे वापिस न करना। ऐसे मामलों में सजा भी हो सकती है।

NPCI और बैंक का सपोर्ट सिस्टम

भारत में सभी UPI ट्रांजैक्शन का संचालन NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) करता है। अगर आपको बैंक से संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो आप NPCI के ग्राहक सहायता पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

इसके लिए आप https://www.npci.org.in पर जाएं और ‘UPI Complaint’ सेक्शन में जाकर फॉर्म भरें।

पैसे भेजते समय बरतें ये सावधानियां

1. नाम और नंबर क्रॉस-चेक करें

UPI से पेमेंट करते समय जितनी बार हो सके, रिसीवर का नाम और मोबाइल नंबर दोबारा चेक करें। कई बार एक ही डिजिट का फर्क बड़ी गलती करवा देता है।

2. QR कोड स्कैन करते समय ध्यान रखें

पब्लिक जगहों पर लगे QR कोड स्कैम का शिकार बन सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप सही दुकान या व्यक्ति का ही कोड स्कैन कर रहे हैं।

3. फेवरेट लिस्ट का इस्तेमाल करें

जिन लोगों को आप बार-बार पैसे भेजते हैं, उन्हें UPI ऐप की फेवरेट लिस्ट में जोड़ लें। इससे गलती की संभावना काफी कम हो जाती है।

4. फर्जी कस्टमर केयर से रहें सावधान

किसी ट्रांजैक्शन में परेशानी आने पर गूगल से कस्टमर केयर नंबर न खोजें। हमेशा बैंक या ऐप की आधिकारिक वेबसाइट से ही हेल्पलाइन नंबर लें।

भविष्य के लिए टेक्नोलॉजी अपडेट

UPI अब लगातार स्मार्ट होता जा रहा है। जल्द ही आपको ट्रांजैक्शन के समय रिसीवर के नाम की वॉइस कन्फर्मेशन या फोटो वेरिफिकेशन जैसे फीचर्स भी मिल सकते हैं। इससे गलत अकाउंट में पैसा भेजने की संभावनाएं काफी हद तक खत्म हो जाएंगी।

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