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इंडिया टाइम ज़ोन में ट्रेडिंग को मिली नई ऊंचाई: GIFT Nifty का ₹10,235 करोड़ मासिक टर्नओवर, विदेशी निवेशकों के लिए निवेश और आसान

इंडिया टाइम ज़ोन में ट्रेडिंग को मिली नई ऊंचाई: GIFT Nifty का ₹10,235 करोड़ मासिक टर्नओवर, विदेशी निवेशकों के लिए निवेश और आसान

गुजरात के GIFT सिटी में स्थित इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहे GIFT Nifty इंडेक्स ने मई 2025 में ₹10,235 करोड़ के मासिक टर्नओवर के साथ नया रिकॉर्ड बनाया है। यह उपलब्धि भारत के वित्तीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जो विदेशी निवेशकों को भारतीय समयानुसार ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान कर रहा है। सरकार और नियामक संस्थाओं की नीतियों से मिले समर्थन ने GIFT सिटी को वैश्विक फाइनेंशियल हब के रूप में उभरने का अवसर दिया है।

GIFT Nifty: भारतीय समय में ट्रेडिंग का नया विकल्प

GIFT Nifty, दरअसल भारतीय निफ्टी इंडेक्स का इंटरनेशनल वर्जन है, जिसे GIFT सिटी के इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर (IFSC) ज़ोन में लिस्ट किया गया है। यह प्लेटफॉर्म मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों, खासकर एनआरआई और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। GIFT Nifty की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह भारतीय समयानुसार ट्रेडिंग की सुविधा देता है, जिससे विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार की चाल के अनुसार फैसले लेने में आसानी होती है।

पहले SGX Nifty (सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज) पर भारतीय इंडेक्स का ट्रेड होता था, लेकिन अब यह पूरी तरह GIFT सिटी में शिफ्ट हो चुका है। इससे विदेशी निवेशकों को भारत के वित्तीय बाजार में सीधे भागीदारी का अवसर मिलता है, वह भी बिना भारत में रजिस्ट्रेशन कराए।

रिकॉर्ड टर्नओवर: बढ़ते निवेशकों का भरोसा

मई 2025 में GIFT Nifty का मासिक टर्नओवर ₹10,235 करोड़ रहा, जो अप्रैल 2025 की तुलना में लगभग 15% की वृद्धि है। यह आंकड़ा बताता है कि वैश्विक निवेशक भारतीय वित्तीय बाजार को लेकर पहले से ज्यादा उत्साहित और आश्वस्त हैं। GIFT Nifty 50, GIFT Nifty Bank, और अन्य डेरिवेटिव्स में बढ़ती भागीदारी इस बात का संकेत है कि भारत का वित्तीय ढांचा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है।

सरकार और नियामकों की भूमिका

GIFT Nifty की सफलता में केंद्र सरकार, वित्त मंत्रालय, SEBI और IFSCA जैसी संस्थाओं की भूमिका अहम रही है। GIFT सिटी को वैश्विक वित्तीय हब के रूप में विकसित करने के लिए टैक्स छूट, एकीकृत रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। यही वजह है कि सिंगापुर और दुबई जैसे प्रमुख ट्रेडिंग हब्स में ट्रेड करने वाले विदेशी निवेशक अब भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

विशेषज्ञों की राय

मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि GIFT Nifty की बढ़ती लोकप्रियता भारत के वित्तीय आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम है। दिल्ली के वित्तीय सलाहकार विकास भल्ला का कहना है, "यह सिर्फ एक इंडेक्स का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि भारत के फाइनेंशियल सिस्टम की मजबूती का प्रतीक है। अब हम अपने इंडेक्स को ग्लोबल स्तर पर खुद के प्लेटफॉर्म से प्रस्तुत कर पा रहे हैं, जो भारत की वित्तीय सॉवरेनिटी को दर्शाता है।"

भविष्य की दिशा

GIFT Nifty के लगातार बढ़ते आंकड़े बताते हैं कि आने वाले वर्षों में इसका दायरा और भी विस्तृत होगा। NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज और GIFT सिटी मिलकर नए प्रोडक्ट्स और सुविधाओं पर काम कर रहे हैं ताकि विदेशी निवेशकों के लिए ट्रेडिंग को और आसान बनाया जा सके।

सरकार का लक्ष्य GIFT सिटी को एशिया के सबसे बड़े और स्मार्ट फाइनेंशियल हब के रूप में स्थापित करना है। 'मेक इन इंडिया फॉर ग्लोबल फाइनेंस' पहल के तहत भारत का उद्देश्य यह है कि जो फाइनेंशियल सर्विसेज पहले विदेशों में होती थीं, अब वे भारत में उपलब्ध हों और दुनियाभर के निवेशक इसमें भाग लें।

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