पिछले सप्ताह शेयर बाजार में हल्की गिरावट के बावजूद LIC, SBI, HDFC बैंक और भारती एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों ने बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में शानदार बढ़त दर्ज की। इन चार दिग्गज कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ। दूसरी ओर, TCS और रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत कई दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप में गिरावट देखी गई।
बाजार में गिरावट के बीच चार कंपनियों ने दिखाई मजबूती
पिछले सप्ताह सेंसेक्स में लगभग 270 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन इसके बावजूद कुछ दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप में अच्छी-खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने सबसे बड़ा मुनाफा कमाया। कंपनी के मार्केट कैप में करीब 59,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ और यह 6.03 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी निवेशकों का भरोसा जीता और उसका मार्केट कैप 19,589 करोड़ रुपये बढ़कर 7.25 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह, HDFC बैंक के मार्केट कैप में 8,462 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ और यह 14.89 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। भारती एयरटेल ने भी 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़त दर्ज की और इसका मार्केट कैप 10.58 लाख करोड़ रुपये हो गया।
इन आंकड़ों से साफ है कि निवेशक अभी भी पारंपरिक और मजबूत कंपनियों पर भरोसा जता रहे हैं।
TCS और रिलायंस को झटका, कई दिग्गजों के मार्केट कैप में गिरावट
जहां एक ओर LIC और SBI जैसी कंपनियों को फायदा हुआ, वहीं दूसरी ओर, TCS और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े नामों को नुकसान झेलना पड़ा। TCS के मार्केट कैप में करीब 17,909 करोड़ रुपये की गिरावट हुई और यह घटकर 12.53 लाख करोड़ रुपये रह गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप भी 7,645 करोड़ रुपये कम होकर 19.22 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, ICICI बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इंफोसिस जैसी कंपनियों ने भी अपने मार्केट कैप में गिरावट दर्ज की। बजाज फाइनेंस का मार्केट कैप 4,061 करोड़ रुपये घटा, ICICI बैंक का 2,605 करोड़ रुपये, हिंदुस्तान यूनिलीवर का 1,973 करोड़ रुपये और इंफोसिस का 656 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई।
रिलायंस बनी सबसे बड़ी कंपनी, निवेशकों की नजरें टिकीं
मार्केट कैप के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है, हालांकि उसे नुकसान झेलना पड़ा। HDFC बैंक, TCS, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, SBI, इंफोसिस, LIC, बजाज फाइनेंस और हिंदुस्तान यूनिलीवर इस लिस्ट में शामिल हैं।
यह प्रदर्शन दिखाता है कि भारतीय शेयर बाजार में भले ही उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन निवेशकों का रुझान अब भी मजबूत और स्थिर कंपनियों की ओर बना हुआ है।