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जावेद अख्तर का पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर पर हमला: 'हमें कोसे, पर हिंदुओं को क्यों गाली?

जाने-माने लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें 'असंवेदनशील' करार दिया। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, कारगिल युद्ध के दौरान आपने अपने ही सैनिकों के शव लेने से इनकार कर दिया था।

Javed Akhtar On Asim Munir: पहलागाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में घुसकर आतंकवादी कैंपों को नेस्तनाबूत कर दिया था, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया था। इस बीच, बॉलीवुड के मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने असीम मुनीर द्वारा पहलगाम आतंकी हमले से पहले की गई टिप्पणियों पर निराशा व्यक्त की और उन्हें आड़े हाथों लिया।

असीम मुनीर के विवादित बयान

पहलागाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी, जिससे पूरे देश में गम का माहौल था। इस हमले के तुरंत बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी शिविरों पर 'ऑपरेशन सिंधूर' के तहत कार्रवाई की थी। चार दिनों तक चली भीषण मुठभेड़ के बाद, 10 मई को दोनों देशों ने एक-दूसरे से सीजफायर करने का निर्णय लिया था।

इस तनावपूर्ण घटनाक्रम के बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था, "हमारे पूर्वजों का मानना था कि हम जीवन के हर पहलू में हिंदुओं से अलग हैं, हमारा धर्म अलग है, हमारी रीति-रिवाज, परंपराएं, सोच और महत्वाकांक्षाएं भी अलग हैं..." इस पर बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और जनरल मुनीर की इस टिप्पणी को असंवेदनशील करार दिया।

जावेद अख्तर ने असीम मुनीर की टिप्पणियों पर निराशा जाहिर की

वकील और राजनेता कपिल सिब्बल के साथ एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा की गई टिप्पणियों पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। जावेद अख्तर ने जनरल मुनीर को 'असंवेदनशील' करार देते हुए कहा कि किसी भी देश का हर नागरिक एक जैसा नहीं हो सकता। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी देश की सरकार में कोई खामी होती है, तो इसका सबसे बड़ा असर वहां के नागरिकों पर पड़ता है।

अख्तर ने स्पष्ट किया, "हमारा मुद्दा सरकार, सेना और चरमपंथियों से होना चाहिए। हमारी पूरी सहानुभूति उन निर्दोष लोगों के साथ होनी चाहिए जो इस वजह से पीड़ित हो रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों की समस्याओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए और सांस्कृतिक या धार्मिक मतभेदों पर बहस से बचना चाहिए।

हिंदुओं को क्यों गाली दे रहे हैं

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा हाल ही में की गई एक टिप्पणी पर बॉलीवुड के मशहूर लेखक जावेद अख्तर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। अख्तर ने कहा, "मैंने यूट्यूब पर उनका भाषण देखा और वह असंवेदनशील व्यक्ति नजर आए। अगर आपको लगता है कि हम बुरे हैं तो भारतीयों को गाली दीजिए, लेकिन आप हिंदुओं को क्यों गाली दे रहे हैं? क्या उन्हें यह नहीं पता कि पाकिस्तान में भी हिंदुओं की आबादी है?"

जावेद अख्तर ने जनरल मुनीर की सोच पर सवाल उठाते हुए कहा, "क्या आपको अपने देशवासियों का सम्मान नहीं करना चाहिए? आप किस तरह के आदमी हैं? आप क्या कह रहे हैं? आपको क्या समझ नहीं है?" उन्होंने जनरल मुनीर की टिप्पणियों को न केवल असंवेदनशील, बल्कि विभाजनकारी भी करार दिया और उनकी कड़ी आलोचना की।

कई अरब देशों ने पाकिस्तानियों के वीजा पर लगा दिया है बैन

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की हालिया टिप्पणियों पर बॉलीवुड के दिग्गज लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक साक्षात्कार में जावेद अख्तर ने जनरल मुनीर की विचारधारा और उनके इतिहास के दृष्टिकोण पर सवाल उठाए। अख्तर ने कहा, उनकी मिसाइलों में से एक का नाम अब्दाली है, जिसने मुसलमानों पर हमला किया। क्या वह अब्दाली आपका हीरो है? क्या आपने कभी अपने इतिहास पर ध्यान से विचार किया है?

अख्तर ने आगे कहा, क्या आपको इतिहास की समझ है? वे जिन समुदायों को अपना मानते हैं, उनसे उनका कोई संबंध नहीं है। कई अरब देशों ने पाकिस्तानियों के लिए वीजा प्रतिबंध लागू कर दिया है। यह वैसा ही है जैसे दिल्ली की सड़कों पर कोई लड़का दावा करे कि वह शाहरुख खान को जानता है, जबकि शाहरुख खान को नहीं पता कि वह कौन है। यही पाकिस्तान का हाल है।" अख्तर की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के सैन्य दृष्टिकोण और उसके ऐतिहासिक दृष्टिकोण पर गहरी आलोचना को दर्शाती है।

अपने लोगों का भी सम्मान नहीं करती पाकिस्तानी सेना

जावेद अख्तर ने पाकिस्तान की सेना के असंवेदनशील रवैये का उदाहरण देते हुए एक किस्सा साझा किया। उन्होंने कहा, हमारे सैनिकों की शहादत पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, लेकिन जब पाकिस्तानी सैनिक कारगिल युद्ध में मारे गए, तो उनकी सेना ने उनके शवों का दावा करने से मना कर दिया। भारतीय सेना ने उन्हें उचित अंतिम संस्कार दिया। 

अख्तर ने बताया कि भारतीय सेना के एक उच्च रैंक अधिकारी ने शहीद सैनिकों की तस्वीरों का एक एल्बम बनवाया और पाकिस्तानियों को भेंट किया, लेकिन पाकिस्तान ने उसे पहले स्वीकार नहीं किया, और बाद में अनौपचारिक रूप से उसे स्वीकार किया। इस किस्से के जरिए जावेद अख्तर ने पाकिस्तान की सेना द्वारा अपने सैनिकों के प्रति दिखाई गई असंवेदनशीलता को उजागर किया।

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