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'दिल से सॉरी', रणवीर अल्लाहबादिया का पाकिस्तान पर पोस्ट वायरल, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल

भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर समझौते के बाद जहां दोनों देशों की सरकारें तनाव कम करने की कोशिश में लगी हैं, वहीं लोकप्रिय यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया उर्फ़ BeerBiceps एक नए विवाद में उलझ गए हैं। 

India Pakistan Ceasefire: जाने-माने पॉडकास्टर और यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया (Ranveer Allahbadia) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के तुरंत बाद रणवीर ने एक ऐसा पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने पड़ोसी मुल्क के लोगों से माफी मांगी। इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया और यूजर्स ने उन्हें जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। 

देश की जनता के गुस्से को देखते हुए रणवीर ने पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक उनका बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था। कई लोग इसे देशविरोधी मानसिकता करार दे रहे हैं, जबकि कुछ इसे गलत समय पर उठाया गया कदम मान रहे हैं।

रणवीर का भावुक संदेश, ट्रोल्स का हमला

10 मई को रणवीर ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की आम जनता से माफी मांगी और भारत-पाकिस्तान के बीच नफरत की राजनीति पर सवाल खड़े किए। उन्होंने लिखा, प्यारे पाकिस्तानी भाइयों और बहनों, मुझे पता है कि इस पोस्ट के लिए मुझे अपने ही देशवासियों की आलोचना झेलनी पड़ेगी, लेकिन यह कहना ज़रूरी है कि हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान के लिए नफरत नहीं है।

इस पोस्ट में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनका निशाना पाकिस्तान की आम जनता नहीं, बल्कि वहां की सेना और खुफिया एजेंसी ISI पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि यही संस्थाएं भारत में आतंकवाद फैलाने की ज़िम्मेदार हैं और दोनों देशों के बीच नफरत की जड़ हैं।

यह युद्ध जनता बनाम जनता नहीं है

रणवीर ने अपनी पोस्ट में लिखा, भारत और पाकिस्तान की आम जनता शांति चाहती है। लेकिन पाकिस्तान की सरकार, सेना और ISI की हरकतें हमें मजबूर करती हैं कि हम अपने देश की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाएं। उन्होंने कुछ तथ्यों का हवाला देते हुए पाकिस्तान में राज्य प्रायोजित आतंकवाद के मामलों को उजागर करने की कोशिश की, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को लेकर की गई कथित सरकारी सहभागिता शामिल थी।

पोस्ट में रणवीर ने लिखा, दिल से सॉरी अगर लग रहा है कि हम नफरत फैला रहे हैं। हमारी मंशा शांति की है। मीडिया चाहे भारत का हो या पाकिस्तान का, वह इस समय सिर्फ झूठ बेच रहा है। लेकिन यह माफीनामा भारतीय सोशल मीडिया यूज़र्स को रास नहीं आया। ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर यूज़र्स ने रणवीर पर पाखंड और गद्दारी जैसे शब्दों से हमला किया। कई यूज़र्स ने उन्हें शांति के नाम पर ढोंग रचाने वाला बताया, वहीं कुछ ने उन्हें पाकिस्तान के एजेंडे का समर्थक तक कह दिया।

पोस्ट हटाया लेकिन बहस बरकरार

ट्रोल्स के दबाव के बाद रणवीर ने पोस्ट को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से हटा दिया, लेकिन तब तक उस पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स इंटरनेट पर वायरल हो चुके थे। कई लोगों ने उनकी बातों का समर्थन किया, खासतौर पर वे लोग जो दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के पक्षधर हैं। लेकिन दूसरी ओर, बहुसंख्यक लोगों का मानना था कि यह समय पाकिस्तान के प्रति नरमी दिखाने का नहीं, बल्कि एकजुटता और कड़ा रुख अपनाने का है।

इस विवाद के बाद एक सवाल बार-बार पूछा जा रहा है—क्या रणवीर इलाहाबादिया वाकई शांति और समझदारी की बात कर रहे थे या यह सब सोशल मीडिया अटेंशन और चर्चा बटोरने की कोशिश थी? रणवीर की छवि एक संवेदनशील और विचारशील कंटेंट क्रिएटर की रही है, लेकिन इस बार का मामला बेहद संवेदनशील रहा, क्योंकि यह सीधे-सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा और सीजफायर जैसे गंभीर मुद्दे से जुड़ा था।

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