बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हमारी पुरानी मांग थी। इस फैसले से विभिन्न वर्गों की संख्या का पता चलेगा, जिससे विकास योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशभर में जातीय जनगणना (Caste Census) कराने के केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे अपनी पुरानी मांग का पूरा होना बताया और पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस फैसले से विकास योजनाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
CM नीतीश कुमार का बयान
नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा कि जातीय जनगणना कराने की मांग उनकी पार्टी और राज्य सरकार की पुरानी रही है। केंद्र सरकार का यह फैसला स्वागतयोग्य है। सीएम ने ट्वीट किया, "जातीय जनगणना के निर्णय का हमें लंबे समय से इंतजार था, और यह निर्णय निश्चित रूप से विकास योजनाओं को बेहतर बनाने में सहायक साबित होगा।" उन्होंने कहा कि इस जनगणना से विभिन्न जातियों और वर्गों की संख्या का पता चलेगा, जिससे उनके उत्थान और विकास के लिए योजनाएं बनाई जा सकेंगी।
पीएम मोदी को धन्यवाद
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को विशेष धन्यवाद देते हुए लिखा कि इस फैसले से न केवल समाज के सभी वर्गों को लाभ मिलेगा, बल्कि देश की समग्र विकास प्रक्रिया को भी गति मिलेगी। उन्होंने कहा, "जातीय जनगणना कराने के फैसले के लिए पीएम मोदी का अभिनंदन।"
मांझी ने भी किया फैसले का स्वागत
वहीं, केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी जातीय जनगणना के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे ऐतिहासिक और स्वागतयोग्य कदम बताया। मांझी ने कहा, "यह निर्णय उन नेताओं के लिए एक बड़ा सबक है, जो जातीय जनगणना का समर्थन तो करते रहे, लेकिन सत्ता में रहते हुए कभी इसे लागू नहीं किया।" उन्होंने यह भी कहा कि अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे लोग जो मोदी सरकार की नीयत पर सवाल उठाते थे, अब किस तरह की राजनीति करेंगे।