फरीदाबाद में अवैध निर्माण पर कड़ी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एसओपी बनाने का आदेश दिया है। 300 आवेदनों में से 80 नक्शे पास हुए, फिर भी 500 से ज्यादा अवैध निर्माण हुए हैं।
Haryana News: फरीदाबाद में अवैध निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कड़ा एक्शन लेने की योजना बनाई है। उन्होंने अवैध निर्माणों के खिलाफ एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, अवैध निर्माण पर कड़ी कार्रवाई के लिए एक नोडल एजेंसी नियुक्त की जाएगी।
अवैध निर्माण की समस्या
नगर निगम द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, फरीदाबाद में पिछले चार महीने में 500 से ज्यादा अवैध निर्माण हो चुके हैं। जबकि केवल 80 नक्शे ही पास किए गए, जबकि 300 से ज्यादा आवेदन आए थे। अवैध निर्माण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, खासकर पुराने और नए क्षेत्रों में। इन निर्माणों में नियमों की अनदेखी की जा रही है, जैसे बिना नक्शे के निर्माण करना या नक्शे के अनुसार निर्माण न करना।
एसओपी और नोडल एजेंसी के आदेश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अवैध निर्माण पर नियंत्रण के लिए एक मजबूत एसओपी बनाया जाए। इसके अलावा, इस पर कार्रवाई के लिए नोडल एजेंसी की नियुक्ति की जाएगी, ताकि अवैध निर्माण को रोका जा सके और शहर में संतुलित विकास हो सके।
अवैध निर्माण को लेकर क्या हैं नियम?
नगर निगम के अनुसार, किसी भी निर्माण के लिए पहले बिल्डिंग प्लान पास करवाना जरूरी है। बिना मंजूरी के या नियमों के विपरीत कोई निर्माण अवैध माना जाएगा। यदि किसी निर्माण को मंजूरी मिलती है, तो उसे दो साल के भीतर पूरा करना होता है, और उसके बाद कागजात को पूरा करके वह मान्य होगा। यदि यह नहीं होता, तो उस निर्माण को तोड़ने का अधिकार इन्फोर्समेंट टीम को होता है।
सीएम के आदेश का असर
मुख्यमंत्री के आदेश से अब उम्मीद की जा रही है कि अवैध निर्माण पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी और अवैध गतिविधियों को रोका जा सकेगा। नगर निगम अधिकारियों ने भी कहा है कि अब अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जिम्मेदारी जोनल अधिकारियों की होगी और एसओपी के तहत कार्रवाई की जाएगी।