नीले ड्रम कांड की आरोपी मुस्कान ने जेल से LLB की पढ़ाई करने की इच्छा जताई है। वह चाहती है कि खुद अपना केस लड़े। इसके लिए उसने जेल प्रशासन से सिलेबस और जानकारी मांगी है।
New Delhi: मेरठ के बहुचर्चित "नीले ड्रम कांड" की आरोपी मुस्कान एक बार फिर चर्चा में है। इस बार उसकी वजह हत्या का मामला नहीं, बल्कि एक नया इरादा है। मुस्कान अब वकील बनकर अपना केस खुद लड़ना चाहती है। इसके लिए उसने जेल प्रशासन से LLB (Bachelor of Laws) का सिलेबस और पढ़ाई से जुड़ी जानकारी मांगी है। जेल प्रशासन भी इस पर विचार कर रहा है कि क्या बंदी को इस तरह की उच्च शिक्षा की सुविधा दी जा सकती है।
मुस्कान ने कहा- कोई मेरा केस वैसे नहीं लड़ेगा जैसे मैं चाहती हूं
जेल प्रशासन से बातचीत में मुस्कान ने कहा कि उसे अब यह महसूस हो रहा है कि उसका केस कोई वकील उस तरह से नहीं लड़ पाएगा जैसे वह चाहती है। इसलिए उसने तय किया है कि वह खुद कोर्ट में अपनी पैरवी करेगी। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा के मुताबिक, मुस्कान ने बाकायदा LLB की पढ़ाई के लिए सिलेबस और पूरी शिक्षा व्यवस्था की जानकारी मांगी है। फिलहाल इस पर कानूनी और तकनीकी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।
मुस्कान की शिक्षा- 9वीं तक पढ़ी, आगे की राह बहुत लंबी
मुस्कान फिलहाल केवल 9वीं कक्षा तक पढ़ी है। ऐसे में अगर वह वकील बनना चाहती है तो उसे एक लंबा शैक्षणिक सफर तय करना होगा। LLB की पढ़ाई करने के लिए सबसे पहले उसे हाई स्कूल (10वीं) और फिर इंटरमीडिएट (12वीं) की पढ़ाई पूरी करनी होगी। इसके बाद वह पांच साल के LLB प्रोग्राम में दाखिला ले सकती है।
मेरठ जेल में फिलहाल इग्नू (IGNOU- Indira Gandhi National Open University) के माध्यम से हाई स्कूल और इंटर तक की पढ़ाई की सुविधा है। लेकिन LLB जैसी पेशेवर पढ़ाई के लिए विकल्प तलाशना जेल प्रशासन के लिए एक नई चुनौती है। अधिकारियों के मुताबिक, अगर मुस्कान गंभीरता से पढ़ाई करना चाहती है तो उसे पहले अपनी बुनियादी शिक्षा पूरी करनी होगी, फिर LLB के लिए आगे बढ़ना होगा।
जेल प्रशासन कर रहा है विचार, मिल सकती है पढ़ाई की अनुमति
जेल प्रशासन मुस्कान के अनुरोध पर विचार कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि किसी भी बंदी को उच्च शिक्षा की सुविधा देने के लिए कानूनी और प्रशासनिक पहलुओं को देखना जरूरी होता है। अगर नियमों के तहत इसकी अनुमति मिल जाती है, तो मुस्कान को इग्नू या किसी अन्य ओपन यूनिवर्सिटी के माध्यम से पढ़ाई करने का विकल्प मिल सकता है।
मुस्कान का केस: सरकारी वकील ही एकमात्र सहारा
फिलहाल मुस्कान के पास कोई निजी वकील नहीं है। उसका केस एक सरकारी वकील देख रहा है। वहीं, उसके सह-आरोपी साहिल के परिवार के लोग उससे मिलने जेल आते रहे हैं और उन्होंने उसके लिए प्राइवेट वकील की व्यवस्था भी की है। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक डॉ. शर्मा ने बताया कि मुस्कान से उसके परिवार का कोई सदस्य मिलने नहीं आया है।
नीले ड्रम कांड मामला
मुस्कान का मामला मेरठ ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना था। आरोप है कि मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव के टुकड़े कर उन्हें एक नीले ड्रम में भर दिया गया था। इसके बाद दोनों शिमला भाग गए थे। इस दौरान साहिल और मुस्कान के कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें दोनों नशा करते और मस्ती करते नजर आ रहे थे। होली पर उनके डांस का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसने पूरे मामले को और सनसनीखेज बना दिया था।
जेल में सामने आई मुस्कान की प्रेग्नेंसी की खबर
इस केस में एक और बड़ा मोड़ तब आया जब जेल में मुस्कान की मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद मुस्कान को सरकारी अस्पताल ले जाकर उसकी मेडिकल जांच करवाई गई, जिसमें अल्ट्रासाउंड और अन्य जांचों के जरिए उसकी प्रेग्नेंसी की पुष्टि हुई। यह खबर सामने आने के बाद मामला और ज्यादा चर्चित हो गया था।