सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीहनुमत कथा मंडपम का भव्य लोकार्पण किया। उन्होंने अयोध्या के विकास और सनातन धर्म के संरक्षण पर जोर दिया। शहीदों को सम्मान भी दिया गया।
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के ऐतिहासिक हनुमानगढ़ी में नया श्रीहनुमत कथा मंडपम बनाया है, जिसका उन्होंने शुक्रवार को भव्य लोकार्पण किया। इस आयोजन में योगी जी ने अयोध्या के विकास, सनातन धर्म की महत्ता और आतंकवाद के खिलाफ भी अपनी मजबूत बातें रखीं। आइए जानते हैं इस अवसर पर क्या-क्या कहा गया और अयोध्या का भविष्य किस दिशा में बढ़ रहा है।
श्रीहनुमत कथा मंडपम: अयोध्या का नया सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं है, बल्कि यह भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम स्थल है। श्रीहनुमत कथा मंडपम इसी भावना को आगे बढ़ाएगा। यह स्थान आने वाली पीढ़ियों के लिए हनुमानगढ़ी की समृद्ध परंपरा और वैभव को संरक्षित करेगा। यहां नियमित सत्संग, कथा और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिससे सनातन धर्म की जड़े और गहरी होंगी।
अयोध्या का कायाकल्प: विकास की नई रफ्तार
सीएम ने बताया कि 2017 से पहले अयोध्या के हालात कुछ अलग थे। टूटी-फूटी सड़कें, बिजली की कमी और गंदगी आम समस्या थी। लेकिन डबल इंजन सरकार बनने के बाद अयोध्या में विकास की रफ्तार दुगनी हो गई। अब यह शहर फोरलेन सड़कों, आधुनिक रेलवे स्टेशन और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ चुका है। दीपोत्सव जैसे भव्य आयोजन अयोध्या को विश्व स्तर पर पहचान दिला रहे हैं। योगी जी के नेतृत्व में अयोध्या का विकास पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा बना है।
आतंकवाद पर कड़ा संदेश
मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने बताया कि भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई भारत को छेड़े तो उसे जवाब देने में पीछे नहीं हटता। यह नीति बजरंगबली की नीति है। उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और कहा कि पाकिस्तान का अंत नजदीक है और आतंकवाद ही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बनेगा। भारत की सुरक्षा प्रणाली सशक्त है और देश के वीर सैनिक हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
शहीदों को श्रद्धांजलि, परिवारों को समर्थन
योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में पूर्वोत्तर सीमा पर शहीद हुए लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार शहीदों के परिवारों को सम्मान देने के लिए आर्थिक मदद के साथ-साथ एक सरकारी नौकरी भी प्रदान करती है। शहीद के नाम पर स्मारक बनाकर उनकी वीरता को सदैव याद रखा जाता है। यह सरकार की प्रतिबद्धता है कि शहीद परिवारों को हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
राम जन्मभूमि मंदिर: 500 वर्षों के संघर्ष का अंत
सीएम योगी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण 500 वर्षों के अंधकार का अंत है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संकल्प को पूरा करने वाला सबसे बड़े नेता के रूप में याद किया। योगी जी ने कहा कि पहले की सरकारें ऐसा काम करने में असमर्थ थीं। राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या का इतिहास नया मोड़ ले चुका है और यह पूरी दुनिया के हिंदू धर्मावलंबियों के लिए गर्व का विषय है।
गुरुजनों और संतों का योगदान
योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ, अशोक सिंहल और दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र दास जी महाराज जैसे संतों को याद किया, जिनके प्रयासों से रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण संभव हुआ। उन्होंने संतों और नागा संन्यासियों की प्रशंसा की, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए कठिन दौर में भी अपने कदम नहीं हिलाए।
हनुमानगढ़ी की धार्मिक और ऐतिहासिक अहमियत
हनुमानगढ़ी अयोध्या का प्रमुख तीर्थस्थल है, जहां भगवान हनुमान की भव्य प्रतिमा स्थापित है। यह माना जाता है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने पर हनुमान जी ने यहीं निवास किया और अयोध्या की रक्षा का संकल्प लिया। नागा साधुओं की उपस्थिति इसे एक सैन्य छावनी जैसा स्वरूप देती है, जो धर्म की रक्षा का प्रतीक है। अब श्रीहनुमत कथा मंडपम के बनने से इस स्थल की महत्ता और बढ़ गई है।
सम्मान समारोह
इस अवसर पर कई संत-महंत, रामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी के विकास कार्यों में योगदान देने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस पहल से धार्मिक स्थलों का संरक्षण और संस्कृति का संवर्धन दोनों ही संभव हो रहा है।