कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज हरियाणा कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया। राहुल गांधी का यह दौरा पार्टी को मजबूत करने और प्रदेश में एकजुटता लाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से चल रही आपसी खींचतान और गुटबाजी को खत्म करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी आज चंडीगढ़ स्थित हरियाणा कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचे। यह दौरा इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा खेमे के बीच मतभेद खुलकर सामने आए हैं। पार्टी को मजबूत करने और विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत राहुल गांधी ने खुद कमान संभाली है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया स्वागत
राहुल गांधी के कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राहुल गांधी के इस दौरे को केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं बल्कि हरियाणा कांग्रेस में नई ऊर्जा फूंकने की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल गांधी के दौरे का मुख्य उद्देश्य पार्टी में जारी गुटबाजी को खत्म करना और संगठन को मजबूती देना है।
इसीलिए उन्होंने बैठक की शुरुआत में नेताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि यदि पार्टी को 2024 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करनी है, तो सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठकर संगठन की मजबूती के लिए काम करना ही प्राथमिकता होनी चाहिए।
दो चरणों में हो रही बैठकें
राहुल गांधी की यह बैठक दो चरणों में आयोजित की गई है। पहले चरण में 17 वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की जा रही है, जिनमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, चौधरी वीरेंद्र सिंह और प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद शामिल हैं। इस बैठक में राहुल गांधी ने नेताओं की राय भी जानी और बताया कि अब वक्त विचार-विमर्श से आगे जाकर, ज़मीनी काम का है।
हरियाणा कांग्रेस में संगठन का ढांचा लंबे समय से अधूरा है। राहुल गांधी इस दौरे में इसी सर्जन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि जिलों में किस केंद्रीय पर्यवेक्षक और राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक को भेजा जाएगा, इसका फैसला संवाद और स्थानीय ज़रूरतों के आधार पर किया जाएगा।
राज्य में कुल 21 केंद्रीय पर्यवेक्षक और 77 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। इनमें से आठ सह-पर्यवेक्षक भी हैं। यह तय किया गया है कि हर केंद्रीय पर्यवेक्षक के साथ तीन राज्यस्तरीय पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे, जो जिलों में जाकर संगठन का ढांचा तैयार करेंगे।
मंगलवार को हुआ पर्यवेक्षकों के जिलों पर मंथन
राहुल गांधी की बैठक से पहले मंगलवार को हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी बीके हरि प्रसाद के बीच विभिन्न जिलों में पर्यवेक्षकों की तैनाती को लेकर चर्चा हुई। इन प्रस्तावों को आज की बैठक में अंतिम रूप दिया जा रहा है। राहुल गांधी स्वयं इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं ताकि संगठन के काम में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
राहुल गांधी ने नेताओं को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि पार्टी को जिताने के लिए जरूरी है कि नेता आपसी मतभेद भुलाकर एक प्लेटफॉर्म पर आएं। अब हमारी लड़ाई किसी एक गुट या व्यक्ति से नहीं है, बल्कि उस विचारधारा से है जो देश को बांट रही है। हरियाणा में कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए सबको साथ आना होगा।