महाराष्ट्र कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पाकिस्तानी ड्रोन पर मिसाइल चलाने की लागत पर सवाल उठाया था। अब वे अपने बयान से पलट गए हैं और सफाई दी है कि यह उनका निजी विचार नहीं था।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के सीनियर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार अपने बयान को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। बुधवार को उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे बवाल मच गया। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान द्वारा भेजे गए 15 हजार रुपये के ड्रोन को गिराने के लिए भारत ने 15 लाख रुपये की मिसाइल चलाई। लेकिन अब जब उनके इस बयान की जमकर आलोचना हुई तो वडेट्टीवार अपने ही शब्दों से पीछे हटते नजर आए।
“मैंने नहीं कहा, मैंने तो सिर्फ चर्चा दोहराई”
गुरुवार को नागपुर में मीडिया से बात करते हुए वडेट्टीवार ने साफ किया कि यह उनका निजी विचार नहीं था। उन्होंने कहा, “मैंने तो एक रक्षा विशेषज्ञ की बात को दोहराया था। यह मेरा वक्तव्य नहीं था। मीडिया ने बात को अधूरा दिखाया और उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार से सवाल पूछना कोई गुनाह नहीं है। “क्या हम सरकार से सवाल नहीं कर सकते? क्या सवाल पूछना देशद्रोह हो गया है?”, वडेट्टीवार ने पलटवार किया।
पहले क्या कहा था वडेट्टीवार ने?
बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता वडेट्टीवार ने ऑपरेशन सिंदूर के खर्च को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने 5,000 से 15,000 रुपये की लागत वाले सस्ते, चीनी ड्रोन भेजे, जिन्हें गिराने के लिए भारत ने 15 लाख रुपये की मिसाइलें इस्तेमाल कीं। उन्होंने इसे चीन की एक रणनीति बताया और कहा कि इस तरह भारत का भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा था कि ये बातें उन्होंने रिपोर्ट्स और चर्चा के आधार पर कहीं, उन्हें इसकी पूरी जानकारी नहीं है।
“सरकार से सवाल पूछना गलत नहीं है”
गुरुवार को अपनी सफाई में वडेट्टीवार ने कहा कि एक लोकतंत्र में सरकार से सवाल करना नागरिक का अधिकार है। उन्होंने जोर दिया कि देश को हुए नुकसान या सैनिकों की शहादत पर सवाल उठाना देश के हित में है न कि उसके खिलाफ। उन्होंने कहा, “अगर सवाल पूछना गुनाह है, तो फिर लोकतंत्र का मतलब ही क्या रह जाएगा?”
फडणवीस ने किया करारा हमला
वडेट्टीवार के बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जिनमें देशभक्ति की भावना नहीं है, उन्हें समझाना भी मुश्किल है। फडणवीस ने कहा, “ऐसे लोग मूर्ख हैं। उन्हें खेतों में इस्तेमाल होने वाले सामान्य ड्रोन और युद्ध में इस्तेमाल होने वाले फाइटर ड्रोन का फर्क ही नहीं पता।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस नेता सिर्फ राजनीति के लिए देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी गैर-जिम्मेदार बयान देने से नहीं चूकते।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बहाने सियासी बहस
दरअसल, यह पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। इसी के दौरान यह खबर सामने आई कि पाकिस्तान की ओर से सस्ते ड्रोन भेजे जा रहे हैं और भारत इन्हें काफी महंगी मिसाइलों से गिरा रहा है। इसी को लेकर विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछे, जिसमें वडेट्टीवार का बयान सबसे ज्यादा चर्चा में रहा।
मीडिया को ठहराया जिम्मेदार
वडेट्टीवार ने अपनी सफाई में बार-बार इस बात पर जोर दिया कि मीडिया ने उनके बयान को सही संदर्भ में पेश नहीं किया। उन्होंने कहा, “आप लोग आधी बात बताते हैं, पूरी बात क्यों नहीं दिखाते? अगर मैं किसी विशेषज्ञ की बात दोहरा रहा हूं, तो क्या वो मेरी राय हो जाती है?”
कांग्रेस की भी फजीहत
वडेट्टीवार के बयान से कांग्रेस भी असहज हो गई है। पहले से ही खड़गे के 'चुटपुट युद्ध' वाले बयान के कारण पार्टी निशाने पर थी, ऐसे में वडेट्टीवार की टिप्पणी से पार्टी को एक और झटका लगा। हालांकि, अब उनके बयान बदलने के बाद मामला थोड़ा शांत होता नजर आ रहा है, लेकिन विपक्ष इस मुद्दे को आसानी से छोड़ने वाला नहीं है।