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मायावती का सियासी मास्टरस्ट्रोक: अचानक दिल्ली का बंगला किया खाली, क्या है इनसाइड स्टोरी?

मायावती का सियासी मास्टरस्ट्रोक: अचानक दिल्ली का बंगला किया खाली, क्या है इनसाइड स्टोरी?
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

BSP प्रमुख मायावती ने दिल्ली का सरकारी बंगला खाली कर दिया है। यह फैसला सियासी रणनीति का हिस्सा है या सुरक्षा कारण, फिलहाल साफ नहीं है।

UP News: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने अचानक दिल्ली का अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया है। ये बंगला उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर आवंटित किया गया था, जो 35 लोधी एस्टेट में स्थित है। लेकिन अब उनके इस फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या मायावती के इस कदम के पीछे कोई सियासी वजह है या फिर सुरक्षा कारण? चलिए, आपको इस पूरी खबर की इनसाइड स्टोरी बताते हैं।

मायावती का दिल्ली बंगला खाली करना

सूत्रों के मुताबिक, मायावती ने 20 मई को बंगले की चाबी CPWD को सौंप दी थी और साथ ही जेड प्लस सिक्योरिटी यूनिट को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। सुरक्षा कारणों का हवाला तो दिया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि मायावती इस कदम से कोई सियासी संकेत देना चाहती हैं।

दरअसल, हाल ही में उनके भतीजे आकाश आनंद की Y कैटेगरी सिक्योरिटी भी वापस ली गई थी, लेकिन मायावती ने इस पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी थी। अब बंगला खाली करने के फैसले ने ये चर्चा और तेज कर दी है कि मायावती 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कोई नई रणनीति बना रही हैं।

2027 की तैयारी में मायावती का नया दांव?

मायावती का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश की सियासत में लगातार हलचल मची हुई है। कांग्रेस और सपा के बीच बढ़ती तकरार के बीच इमरान मसूद जैसे कांग्रेस के बड़े नेता ने मायावती को गठबंधन का न्योता दिया है। हालांकि, मायावती ने अब तक कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने से इनकार ही किया है। लेकिन जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं, उससे लगता है कि यूपी की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है।

मायावती शायद ये दिखाना चाहती हैं कि वो किसी भी तरह से बीजेपी या केंद्र सरकार से लाभ नहीं लेना चाहतीं। यही वजह है कि सुरक्षा मुद्दे को साइड में रखकर उन्होंने बंगला खाली कर दिया।

BSP के राष्ट्रीय दर्जे पर भी उठ रहे सवाल

लोकसभा चुनाव 2024 में खराब प्रदर्शन के बाद बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी खतरे में है। मायावती के इस कदम को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ जानकारों का मानना है कि मायावती अब पार्टी के भीतर नई रणनीति बनाने में जुट गई हैं।

सुरक्षा कारण कितने अहम?

हालांकि आधिकारिक तौर पर बंगला खाली करने की वजह सुरक्षा कारण ही बताए जा रहे हैं। 35 लोधी स्टेट का बंगला मायावती को BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते मिला था, लेकिन जब सुरक्षा कारण बताए गए तो CPWD को इसकी चाबी लौटाना और जेड प्लस सिक्योरिटी को सूचित करना एक औपचारिक कदम था।

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