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भारत-पाकिस्तान तनाव: PAK विशेषज्ञों का मोदी के नेतृत्व पर जोरदार बयान, कहा- '2034 तक कोई नहीं हटा सकता उन्हें'

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस बीच, पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स ने एक विवादास्पद दावा किया है कि 2034 तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहेंगे। पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित और एक्सपर्ट कमर चीमा ने यह दावा किया है।

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान के कुछ प्रमुख विशेषज्ञों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और नेतृत्व की जमकर सराहना की है। पूर्व पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित और विशेषज्ञ कमर चीमा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक प्रभावशाली और स्थिर नेता के रूप में चित्रित किया है, जिनका नेतृत्व आगामी वर्षों तक देश के लिए अनुकूल रहेगा। इन विशेषज्ञों ने यह दावा किया है कि नरेंद्र मोदी का नेतृत्व 2034 तक भारत में कोई नहीं हटा सकता।

बासित की पीएम मोदी की तारीफ

पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित, जो सामान्यतः भारत के खिलाफ बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं, ने इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने मोदी की "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम के हालिया एपिसोड की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी की तकरीरें प्रभावशाली होती हैं। उन्होंने बताया कि मोदी के राष्ट्रीय दृष्टिकोण और उनकी ऊर्जा ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक स्थिरता प्रदान की है। 

बासित ने कहा, अगर आप मुझसे पूछें कि नरेंद्र मोदी को कितने समय तक प्रधानमंत्री के रूप में देख रहे हैं, तो मेरा जवाब है कि अगले चुनाव 2029 में होंगे और मुझे कोई चैलेंज दिखाई नहीं देता। वह अब भी पूरी ऊर्जा के साथ राजनीति कर रहे हैं, और विपक्ष के पास उन्हें चुनौती देने का कोई प्रभावी नेता नहीं है।

राहुल गांधी पर भी टिप्पणी

अब्दुल बासित ने विपक्षी नेता राहुल गांधी पर भी टिप्पणी की, जिनके बारे में उनका कहना था कि राहुल गांधी में उस प्रकार की लीडरशिप क्वालिटी नहीं है, जो किसी प्रमुख नेता में होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियाँ, जैसे नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चुनौती देने की स्थिति में नहीं हैं।

2034 तक नरेंद्र मोदी का दबदबा

कमर चीमा, जो एक प्रमुख पाकिस्तानी रणनीतिक विशेषज्ञ हैं, ने भी मोदी के नेतृत्व पर अपनी राय व्यक्त की और दावा किया कि नरेंद्र मोदी 2034 तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। चीमा ने पाकिस्तान की सरकार को सलाह दी कि उन्हें भारत और मोदी के दृष्टिकोण को समझने की आवश्यकता है, क्योंकि मोदी ने भारत के प्रति एक स्पष्ट और दृढ़ दृष्टिकोण अपनाया है। 

उन्होंने कहा, पाकिस्तान की सरकार ने मोदी को समझने में बहुत समय बर्बाद किया। मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने और उन्होंने एक ही बार पाकिस्तान का दौरा किया। अब पाकिस्तान को यह समझने की जरूरत है कि मोदी किसी भी प्रकार से पाकिस्तान के साथ कोई वार्ता करने के इच्छुक नहीं हैं।

पाकिस्तान की सरकार पर निशाना

कमर चीमा ने पाकिस्तानी सरकार को भी आड़े हाथों लिया, विशेष रूप से इमरान खान और शहबाज शरीफ की सरकारों की नीतियों को। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने हमेशा भारत के खिलाफ एक "रिक्वेस्ट मोड" अपनाया, जबकि भारत ने अपनी स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से रखा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने कई देशों से समर्थन प्राप्त किया, जबकि पाकिस्तान ने केवल कुछ देशों से ही समर्थन जुटाने में कामयाबी पाई।

चीमा ने पाकिस्तान को सलाह दी कि उसे अपनी रणनीति बदलनी होगी और मोदी के पोश्चर को समझने की कोशिश करनी होगी। उन्होंने कहा, अगर पाकिस्तान अपनी नीतियों को नहीं बदलेगा, तो अगले नौ सालों में उसकी अंतरराष्ट्रीय स्थिति और भी कमजोर हो सकती है। नरेंद्र मोदी के पास वह शक्ति है जो उसे 2034 तक सत्ता में बनाए रखेगी।

भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर भी टिप्पणी

कमर चीमा ने यह भी कहा कि भारत के पास अब एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय समर्थन है, जिसमें सऊदी अरब, यूएई, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश शामिल हैं। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि भारत ने अपनी कूटनीतिक स्थिति को बहुत मजबूती से स्थापित किया है। वहीं, पाकिस्तान को अपने कूटनीतिक प्रयासों को बढ़ाना होगा, खासकर अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन जैसे प्रमुख देशों से बातचीत करनी होगी। उन्होंने कहा, पाकिस्तान को अपनी स्थिति को बदलने की जरूरत है, नहीं तो दुनिया में उसकी स्थिति कमजोर होती जाएगी।

अब्दुल बासित का मोदी के समर्थन में बयान

अब्दुल बासित ने कहा, नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत में कोई चुनौती नहीं दिखाई देती। वह न केवल एक मजबूत नेता हैं, बल्कि उन्होंने देश की नीति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। उनका प्रभाव भारतीय राजनीति में गहरा है, और मुझे लगता है कि 2029 के बाद भी वह प्रधानमंत्री रह सकते हैं।

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