रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों का संन्यास क्रिकेट की दुनिया के लिए एक बड़ा झटका है। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों का रिटायरमेंट एक ही हफ्ते में आया, जिससे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को गहरा दुख हुआ है। रोहित ने 7 मई को, जबकि विराट ने 12 मई को अपने संन्यास का ऐलान किया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: टीम इंडिया के दो महान बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली अब टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा नहीं हैं। यह बदलाव भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत है और नए युग की शुरुआत भी। टेस्ट क्रिकेट में भारत की शान कहे जाने वाले इन दो दिग्गजों ने कुछ ही दिनों के अंतर में संन्यास की घोषणा कर दी। रोहित ने 7 मई को तो विराट ने 12 मई को टेस्ट को अलविदा कहा। इस संन्यास के बाद भारतीय टीम के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती इंग्लैंड दौरा है, जो 20 जून से शुरू होगा।
इस दौरे पर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ उनकी सरजमीं पर 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। जहां विराट और रोहित की गैरमौजूदगी में टीम का अनुभव कुछ कम नजर आ सकता है, वहीं यह मौका है युवा बल्लेबाजों के लिए कि वे खुद को साबित करें और एक नई विरासत की नींव रखें।
अब तक सिर्फ तीन दिग्गजों का नाम
इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में 500 या उससे अधिक रन बनाना एक बड़ा कीर्तिमान है और यह कारनामा अब तक केवल तीन भारतीय बल्लेबाज कर पाए हैं:
- राहुल द्रविड़ (2002) – 4 टेस्ट, 602 रन
- विराट कोहली (2018) – 5 टेस्ट, 593 रन
- सुनील गावस्कर (1979) – 4 टेस्ट, 542 रन
ये आंकड़े दिखाते हैं कि यह कारनामा कितना मुश्किल है। कोहली के 2018 के बाद से अब तक कोई भारतीय बल्लेबाज इस रिकॉर्ड के करीब भी नहीं पहुंच पाया है।
कौन रच सकता है इतिहास?
भारतीय बल्लेबाजों के लिए इंग्लैंड की पिचें हमेशा चुनौतीपूर्ण रही हैं। स्विंग, सीम और मौसम के बदलावों के बीच टिककर रन बनाना हर किसी के बस की बात नहीं होती। लेकिन कुछ भारतीय दिग्गजों ने इस चुनौती को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि इतिहास भी रचा। अब उन्हीं की लिस्ट में शामिल होने का मौका है नए खिलाड़ियों के पास।
विराट और रोहित की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उनमें से कुछ नाम हैं जो 500 रन क्लब में शामिल होने की क्षमता रखते हैं:
- यशस्वी जायसवाल: अभ्यास और प्रदर्शन दोनों के स्तर पर यशस्वी ने खुद को एक भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में साबित किया है। उन्होंने वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर वह इंग्लैंड में अपने स्वाभाविक खेल को संयम के साथ उतारते हैं, तो 500 रन का आंकड़ा कोई सपना नहीं होगा।
- शुभमन गिल: गिल को “न्यू जनरेशन का विराट कोहली” कहा जा रहा है। उन्होंने विदेश में रन बनाए हैं और उनके पास तकनीक भी है। हालांकि इंग्लैंड की परिस्थितियां कठिन होंगी, लेकिन अगर वह क्रीज पर टिके रहते हैं, तो यह सीरीज उनके करियर का टर्निंग पॉइंट बन सकती है।
- केएल राहुल: अगर फिटनेस साथ देती है, तो राहुल भी बड़े स्कोर बना सकते हैं। उनके पास अनुभव है, और उन्होंने पहले भी इंग्लैंड में अच्छी पारियां खेली हैं। उनकी बल्लेबाजी में क्लास और धैर्य दोनों हैं।
- ऋषभ पंत: पंत की वापसी के बाद उम्मीदें बढ़ गई हैं। वह इंग्लैंड में पहले भी सेंचुरी मार चुके हैं और उनका आक्रामक अंदाज इंग्लिश गेंदबाजों को असहज कर सकता है। अगर वह फॉर्म में आ गए, तो सीरीज के टॉप स्कोरर बन सकते हैं।
क्या कहती है रणनीति?
500 रन का आंकड़ा सिर्फ प्रतिभा से नहीं, बल्कि निरंतरता और संयम से हासिल होता है। इसके लिए शुरुआत से ही खुद को परिस्थितियों के अनुकूल ढालना जरूरी है। टीम इंडिया को चाहिए कि वह टॉप ऑर्डर में स्थायित्व बनाए और साझेदारियों पर फोकस करे। हर टेस्ट में स्कोरबोर्ड पर 300+ रन डालना तभी संभव होगा जब कोई बल्लेबाज लंबी पारी खेले।