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PSL 2025 Final: सिकंदर रजा की आंधी में उड़ा क्वेटा ग्लेडिएटरस, लाहौर कलंदर्स बना तीसरी बार चैंपियन

शाहीन शाह अफरीदी की कप्तानी में लाहौर कलंदर्स ने रविवार की रात गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में सऊद शकील की क्वेटा ग्लेडिएटर्स को एक गेंद शेष रहते हुए 6 विकेट से हराकर पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का खिताब जीत लिया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: पाकिस्तान सुपर लीग 2025 के फाइनल में रविवार रात गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर में क्रिकेट प्रेमियों को ऐसा रोमांच देखने को मिला, जिसे वे सालों तक याद रखेंगे। लाहौर कलंदर्स ने क्वेटा ग्लेडिएटर्स को अंतिम गेंद से पहले ही 6 विकेट से हराकर तीसरी बार PSL ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इस जीत की सबसे बड़ी कहानी बनकर उभरे जिम्बाब्वे के स्टार ऑलराउंडर सिकंदर रजा, जिन्होंने मैदान पर उतरने से पहले जो सफर तय किया, वो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं था।

ट्रेंट ब्रिज से गद्दाफी: एक दिन, दो देश, दो प्रदर्शन

24 मई को इंग्लैंड के ट्रेंट ब्रिज मैदान में सिकंदर रजा इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे की तरफ से 60 रनों की शानदार पारी खेल रहे थे। अगली ही सुबह, यानी 25 मई को, वे पाकिस्तान में PSL फाइनल खेलने के लिए उतर चुके थे। रिपोर्टों के अनुसार, रजा PSL फाइनल के टॉस से महज 10 मिनट पहले पाकिस्तान पहुंचे और सीधा एयरपोर्ट से गद्दाफी स्टेडियम आए। थकान का नामोनिशान नहीं, बल्कि मैदान पर उन्होंने जो किया, उसने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया।

गेंद से कमाल, बल्ले से धमाल

रजा ने पहले गेंदबाजी में लाहौर के लिए चार ओवर में 43 रन देकर एक अहम विकेट झटका। लेकिन असली तूफान उन्होंने बल्ले से मचाया। 202 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए जब लाहौर की टीम थोड़ी दबाव में आई, तब रजा नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने उतरे। अंतिम 3.2 ओवर में 57 रनों की जरूरत थी। 

रजा ने 7 गेंदों में नाबाद 22 रन बनाए और वो भी कैसे मोहम्मद आमिर की गेंद पर एक चौका और फिर गगनचुंबी छक्का। इसके बाद आखिरी ओवर में फहीम की गेंद पर फिर से सिक्स और चौका जड़कर लाहौर को एक गेंद रहते ही जीत दिला दी।

मैच का रोमांच: हर ओवर बना कहानी

क्वेटा ग्लेडिएटर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 201 रन बनाए। सऊद शकील की कप्तानी में क्वेटा ने मजबूत स्कोर खड़ा किया था, लेकिन शाहीन शाह अफरीदी की अगुवाई वाली लाहौर कलंदर्स ने कभी हार नहीं मानी। एक समय 13वें ओवर तक लाहौर 115-2 पर था और जीत की ओर अग्रसर लग रही थी, लेकिन अब्दुल्ला शफीक (41) के आउट होते ही रन गति पर ब्रेक लग गया। तभी कुसल परेरा ने दो छक्कों और एक चौके से रन गति को फिर रफ्तार दी, और फिर आया रजा का तूफानी क्लाइमेक्स।

PSL में लाहौर का तीसरा ताज

इस ऐतिहासिक जीत के साथ लाहौर कलंदर्स PSL इतिहास में तीसरी बार चैंपियन बनी। इससे पहले 2022 और 2023 में लाहौर ने खिताब जीता था। कप्तान शाहीन शाह अफरीदी की सूझबूझ भरी कप्तानी और खिलाड़ियों के जबरदस्त प्रदर्शन ने एक बार फिर लाहौर को शिखर पर पहुंचा दिया। PSL फाइनल में सफल रन चेज के दौरान इतनी तेज पारी पहले कभी किसी बल्लेबाज ने नहीं खेली थी। 

रजा की 7 गेंदों में 22 रनों की पारी PSL फाइनल इतिहास की सबसे तेज और निर्णायक पारियों में से एक बन गई है। क्रिकेट के जानकार मानते हैं कि यह उन दुर्लभ क्षणों में से एक था जहां एक खिलाड़ी की जुझारू भावना ने टीम की किस्मत बदल दी।

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