हॉकी इंडिया ने अर्जेंटीना के रोसारियो में 25 मई से शुरू हो रहे चार देशों के जूनियर महिला हॉकी टूर्नामेंट के लिए 24 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में भारत के अलावा मेजबान अर्जेंटीना, चिली और उरुग्वे की टीमें हिस्सा लेंगी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: हॉकी इंडिया ने अर्जेंटीना के रोसारियो में होने वाले आगामी चार देशों के टूर्नामेंट के लिए शनिवार को 24 सदस्यीय भारतीय जूनियर महिला टीम की घोषणा की है। इस टीम की कप्तानी गोलकीपर निधि को सौंपी गई है, जबकि हिना बानो को उप-कप्तान नियुक्त किया गया है। यह टूर्नामेंट 25 मई से 2 जून तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत के अलावा मेजबान अर्जेंटीना, उरुग्वे और चिली की टीमें हिस्सा लेंगी।
यह टूर्नामेंट दिसंबर में होने वाले जूनियर वर्ल्ड कप की तैयारियों का एक अहम हिस्सा है। भारतीय टीम इस प्रतियोगिता में प्रत्येक टीम के खिलाफ दो-दो मुकाबले खेलेगी।
कप्तान निधि के कंधों पर जिम्मेदारी, हिना बानो उपकप्तान
घोषित टीम में गोलकीपर निधि को टीम की कमान सौंपी गई है जबकि हिना बानो को उपकप्तान नियुक्त किया गया है। यह दोनों खिलाड़ी न केवल रक्षात्मक मजबूती प्रदान करेंगी, बल्कि टीम को रणनीतिक नेतृत्व भी देंगी। निधि के अनुभव और गोल पोस्ट पर उनकी मजबूत पकड़ से टीम को काफी उम्मीदें हैं।डिफेंस लाइन की बात करें तो ममिता ओरम, लालथंतलुआंगी, मनीषा, पूजा साहू, पार्वती टोपनो, नंदिनी और साक्षी शुक्ला को टीम में शामिल किया गया है।
ये सभी खिलाड़ी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। गोलकीपिंग में निधि के साथ एंजिल हर्षा रानी मिंज को मौका दिया गया है, जबकि विद्याश्री वी स्टैंडबाय में रहेंगी। मिडफील्ड की जिम्मेदारी प्रियंका यादव, अनीशा साहू, रजनी केरकेट्टा, बिनिमा धन, खैदेम शिलेमा चानू, संजना होरो, सुप्रिया कुजूर और प्रियंका डोगरा को सौंपी गई है। इनके अलावा हुडा खान और मुनमुनी दास स्टैंडबाय मिडफील्डर के रूप में चयनित हुई हैं।
आक्रामक फॉरवर्ड लाइन से उम्मीदें
अटैक की कमान हिना बानो, सोनम, सुखवीर कौर, गीता यादव, लालरिनपुई, कनिका सिवाच और करमनप्रीत कौर के पास होगी। ये सभी खिलाड़ी गतिशील खेल और स्कोरिंग क्षमता के लिए जानी जाती हैं। सेलेस्टिना होरो को फॉरवर्ड के रूप में स्टैंडबाय में रखा गया है। टीम के मुख्य कोच तुषार खांडेकर ने कहा, यह दौरा जूनियर वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से बेहद अहम है।
हम खिलाड़ियों के प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जांचना चाहते हैं, ताकि सही संयोजन और संभावनाशील टैलेंट को सीनियर स्तर के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने बताया कि हर टीम से दो-दो मुकाबले खेलने से भारतीय टीम को रणनीति सुधारने और दबाव में खेलने का अनुभव मिलेगा। भारत का पहला मुकाबला 25 मई को चिली से होगा। इस प्रतियोगिता में हर टीम को आपस में दो-दो मैच खेलने हैं, जिससे खिलाड़ियों को निरंतरता बनाए रखने और टीम संयोजन मजबूत करने का भरपूर अवसर मिलेगा।